ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) ऋषिकेश में डिपार्टमेंट ऑफ नर्सिंग सर्विसेस की ओर से प्रेशर इंज्युरी एविडेंस बेस्ड नर्सिंग एप्रोच विषयक कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें प्रतिभागियों को प्रेशर इंज्युरी की तत्काल पहचान, बचाव व उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई.
इस अवसर पर अपने संदेश में एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि प्रेशर इंज्युरी मैनेजमेंट को अंतरराष्ट्रीय स्तर की दक्षता लाने के लिए एम्स ऋषिकेश प्रयासरत हैं. इसके लिए अंतरराष्ट्रीय मानक के तहत संस्थान में नर्सिंग ऑफिसर तैयार किए जा रहे हैं. इसके साथ ही एम्स ऋषिकेश से दक्ष नर्सेस निकट भविष्य में देश ही नहीं दुनियाभर में मरीजों को बेहतर नर्सिंग सेवाएं देंगी.
संस्थान में शुक्रवार को आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला का डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता, डीएचए प्रो. यूबी मिश्रा व फोरेंसिक मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. वीके बस्तिया ने संयुक्तरूप से शुभारंभ किया.
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वहीं, इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता ने कहा कि हॉस्पिटल में प्रेशर इंज्युरी मैनेजमेंट व ट्रीटमेंट में नर्सिंग स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जिसे संबंधित पेशे से जुड़े लोगों को ठीक से समझने की आवश्यकता है. वह तभी अस्पताल में आने वाले मरीजों की बेहतर चिकित्सा में मददगार साबित हो सकते हैं. इसके साथ ही प्रो. यूबी मिश्रा ने प्रेशर इंज्युरी के इतिहास पर प्रकाश डाला, जिसमें उन्होंने इस दिशा में लगातार आ रहे बदलावों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने इस कार्य में फ्लोरेंस नाईटेंगल के योगदान को भी याद किया.