देहरादून: हाईकोर्ट के आदेश के बाद राजधानी देहरादून में एक बार फिर अतिक्रमण पर दूसरे चरण की कार्रवाई शुरू हो गई है. कैंट इलाके के प्रेमनगर बाजार में अतिक्रमण पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई का लोग खुलकर विरोध कर रहे हैं. वहीं प्रशासन की कार्रवाई का खौफ लोगों में इस कदर घर कर गया है कि एक परिवार की महिला बच्चों के साथ रोती- बिलखती हुई बेहोश हो गई. जिसे आनन-फानन में हॉस्पिटल में भर्ती किया गया. वहीं स्थानीय लोग त्योहार का सीजन होने से शासन-प्रशासन से समय की मांग कर रहे हैं.
प्रशासन की ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर प्रेमनगर के व्यापारियों का कहना है कि त्योहार का सीजन आने से पहले ही शासन- प्रशासन को अतिक्रमण पर कार्रवाई करने की ही क्यों याद आती है. इससे पहले बीते साल भी प्रेम नगर बाजार में अतिक्रमण की जद आने वाली 158 दुकानों को कोर्ट आदेश के बाद ध्वस्त किया गया था.
व्यापारियों का आरोप है कि उस समय भी दीपावली का त्योहार था, जिसमें व्यापारियों का काफी नुकसान उठाना पड़ा था. वहीं हाईकोर्ट के आदेश के बाद राजधानी देहरादून में एक बार फिर दूसरे चरण के तहत अतिक्रमण पर कार्रवाई शुरू हो गई है.
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जिसका लोग खुलकर विरोध कर रहे हैं. बता दें कि प्रेमनगर बाजार में दर्जनों ऐसी दुकानें हैं जिन्हें लोग आजादी के समय से ही चलाते आ रहे हैं. बताया जाता है कि 1947-48 में भारत- पाकिस्तान बंटवारे के दौरान कई परिवार देहरादून के प्रेम नगर में आकर बस गए थे. जिसके बाद उन्होंने सड़क किनारे अतिक्रमण कर अपनी दुकानों से व्यापार चलाना शुरु किया.
वर्तमान समय में प्रेम नगर सहित देहरादून के तमाम शहरी क्षेत्र में अतिक्रमण अपनी हदें पार कर चुका है. ऐसे में हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन देहरादून से वर्षों पुराने अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई कर रहा है. हालांकि कार्रवाई का पहला चरण 2018 के सितंबर माह तक जिला प्रशासन द्वारा चलाया गया. लेकिन उसके बाद यह कार्रवाई निकाय चुनाव व अन्य कारणों से रोक दी गई थी.
वहीं एक बार फिर हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण पर कार्रवाई का आदेश आने के बाद गुरुवार से प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है. जिसके विरोध में व्यापारी सड़कों पर उतर कर राज्य सरकार से कुछ और समय देने की मांग कर रहे हैं. व्यापारियों की मांग है कि उन्हें राज्य सरकार द्वारा त्योहारी सीजन में 2 माह का समय दिया जाए. ताकि वह साल के अंत में दशहरा दीपावली जैसे मुख्य त्योहार से अपनी रोजी-रोटी चला सके.