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CM धामी ने बताया यूक्रेन में फंसे हैं उत्तराखंड के 188 लोग, DGP बोले- MEA कर रहा जरूरी कार्रवाई

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Published : Feb 26, 2022, 12:14 PM IST

Updated : Feb 26, 2022, 3:02 PM IST

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के 188 लोगों के यूक्रेन में फंसे होने की सूचना मिली है. हम विदेश मंत्रालय और भारत सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं. हमारे अधिकारी हमारे छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए काम कर रहे हैं. वहीं डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि भारतीय विदेश मंत्रालय हमारे नागरिकों को यूक्रेन से वापस लाने के लिए जरूरी कार्रवाई कर रहा है.

Ukraine
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र-छात्राएं.

देहरादून: यूक्रेन में फंसे हजारों भारतीय छात्रों के सामने युद्धग्रस्त देश से सकुशल वापसी बड़ी चुनौती बनी हुई है. इसमें उत्तराखंड के कई छात्र-छात्राएं भी फंसे हुए हैं, जो वीडियो बनाकर मदद की गुहार लगा रहे हैं. वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के 188 लोगों के यूक्रेन में फंसे होने की सूचना मिली है. हम विदेश मंत्रालय और भारत सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं. हमारे अधिकारी हमारे छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि छात्रों के परिजनों को उनके बच्चों को सुरक्षित निकालने का आश्वासन दिया है.

वहीं, डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि विदेश मंत्रालय उन्हें सकुशल वापसी के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. साथ ही सरकार ने लोगों की सहूलियत के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं. डीजीपी ने बताया कि उत्तराखंड सरकार ने इस काम के लिए दो नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए हैं. इसके साथ ही टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं. डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि ऐसी जानकारी भी मिल रही है कि यूक्रेन में फंसे उत्तराखंडवासी वहां से रोमानिया और पोलैंड की तरफ निकल गए हैं.

पूर्व सीएम हरीश रावत
भारत के 20 हजार से ज्यादा लोग यूक्रेन में फंसे हैं: यूक्रेन में भारत के 20 हजार से ज्यादा लोग फंसे हैं. इनमें छात्र और व्यवसासियों समेत वहां जॉब करने वाले लोग शामिल हैं. भारत सरकार ने भी यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को निकालने की कोशिशें तेज कर दी हैं. एयर इंडिया के विमान ने रोमानिया के लिए उड़ान भरी है. एअर इंडिया (Air India plane) का एक विमान रूस के आक्रमण के चलते यूक्रेन में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के वास्ते रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट पहुंचा. उड़ान संख्या एआई1943 ने तड़के करीब तीन बजकर 40 मिनट पर मुंबई हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी.
पढ़ें-यूक्रेन से 240 छात्रों को पहुंचाया गया रोमानिया, पौड़ी की आकांक्षा ने बताया आंखों देखा हाल

जो भी भारतीय नागरिक सड़क मार्ग से यूक्रेन-रोमानिया सीमा पर पहुंच गये हैं, उन्हें भारत सरकार के अधिकारी बुखारेस्ट ले जायेंगे ताकि उन्हें एअर इंडिया की उड़ानों के जरिए स्वदेश लाया जा सके. बता दें कि, एअर इंडिया यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए बुखारेस्ट और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के लिए शनिवार को और उड़ानें संचालित करेगी.

युद्ध का आज तीसरा दिन: यूक्रेन पर रूस के हमले का आज तीसरा दिन है. शनिवार को राजधानी कीव समेत यूक्रेन के सभी अहम शहरों में धमाके हुए हैं. रूसी सैनिक राजधानी कीव में दाखिल हो गए हैं और यूक्रेनी सैनिकों से उनकी आमने-सामने की लड़ाई शुरू हो चुकी है. इस बीच यूक्रेन ने 300 रूसी पैराट्रूपर्स से भरे दो प्लेन मार गिराने का दावा किया है. रूसी सैनिकों ने कीव के एयरपोर्ट पर कब्जा कर लिया है.

पढ़ें-Russia Ukraine War: बेजुबान से प्यार की दिलचस्प कहानी, 'Dear' डॉगी के लिए ऋषभ ने नहीं छोड़ा यूक्रेन

भारत ने UNSC वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया: इससे पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया गया. इस प्रस्ताव के पक्ष में 11 और विपक्ष में 1 वोट पड़ा. भारत, चीन और UAE ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया. हालांकि, रूस ने वीटो पावर का इस्तेमाल कर इस निंदा प्रस्ताव को खारिज कर दिया.

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की प्रतिक्रिया: रूस के यूक्रेन हमले के तीसरे दिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश को आश्वस्त करने की मांग की है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि यूक्रेन के साथ भारत की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा जुड़ा हुआ है. वहीं यूक्रेन पर हमले के बाद भारत पर भी असर पड़ेगा. अर्थव्यवस्था और भारत और उत्तराखंड के यूक्रेन में फंसे छात्रों पर भारत सरकार बातचीत तो कर रही है, लेकिन उसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आश्वस्त करना चाहिए कि किस प्रकार भारत इन चुनौतियों से निपटेगा. क्योंकि रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद एक बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है.

सरकार ने तैनात किए नोडल अधिकारी: सीएम धामी ने यूक्रेन में निवासरत उत्तराखंड के लोगों की सुरक्षा के संबंध में उनके परिजनों से प्राप्त हो रही जरूरी सूचनाओं के संकलन के लिये पुलिस महानिरीक्षक पी. रेणुका देवी (मोबाइल नंबर - 7579278144) और पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार (मोबाइल नंबर 983778889) को नोडल अधिकारी नामित किया है. जारी किये गये टोल फ्री नंबर 112 पर अभी तक यूक्रेन में निवासरत 95 लोगों के परिजनों ने संपर्क स्थापित किया है.

उत्तराखंडवासियों के लिए टोल फ्री नंबर शुरू: उत्तराखंड सरकार ने यूक्रेन में फंसे लोगों के लिए टोल फ्री नंबर शुरू किये हैं. इसमें डायल 112 सहित टोल फ्री नंबर 1820 218 797 के अलावा +91 1123012113, 91 1123014104, 91 1123017905 के अलावा देहरादून कंट्रोल रूम 9411112962 हेल्पलाइन नम्बर जारी किये गये हैं. इन नंबरों पर फंसे लोगों की डिटेल जिलेवार एकत्र कर उत्तराखंड शासन विदेश मंत्रालय को भेज रहा है. जहां से उन्हें वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. जानकारी के मुताबिक, अभी तक यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के 170 से अधिक लोगों की पहचान हुई है. जिनकी डिटेल, नंबर, ईमेल और यूक्रेन के रहने वाले स्थान जैसी आवश्यक जानकारी शासन को उपलब्ध कराई जा रही हैं.

यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के जिलेवार सूची

जनपद फंसे लोग
देहरादून 29
हरिद्वार 35
टिहरी 11
पौड़ी 19
चमोली 2
उत्तरकाशी 7
रुद्रप्रयाग 5
नैनीताल 24
उधम सिंह नगर 36
अल्मोड़ा 1
बागेश्वर 0
चंपावत 4
पिथौरागढ़ 1
अन्य 3
कुल 188

देहरादून: यूक्रेन में फंसे हजारों भारतीय छात्रों के सामने युद्धग्रस्त देश से सकुशल वापसी बड़ी चुनौती बनी हुई है. इसमें उत्तराखंड के कई छात्र-छात्राएं भी फंसे हुए हैं, जो वीडियो बनाकर मदद की गुहार लगा रहे हैं. वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के 188 लोगों के यूक्रेन में फंसे होने की सूचना मिली है. हम विदेश मंत्रालय और भारत सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं. हमारे अधिकारी हमारे छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि छात्रों के परिजनों को उनके बच्चों को सुरक्षित निकालने का आश्वासन दिया है.

वहीं, डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि विदेश मंत्रालय उन्हें सकुशल वापसी के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. साथ ही सरकार ने लोगों की सहूलियत के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं. डीजीपी ने बताया कि उत्तराखंड सरकार ने इस काम के लिए दो नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए हैं. इसके साथ ही टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं. डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि ऐसी जानकारी भी मिल रही है कि यूक्रेन में फंसे उत्तराखंडवासी वहां से रोमानिया और पोलैंड की तरफ निकल गए हैं.

पूर्व सीएम हरीश रावत
भारत के 20 हजार से ज्यादा लोग यूक्रेन में फंसे हैं: यूक्रेन में भारत के 20 हजार से ज्यादा लोग फंसे हैं. इनमें छात्र और व्यवसासियों समेत वहां जॉब करने वाले लोग शामिल हैं. भारत सरकार ने भी यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को निकालने की कोशिशें तेज कर दी हैं. एयर इंडिया के विमान ने रोमानिया के लिए उड़ान भरी है. एअर इंडिया (Air India plane) का एक विमान रूस के आक्रमण के चलते यूक्रेन में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के वास्ते रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट पहुंचा. उड़ान संख्या एआई1943 ने तड़के करीब तीन बजकर 40 मिनट पर मुंबई हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी.
पढ़ें-यूक्रेन से 240 छात्रों को पहुंचाया गया रोमानिया, पौड़ी की आकांक्षा ने बताया आंखों देखा हाल

जो भी भारतीय नागरिक सड़क मार्ग से यूक्रेन-रोमानिया सीमा पर पहुंच गये हैं, उन्हें भारत सरकार के अधिकारी बुखारेस्ट ले जायेंगे ताकि उन्हें एअर इंडिया की उड़ानों के जरिए स्वदेश लाया जा सके. बता दें कि, एअर इंडिया यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए बुखारेस्ट और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के लिए शनिवार को और उड़ानें संचालित करेगी.

युद्ध का आज तीसरा दिन: यूक्रेन पर रूस के हमले का आज तीसरा दिन है. शनिवार को राजधानी कीव समेत यूक्रेन के सभी अहम शहरों में धमाके हुए हैं. रूसी सैनिक राजधानी कीव में दाखिल हो गए हैं और यूक्रेनी सैनिकों से उनकी आमने-सामने की लड़ाई शुरू हो चुकी है. इस बीच यूक्रेन ने 300 रूसी पैराट्रूपर्स से भरे दो प्लेन मार गिराने का दावा किया है. रूसी सैनिकों ने कीव के एयरपोर्ट पर कब्जा कर लिया है.

पढ़ें-Russia Ukraine War: बेजुबान से प्यार की दिलचस्प कहानी, 'Dear' डॉगी के लिए ऋषभ ने नहीं छोड़ा यूक्रेन

भारत ने UNSC वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया: इससे पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया गया. इस प्रस्ताव के पक्ष में 11 और विपक्ष में 1 वोट पड़ा. भारत, चीन और UAE ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया. हालांकि, रूस ने वीटो पावर का इस्तेमाल कर इस निंदा प्रस्ताव को खारिज कर दिया.

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की प्रतिक्रिया: रूस के यूक्रेन हमले के तीसरे दिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश को आश्वस्त करने की मांग की है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि यूक्रेन के साथ भारत की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा जुड़ा हुआ है. वहीं यूक्रेन पर हमले के बाद भारत पर भी असर पड़ेगा. अर्थव्यवस्था और भारत और उत्तराखंड के यूक्रेन में फंसे छात्रों पर भारत सरकार बातचीत तो कर रही है, लेकिन उसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आश्वस्त करना चाहिए कि किस प्रकार भारत इन चुनौतियों से निपटेगा. क्योंकि रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद एक बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है.

सरकार ने तैनात किए नोडल अधिकारी: सीएम धामी ने यूक्रेन में निवासरत उत्तराखंड के लोगों की सुरक्षा के संबंध में उनके परिजनों से प्राप्त हो रही जरूरी सूचनाओं के संकलन के लिये पुलिस महानिरीक्षक पी. रेणुका देवी (मोबाइल नंबर - 7579278144) और पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार (मोबाइल नंबर 983778889) को नोडल अधिकारी नामित किया है. जारी किये गये टोल फ्री नंबर 112 पर अभी तक यूक्रेन में निवासरत 95 लोगों के परिजनों ने संपर्क स्थापित किया है.

उत्तराखंडवासियों के लिए टोल फ्री नंबर शुरू: उत्तराखंड सरकार ने यूक्रेन में फंसे लोगों के लिए टोल फ्री नंबर शुरू किये हैं. इसमें डायल 112 सहित टोल फ्री नंबर 1820 218 797 के अलावा +91 1123012113, 91 1123014104, 91 1123017905 के अलावा देहरादून कंट्रोल रूम 9411112962 हेल्पलाइन नम्बर जारी किये गये हैं. इन नंबरों पर फंसे लोगों की डिटेल जिलेवार एकत्र कर उत्तराखंड शासन विदेश मंत्रालय को भेज रहा है. जहां से उन्हें वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. जानकारी के मुताबिक, अभी तक यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के 170 से अधिक लोगों की पहचान हुई है. जिनकी डिटेल, नंबर, ईमेल और यूक्रेन के रहने वाले स्थान जैसी आवश्यक जानकारी शासन को उपलब्ध कराई जा रही हैं.

यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के जिलेवार सूची

जनपद फंसे लोग
देहरादून 29
हरिद्वार 35
टिहरी 11
पौड़ी 19
चमोली 2
उत्तरकाशी 7
रुद्रप्रयाग 5
नैनीताल 24
उधम सिंह नगर 36
अल्मोड़ा 1
बागेश्वर 0
चंपावत 4
पिथौरागढ़ 1
अन्य 3
कुल 188
Last Updated : Feb 26, 2022, 3:02 PM IST
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