देहरादून: उत्तराखंड में बहुत कम ऐसे आईपीएस और आईएएस अधिकारी हैं, जिनकी सादगी देख लोग खुद को उनकी तारीफ करने से रोक नहीं पाते. उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी अनिल रतूड़ी और वर्तमान में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को भी सादगी के लिए जाना जाता है. वहीं, आज फिर अपनी सादगी के लिए राधा रतूड़ी ने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया. दरअसल, एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आने में थोड़ी सी देर थी. इस दौरान उन्हें कुर्सी नहीं मिली तो वह जमीन पर बिछी चादर पर ही बैठ गईं.
बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पुलिस विभाग के कार्यक्रम में शिरकत करने आने वाले थे. अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी भी कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर पहुंची थी. जिस वक्त वह कार्यक्रम में पहुंचीं, वहां बैठने की व्यवस्था उस हिसाब से नहीं थी, जिस हिसाब से होनी चाहिए. ऐसे में फोन पर बात करते-करते राधा रतूड़ी वहां बिछी चादर पर ही बैठकर बात करने लगीं.
वहीं, जमीन पर बैठी राधा रतूड़ी पर पुलिस अधिकारियों की नजर जैसे ही पड़ी, वैसे ही सब के हाथ पांव फूल गए. तुरंत उनके लिए एक कुर्सी की व्यवस्था की गई. हालांकि, राधा रतूड़ी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों से कुर्सी लगाने के लिए मना करती रहीं. उन्होंने कहा वह यहीं बैठी अपने आपको कंफर्टेबल फील कर रही हैं. लेकिन जब उन्होंने देखा कि पुलिस अधिकारी इसे लेकर असहज महसूस कर रहे हैं तो फिर उन्हें वहां से उठना पड़ा. उनकी यह सादगी देखकर कार्यक्रम शुरू होने से पहले से लेकर कार्यक्रम खत्म होने तक हर कोई उनकी चर्चा कर रहा था.
हालांकि, यह कोई पहला मामला नहीं है, जब राधा रतूड़ी और अनिल रतूड़ी ने सबको चौंकाया हो. इससे पहले जब अनिल रतूड़ी उत्तराखंड डीजीपी पद पर आसीन थे और राधा रतूड़ी भी अपर मुख्य सचिव थीं, तब एकाएक एक दिन उन्हें घंटाघर से राजपुर रोड स्थित कॉफी की दुकान में बिना तामझाम के कॉफी पीते हुए देखा गया था. इस दौरान ना तो उनके साथ कोई एस्कॉर्ट था और ना ही कोई पुलिस जवान. यह दोनों बड़ी ही सादगी से कॉफी की दुकान में आए कॉफी पी और चले गए.
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इतना ही नहीं बीते साल राधा रतूड़ी और अनिल रतूड़ी की बेटी की शादी हुई थी. आप समझ सकते हैं कि छोटे अधिकारी भी अगर अपने बच्चे की शादी करता है तो पूरी शान-ओ-शौकत के साथ करता है. लेकिन कोरोना गाइडलाइन की वजह से दोनों दंपति ने अपनी बेटी की शादी बड़ी सादगी के साथ कोर्ट मैरिज से की. दोनों ने वर-वधू को घर में ही आशीर्वाद दिया. इसके बारे में जब अनिल रतूड़ी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके विभाग के या यह कहें उनके दफ्तर के लोगों को भी यह नहीं पता था कि उनके घर में शादी हो चुकी है.
इतना ही नहीं शादी के अगले दिन ही राधा रतूड़ी और अनिल रतूड़ी अपने काम पर वापस आ गए थे. इस शादी में ना तो किसी अधिकारी को बुलाया गया था और ना ही किसी नेता को शादी की जानकारी दी गई थी. इस शादी का तब पता लगा जब उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर वर वधू को आशीर्वाद दिया.
आपको बता दें कि राधा रतूड़ी का नाम उत्तराखंड की पहली महिला मुख्य सचिव बनने को लेकर चर्चाओं में है. राधा रतूड़ी इस समय उत्तराखंड शासन में वरिष्ठ अधिकारियों में से एक हैं. वह अपर मुख्य सचिव पद पर इस समय तैनात हैं. 1988 बैच की आईएएस अधिकारी राधा रतूड़ी बेहद सादगी भरे अंदाज में दिखती हैं. उत्तराखंड और उत्तराखंडियत को लेकर दोनों पति-पत्नी अक्सर फेसबुक या दूसरे सोशल मीडिया साइट पर दिखाई देते रहे हैं.