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ग्लेशियर टूटने से हरिद्वार, ऋषिकेश और श्रीनगर के निचले स्थानों पर अलर्ट जारी - rishikesh news

जोशीमठ के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से ऋषि गंगा नदी पर बना बांध टूट गया. बांध टूटने से नदी में मलबा के आने से जलस्तर बढ़ गया है, जिसकी वजह से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. ग्लेशियर टूटने की खबर की पुष्टि जोशीमठ हेड कांस्टेबल मंगल सिंह ने की है.

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ग्लेशियर टूटने से अलर्ट जारी
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Published : Feb 7, 2021, 1:21 PM IST

देहरादून/ऋषिकेश/ हरिद्वार: जोशीमठ के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से एक बार फिर देवभूमि सुर्खियों में आ गई हैं. जहां शासन- प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है. वहीं लोगों के जहन में एक बार फिर 2013 की आपदा के घांव हरे हो गए हैं. जैसे ही ग्लेशियर टूटने की खबर आई तत्काल धर्मनगर हरिद्वार, ऋषिकेश और श्रीनगर के निचले स्थानों पर अलर्ट जारी कर दिया गया. साथ ही आपदा प्रबंधन की टीम अलर्ट मोड पर आ गई है.

जोशीमठ के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से ऋषि गंगा नदीं पर बना बांध टूट गया. बांध टूटने से नदी में मलबा के आने से जलस्तर बढ़ गया है, जिसकी वजह से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. ग्लेशियर टूटने की खबर की पुष्टि जोशीमठ हेड कांस्टेबल मंगल सिंह ने की है. मंगल सिंह ने बताया कि उन्हें सुबह 10:55 बजे सूचना मिली कि जोशीमठ की रैणी गांव में ग्लेशियर टूटा है. मौके पर आपदा प्रबंधन टीम रवाना हो गई है. नदी किनारे बने घरों को खाली कराने के निर्देश दिए गए.

ग्लेशियर टूटने से हरिद्वार, ऋषिकेश और श्रीनगर के नीचले स्थानों पर अलर्ट जारी.

वहीं, जोशीमठ में चल रहे रेलवे निर्माण कार्य भी रुकवाया गया. खबर है कि जोशीमठ-बदरीनाथ मार्ग पर विष्णुप्रयाग/ऋषि गंगा में ग्लेशियर टूटने से जलस्तर बढ़ गया है. जिसकी वजह से बाढ़ एवं जनहानि की संभावना है. प्रशासन ने विष्णुप्रयाग, जोशीमठ, कर्णप्रयाग, रूद्रप्रयाग, श्रीनगर, ऋषिकेश से हरिद्वार तक अलकनंदा और गंगा नदी के किनारे ना जाने की अपील की है. वहीं ईटीवी भारत से बातचीत में कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि सारे विभागों को हरिद्वार, ऋषिकेश और श्रीनगर में गंगा किनारे के इलाकों को खाली करवाने के निर्देश दे दिए हैं.

वहीं, मदन कौशिक ने कहा कि सारे विभाग हरिद्वार, ऋषिकेश और श्रीनगर में लोगों से गंगा किनारे वाले इलाकों को खाली करवाया गया है. ग्लेशियर के टूटने से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट क्षतिग्रस्त हो गया है. अलकनंदा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है. इस दौरान ऋषिकेश राफ्टिंग को बंद करवाया गया. ऋषिकेश के आसपास के इलाके खाली करवाने के आदेश दिए गए है. वहीं, अशोक कुमार का कहना है कि पवार प्रोजेक्ट में काम कर रहें लोगों को नुकसान हो सकता है.

ग्लेशियर टूटने से हरिद्वार के निचले स्थानों पर अलर्ट जारी.

पढ़ें: बर्फबारी के बाद बढ़ी फिसलन के कारण पुलिस ने लगाई बैरिकेडिंग, पर्यटकों ने जताई नाराजगी

वहीं, ग्लेशियर टूटने जोशीमठ तपोवन धौलीगंगा में ग्लेशियर टूटने की सूचना के बाद जिलाधिकारी मनुज गोयल ने पुलिस, इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट सहित अन्य अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए है. ग्लेशियर टूटने के कारण अलकनंदा नदी के भी जलस्तर बढ़ने की प्रबल संभावना है. ऐसे में जिला प्रशासन व पुलिस प्रशाशन ने जनपद रुद्रप्रयाग की जनता से अपील की है की नदी किनारे के स्थानों से दूर सुरक्षित स्थानों पर जाने का कष्ट करें. वहीं, इसी बीच ऋषि गंगा पवार प्रोजेक्ट में 50 लोग काम कर रहें थे. नीति घाटी चीन सीमा से सटी है.

देहरादून/ऋषिकेश/ हरिद्वार: जोशीमठ के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से एक बार फिर देवभूमि सुर्खियों में आ गई हैं. जहां शासन- प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है. वहीं लोगों के जहन में एक बार फिर 2013 की आपदा के घांव हरे हो गए हैं. जैसे ही ग्लेशियर टूटने की खबर आई तत्काल धर्मनगर हरिद्वार, ऋषिकेश और श्रीनगर के निचले स्थानों पर अलर्ट जारी कर दिया गया. साथ ही आपदा प्रबंधन की टीम अलर्ट मोड पर आ गई है.

जोशीमठ के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से ऋषि गंगा नदीं पर बना बांध टूट गया. बांध टूटने से नदी में मलबा के आने से जलस्तर बढ़ गया है, जिसकी वजह से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. ग्लेशियर टूटने की खबर की पुष्टि जोशीमठ हेड कांस्टेबल मंगल सिंह ने की है. मंगल सिंह ने बताया कि उन्हें सुबह 10:55 बजे सूचना मिली कि जोशीमठ की रैणी गांव में ग्लेशियर टूटा है. मौके पर आपदा प्रबंधन टीम रवाना हो गई है. नदी किनारे बने घरों को खाली कराने के निर्देश दिए गए.

ग्लेशियर टूटने से हरिद्वार, ऋषिकेश और श्रीनगर के नीचले स्थानों पर अलर्ट जारी.

वहीं, जोशीमठ में चल रहे रेलवे निर्माण कार्य भी रुकवाया गया. खबर है कि जोशीमठ-बदरीनाथ मार्ग पर विष्णुप्रयाग/ऋषि गंगा में ग्लेशियर टूटने से जलस्तर बढ़ गया है. जिसकी वजह से बाढ़ एवं जनहानि की संभावना है. प्रशासन ने विष्णुप्रयाग, जोशीमठ, कर्णप्रयाग, रूद्रप्रयाग, श्रीनगर, ऋषिकेश से हरिद्वार तक अलकनंदा और गंगा नदी के किनारे ना जाने की अपील की है. वहीं ईटीवी भारत से बातचीत में कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि सारे विभागों को हरिद्वार, ऋषिकेश और श्रीनगर में गंगा किनारे के इलाकों को खाली करवाने के निर्देश दे दिए हैं.

वहीं, मदन कौशिक ने कहा कि सारे विभाग हरिद्वार, ऋषिकेश और श्रीनगर में लोगों से गंगा किनारे वाले इलाकों को खाली करवाया गया है. ग्लेशियर के टूटने से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट क्षतिग्रस्त हो गया है. अलकनंदा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है. इस दौरान ऋषिकेश राफ्टिंग को बंद करवाया गया. ऋषिकेश के आसपास के इलाके खाली करवाने के आदेश दिए गए है. वहीं, अशोक कुमार का कहना है कि पवार प्रोजेक्ट में काम कर रहें लोगों को नुकसान हो सकता है.

ग्लेशियर टूटने से हरिद्वार के निचले स्थानों पर अलर्ट जारी.

पढ़ें: बर्फबारी के बाद बढ़ी फिसलन के कारण पुलिस ने लगाई बैरिकेडिंग, पर्यटकों ने जताई नाराजगी

वहीं, ग्लेशियर टूटने जोशीमठ तपोवन धौलीगंगा में ग्लेशियर टूटने की सूचना के बाद जिलाधिकारी मनुज गोयल ने पुलिस, इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट सहित अन्य अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए है. ग्लेशियर टूटने के कारण अलकनंदा नदी के भी जलस्तर बढ़ने की प्रबल संभावना है. ऐसे में जिला प्रशासन व पुलिस प्रशाशन ने जनपद रुद्रप्रयाग की जनता से अपील की है की नदी किनारे के स्थानों से दूर सुरक्षित स्थानों पर जाने का कष्ट करें. वहीं, इसी बीच ऋषि गंगा पवार प्रोजेक्ट में 50 लोग काम कर रहें थे. नीति घाटी चीन सीमा से सटी है.

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