देहरादूनः मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जिस दिन से नेतृत्व परिवर्तन के बाद प्रदेश की कमान संभाली है, उस दिन से ही वे पूर्व मुख्यमंत्री के फैसले को बदलने में लगे हुए हैं. तीरथ सिंह रावत ने अब त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्यमंत्री रहते हुए जो गाड़ी प्रोटोकॉल के हिसाब से प्रशासन ने खरीदी थी, उसे भी बदल दिया है.
दरअसल, आज मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत जब बीजेपी के दफ्तर में पहुंचे तो वो उस लग्जरी फॉर्च्यूनर से नहीं पहुंचे जो खास तौर पर त्रिवेंद्र सिंह रावत के लिए बनाई गई थी. 50 लाख से ज्यादा की लागत से बनी बुलेट प्रूफ कार खास तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के लिए बनाई गई थी. हालांकि, मुख्यमंत्री बनने के बाद तीरथ सिंह रावत इस कार में सफर कर रहे थे, लेकिन आज उन्होंने इस गाड़ी की बजाय इनोवा में सफर करना उचित समझा.
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हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत इसी कार में चलेंगे या नहीं, लेकिन बताया जा रहा है कि फॉर्च्यूनर कार में कई तरह के ऐसे फीचर्स हैं जिससे आम जनता उनसे मुलाकात गाड़ी में बैठे हुए नहीं कर सकती है. लिहाजा, बताया जा रहा है कि इस बात की कमी तीरथ सिंह रावत को बार-बार खल रही थी. फॉर्च्यूनर कार में अगर कोई व्यक्ति अंदर बैठ जाता है तो उसके शीशे नहीं खुलते. लिहाजा, कई बार कार्यक्रम खत्म होने के बाद कार्यकर्ता या नेता उनसे बात करना चाहें भी तो नेता जी को सिर्फ अंदर से हाथ हिलाना पड़ता है.
ऐसे में माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने महंगी लग्जरी कार को छोड़कर इनोवा कार में सफर करना उचित समझा. हालांकि, अब यह देखना होगा कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे अधिकारी उन्हें इसी कार में सफर करने देंगे या फिर सरकारी पैसे से खरीदी गई फॉर्च्यूनर कार में एक बार फिर से मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत सफर करते दिखाई देंगे. बहराल, उनका यह कदम कहीं न कहीं जनता के सामने उनकी एक नई छवि पेश जरूर करेगा.