ऋषिकेश: एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन नीलकंठ पैदल मार्ग से 11 किलोमीटर पैदल चलकर नीलकंठ मंदिर पहुंचे. इस दौरान एडीजी ने पैदल मार्ग से लेकर मंदिर परिसर में व्यवस्थाओं का जायजा लिया. वहीं एडीजी ने पैदल मार्ग पर लगाई गई फूल-प्रसाद और खाने की दुकानें सूरज डूबने से पहले बंद करवाने के निर्देश दिए.
ऐसा पहली बार है जब किसी बड़े अधिकारी ने पैदल चलकर स्थिति का जायजा लिया हो. बता दें, एडीजी वी मुरुगेशन ने कांवड़ यात्रा की कमान अपने हाथों में ली है. बीत रोज शनिवार को एडीजी ने मुनिकीरेती पहुंचकर कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया, जिसके बाद वह ऋषिकेश कोतवाली परिसर पहुंचे.
कोतवाली परिसर में स्तिथि कंट्रोल रूम का भी एडीजी ने निरीक्षण किया, जिसके बाद रात्रि विश्राम ऋषिकेश में करने के बाद रविवार की सुबह एडीजी नीलकंठ की ओर पैदल चलते हुए व्यवस्थाओं का जायजा लेते नजर आए. एडीजी ने नीलकंठ पहुंचकर पार्किंग और मंदिर परिसर में आने और जाने के मार्ग का भी स्थलीय निरीक्षण किया. एडीजी ने सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की उपस्थिति का भी जायजा लिया और बम दस्ता से भी जानकारी ली.
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नीलकंठ मंदिर में किया जलाभिषेक: पैदल मार्ग से होते हुए नीलकंठ मंदिर में पहुंचे एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया और पूजा-अर्चना भी की. एडीजी के साथ एसएसपी पौड़ी यशवंत सिंह, सीओ और लक्ष्मणझूला थानाध्यक्ष संतोष सिंह कुंवर भी मौजूद रहे.