विकासनगर: साल 2013 में भारी बारिश के चलते आई आपदा से अमलावा नदी के उफान से हाइड्रम सिंचाई योजना क्षतिग्रस्त हो गई थी. हाइड्रम सिंचाई योजना खराब होने से किसानों के खेतों की सिंचाई नहीं हो पा रही है. सिंचाई का कोई और साधन न होने से किसानों की कई हेक्टेयर भूमि बंजर होने के कगार पर है. संबंधित विभाग किसानों की समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है.
बता दें कि बुआर खेड़ा में कई दशक पहले किसानों की भूमि की सिंचाई करने के लिए लघु सिंचाई विभाग द्वारा हाइड्रम सिंचाई योजना बनाई गई थी, लेकिन साल 2013 में आई आपदा से अमलावा नदी के उफान से हाइड्रम की नहर और हाइड्रम सिंचाई योजना क्षतिग्रस्त हो गई. क्षतिग्रस्त होने के चलते किसानों की कई हेक्टेयर भूमि बंजर होने की कगार पर है.
किसान सुनील राय शूरवीर सिंह राय ने बताया कि हाइड्रम सिंचाई योजना को ठीक कराने के लिए विभाग सजग नहीं है. जिसके चलते कई हेक्टेयर भूमि बंजर होने की कगार पर है. उन्होंने कहा कि जल्द ही हाइड्रम सिंचाई योजना को ठीक कराया जाए, ताकि किसानों की भूमि उपजाऊ बन सके.
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किसान नारायण सिंह तोमर ने बताया कि हाइड्रम सिंचाई योजना काफी पुरानी है. जो दशकों से खराब पड़ी है. मामले में लघु सिंचाई विभाग के अवर अभियंता सतीश शर्मा ने बताया कि विभाग के पास बजट नहीं है. बजट आते ही उसे ठीक करा दिया जाएगा.