ऋषिकेश: नीलकंठ महादेव मंदिर में 17 जुलाई से कांवड़ मेले की शुरुआत होने जा रही ही, जिसको लेकर प्रशासन ने सभी तैयारियां शुरू कर दी हैं. कांवड़ मेले को लेकर जिलाधिकारी सी रविशंकर ने सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कड़े दिशा-निर्देश जारी किए.
सावन के महीने में नीलकंठ में भोलेनाथ के दर्शन के लिए भारी संख्या में भक्तों की भीड़ जुटती है. साल 2018 में 50 लाख कांवड़िये नीलकंठ में दर्शन के लिए पहुंचे थे. इस साल कांवड़ यात्रियों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग, विद्दुत विभाग, पेयजल निगम, सिंचाई विभाग, परिवहन निगम, पुलिस विभाग, नगर निगम सहित सभी विभागों के अधिकारियों की बैठक बुलाई गई.
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जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि कांवड़ मेले के दौरान यात्रियों को किसी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसको लेकर अधिकारियों की बैठक बुलाई गई. मेले के दौरान सभी अधिकारी या कर्मचारीयों की छुट्टी रद्द कर दी गई है. सभी स्थलों पर व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया. साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कैमरे भी लगाये जा रहे हैं.
वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने बताया कि मेले को लेकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी है. पुलिस को 6 जोन और 22 सेक्टर में बांटा गया है. साथ ही वाहनों की संख्या को देखते हुए दो बड़े पर्किंग जोन भी बनाए गए हैं. मेले को शांतिपूर्ण तरीके कराया जा सके, इसके लिए तेज आवाज में बजने वाले डीजे पर भी प्रतिबंध लगाया गया है.