ETV Bharat / state

बिना पंजीकरण चल रहे अस्पतालों के खिलाफ एक्शन में स्वास्थ्य विभाग - बिना पंजीकरण के क्लीनिक्स

जिले में कई ऐसे अस्पताल और नर्सिंग होम्स हैं जो बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किए जा रहे हैं. मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि ऐसे अस्पतालों को वर्तमान में टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन दिए जा रहे हैं और फाइनल रजिस्ट्रेशन देने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने जा रही है.

बिना पंजीकरण चल रहे अस्पतालों पर गिरेगी गाज.
author img

By

Published : Nov 14, 2019, 12:53 PM IST

देहरादून : राजधानी में बिना पंजीकरण के चल रहे अस्पतालों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई का मन बना रहा है. जिले में कई ऐसे अस्पताल और नर्सिंग होम्स हैं जो बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किए जा रहे हैं. नोटिस भेजने के बावजूद निजी अस्पताल और क्लीनिक्स रजिस्ट्रेशन को लेकर गंभीर नहीं हैं.

बिना पंजीकरण चल रहे अस्पतालों पर गिरेगी गाज.

दरअसल, राजधानी देहरादून में करीब 150 से ज्यादा छोटे बड़े अस्पताल और क्लीनिक संचालित किए जा रहे हैं जो बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय की तरफ से कई बार नोटिस भेजने के बावजूद अभी तक नर्सिंग होम, क्लीनिक और अस्पताल संचालकों ने इसको गंभीरता से नहीं लिया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मीनाक्षी जोशी के मुताबिक सभी अस्पतालों के पंजीकरण की कार्रवाई जारी है.

यह भी पढ़ें-सबरीमाला : महिलाओं के प्रवेश पर आज सुप्रीम कोर्ट में फैसला

डॉ. मीनाक्षी जोशी ने कहा कि अस्पतालों को वर्तमान में टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन दिए जा रहे हैं और फाइनल रजिस्ट्रेशन देने की प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू होने जा रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि इन प्रक्रियाओं के पूरी होने के बाद यदि कोई भी नर्सिंग होम या क्लीनिक्स, क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट के तहत बिना रजिस्ट्रेशन के पाया जाता है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और बगैर रजिस्ट्रेशन के चल रहे क्लीनिक्स, नर्सिंग होम और अस्पताल को संचालित नहीं होने दिया जायेगा.

देहरादून : राजधानी में बिना पंजीकरण के चल रहे अस्पतालों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई का मन बना रहा है. जिले में कई ऐसे अस्पताल और नर्सिंग होम्स हैं जो बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किए जा रहे हैं. नोटिस भेजने के बावजूद निजी अस्पताल और क्लीनिक्स रजिस्ट्रेशन को लेकर गंभीर नहीं हैं.

बिना पंजीकरण चल रहे अस्पतालों पर गिरेगी गाज.

दरअसल, राजधानी देहरादून में करीब 150 से ज्यादा छोटे बड़े अस्पताल और क्लीनिक संचालित किए जा रहे हैं जो बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय की तरफ से कई बार नोटिस भेजने के बावजूद अभी तक नर्सिंग होम, क्लीनिक और अस्पताल संचालकों ने इसको गंभीरता से नहीं लिया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मीनाक्षी जोशी के मुताबिक सभी अस्पतालों के पंजीकरण की कार्रवाई जारी है.

यह भी पढ़ें-सबरीमाला : महिलाओं के प्रवेश पर आज सुप्रीम कोर्ट में फैसला

डॉ. मीनाक्षी जोशी ने कहा कि अस्पतालों को वर्तमान में टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन दिए जा रहे हैं और फाइनल रजिस्ट्रेशन देने की प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू होने जा रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि इन प्रक्रियाओं के पूरी होने के बाद यदि कोई भी नर्सिंग होम या क्लीनिक्स, क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट के तहत बिना रजिस्ट्रेशन के पाया जाता है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और बगैर रजिस्ट्रेशन के चल रहे क्लीनिक्स, नर्सिंग होम और अस्पताल को संचालित नहीं होने दिया जायेगा.

Intro:राजधानी देहरादून में बिना पंजीकरण के चल रहे अस्पतालों के खिलाफ स्वास्थ विभाग कार्रवाई का मन बना रहा है। राजधानी देहरादून में कई ऐसे अस्पताल और नर्सिंग होम्स है जो बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किए जा रहे हैं। कई नोटिस भेजने के बावजूद निजी अस्पताल क्लिनिक्स रजिस्ट्रेशन को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं।Body:देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मीनाक्षी जोशी के मुताबिक सभी अस्पतालों के पंजीकरण की कार्यवाही जारी है कई सारे अस्पतालों को वर्तमान में टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन दिए जा रहे हैं और फाइनल रजिस्ट्रेशन देने की प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू होने जा रही है इन प्रक्रियाओं के पूरी होने के बाद यदि कोई भी नर्सिंग होम या क्लिनिक्स क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट के तहत बिना रजिस्ट्रेशन के पाया जाता है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी और बगैर रजिस्ट्रेशन के चल रहे क्लिनिक्स नर्सिंग होम और अस्पताल को संचालित नहीं होने दिया जायेगा ।
बाईट- डॉ मीनाक्षी जोशी सीएमओ देहरादूनConclusion:दरअसल राजधानी देहरादून में करीब 150 से ज्यादा छोटे बड़े अस्पताल और क्लीनिक संचालित किए जा रहे हैं जो बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे हैं, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय की तरफ से कई नोटिस भेजने के बावजूद अभी तक नर्सिंग होम क्लीनिक अस्पताल संचालकों ने इसको गंभीरता पूर्वक नहीं लिया है लेकिन अब स्वास्थ विभाग ने टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन देने की प्रक्रिया अपनाई हुई है इसके बाद फाइनल रजिस्ट्रेशन देने की प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाया जाएगा उसके बावजूद यदि कोई पंजीकरण नहीं करवाता है तो ऐसे अस्पताल क्लिनिक्स के खिलाफ स्वास्थ विभाग कड़ी कार्रवाई करेगा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.