देहरादून: उत्तराखंड में नई सौर ऊर्जा नीति पर मुहर लगते ही सरकार ने मुख्य परियोजना अधिकारी के रूप में नए अधिकारी को तैनाती दे दी है. दरअसल, सौर ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य सरकार ने 2027 तक का लक्ष्य तय करना है. जिसके लिए पिटकुल के मुख्य अभियंता राजीव गुप्ता को उरेडा की जिम्मेदारी सौंपी गई है. राजीव गुप्ता ने आज उरेडा के कार्यालय में चार्ज लेते ही अधिकारियों से तमाम परियोजनाओं की जानकारी ली.
उत्तराखंड को उर्जा के क्षेत्र आगे बढ़ाने के लिए सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है. इस दिशा में लंबे समय बाद आखिरकार उत्तराखंड सौर ऊर्जा नीति को भी उत्तराखंड कैबिनेट ने मुहर लगा दी है. ऐसे में उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण के अंतर्गत मुख्य परियोजना अधिकारी के रूप में राजीव गुप्ता को जिम्मेदारी सौंपी गई है. राजीव गुप्ता फिलहाल पिटकुल में मुख्य अभियंता के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. उन्हें अब उरेडा की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है.
मुख्य परियोजना अधिकारी राजीव गुप्ता ने आज उरेडा कार्यालय में चार्ज लिया. इस दौरान उन्होंने तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक लेते हुए सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अब तक हुए कार्यों की जानकारी ली. इसके अलावा सौर ऊर्जा के क्षेत्र में तमाम समस्याओं पर भी बातचीत की. इसके निदान को लेकर प्रयास करने की बात भी उन्होंने कही.
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राज्य सरकार ने इस बार सौर ऊर्जा नीति लाकर निजी क्षेत्र को भी उसके लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश की है. इस दौरान अब तक 25 मेगावाट की परियोजना लगा पाने की बाध्यता को भी खत्म करते हुए 200 मेगावाट तक बढ़ाने का फैसला लिया है. इसके अलावा स्थानीय लोगों को रोजगार से लेकर सरकार की तरफ से प्रोजेक्ट लगाने में मदद दिए जाने तक के भी प्रावधान रखे गए. नीति आने के बाद राज्य में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से प्रोजेक्ट परियोजनाएं बढ़ाने की दृष्टि से शासन ने मुख्य परिजन अधिकारी के रूप में राजीव गुप्ता को जिम्मेदारी सौंप दी है. नीति के अनुसार राज्य सरकार के 2027 तक सौर ऊर्जा में 2500 मेगावाट की परियोजनाएं शुरू करने का काम किया जा सके. मुख्य परियोजना अधिकारी राजीव गुप्ता ने कहा वह पूरी टीम के साथ तमाम परियोजनाओं को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे.