ऋषिकेश: टिहरी डूब क्षेत्र से विस्थापित होकर पशुलोक इलाके में बसे असेना गांव के लोगों का सर्वेक्षण प्रशासन ने शुरू कर दिया है. सर्वेक्षण पूरा होने के बाद असेना गांव के लोगों को भूमिधरि का अधिकार मिल जाएगा. कानून गो ने 149 परिवारों का सर्वेक्षण कर अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है.
गुरुवार को ऋषिकेश के पशुलोक विस्थापित क्षेत्र में कानून गो किशन नेगी और कृति सिंह चौहान सर्वे कानून गो पहुंचे. अधिकारियों ने टिहरी डूब क्षेत्र के असेना गांव के लोगों से मुलाकात की, उनको भूमिधरी का अधिकार देने के लिए पूछताछ कर सर्वेक्षण किया. सर्वेक्षण शुरू होने से गांव को लोगों में खुशी की लहर दिखाई दी, क्योंकि अभी तक भूमिधरि का अधिकार नहीं मिलने से विस्थापित क्षेत्र में बसे सात गांव के लोगों को ना तो निकाय क्षेत्र से किसी भी प्रकार का लाभ मिला है, ना ही सुविधाए मिल पाई हैं. कानूनगो किशन सिंह नेगी ने बताया कि 149 परिवारों का सर्वेक्षण करने के बाद उनको सर्वेक्षण की पर्ची दे दी गई है. जल्दी ही सर्वेक्षण की रिपोर्ट पूरी करके ऑनलाइन सबमिट कर दिया जाएगा.
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इसके बाद सभी परिवारों को भूमिधरी का अधिकार मिल जाएगा. विस्थापित कॉलोनी में रहने वाले हरि सिंह भंडारी ने बताया कि लगातार विस्थापित क्षेत्र में रहने वाले लोगों का सर्वेक्षण कर उन्हें भूमिधरि का अधिकार देने की मांग की जा रही थी. मगर कछुआ गति से चल रहे प्रशासन के सर्वेक्षण की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. करीब 6 महीने पहले डोबरा गांव के लोगों को भूमदारी का अधिकार मिला था. अब असेना गांव के लोगों को यह अधिकार मिलने जा रहा है. बाकी के गांव वालों का भी जल्द से जल्द प्रशासन सर्वेक्षण पूरा कर उन्हें भूमिधरि का अधिकार दे, इसकी वह मांग करते हैं. जिससे लोगों को ज्यादा से ज्यादा सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके.