देहरादूनः कोरोना काल की दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों में तैनात डॉक्टर कोविड मरीजों की जान बचाने के लिए दिन-रात सेवा दे रहे हैं. तो दूसरी तरफ देहरादून में कुछ अस्पताल ऐसे भी हैं, जो शासन के नियमों को ताक पर रखकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं. ऐसे 6 अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया गया है.
देहरादून प्रशासन ने कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कई अस्पतालों को कोविड केयर सेंटर के रूप में मरीजों का इलाज करने की इजाजत दी थी. लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद जिले के कुछ अस्पतालों द्वारा रुपयों के लालच में बिना अनुमति के ही इलाज करने का काम किया गया. इससे अस्पताल प्रबंधन मरीजों से इलाज के रूप में मोटी रकम वसूलने का काम कर रहे थे. लेकिन जब जिला प्रशासन को इन अस्पतालों की जानकारी मिली तो प्रशासन ने ऐसे अस्पताल में छापेमारी करते हुए कार्रवाई की.
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अपर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी कैलाश गुंज्याल ने बताया कि कुछ अस्पतालों में बिना प्रशासन की अनुमति के मरीजों की जान से खिलवाड़ भी किया जा रहा था. जिस पर प्रसाशन ने जिले के ऐसे 6 अस्पताल जिसमें फोटोन अस्पताल, मार्क अस्पताल, केशव अस्पताल, ग्लोबल ट्रॉमा, यशोदा अस्पताल व एमसीएस अस्पताल को नोटिस दिया. कैलाश गुंज्याल ने बताया कि फोटोन और मार्क अस्पताल को नोटिस दिए जाने के बावजूद भी मरीजों को भर्ती किया जा रहा था. जिस पर फोटोन अस्पताल पर 10 हजार रुपये और मार्क अस्पताल पर 50 हजार रुपये की पेनाल्टी लगाई गई है.