देहरादून/काशीपुर: दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की विधायक और गोवा में आप की प्रभारी आतिशी शनिवार को देहरादून पहुंची. यहां उन्होंने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधा. वहीं कांग्रेस और बीजेपी में उपजे ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर भी आतिशी ने दोनों ही पार्टियों को आड़े हाथों लिया.
आतिशी ने कहा कि प्रदेश में कभी बीजेपी तो कभी कांग्रेस बस यही चल रहा है. दोनों पार्टियों के नेताओं को जनता की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है. दोनों पार्टियों के नेता अपना स्वार्थ सिद्ध करने में लगे हुए हैं. उत्तराखंड को बने हुए 21 साल हो गए हैं, और यहां की मातृशक्ति ने राज्य निर्माण में अपना अहम योगदान दिया है. यहां की महिलाओं और युवाओं ने राज्य निर्माण में अपनी शहादत दी, लेकिन यहां की महिलाएं और युवा यह जानना चाहते हैं कि आखिर 21 सालों में उत्तराखंड को क्या मिला?
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उन्होंने प्रदेश के स्वास्थ्य और शिक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य और शिक्षा की स्थिति बदहाल है. उत्तराखंड में 10 साल बीजेपी और 10 साल कांग्रेस की सरकार रही. दोनों सरकारों के कार्यकाल में सिर्फ नेता ही बदले हैं, प्रदेश नहीं. 21 साल के उत्तराखंड को 11 मुख्यमंत्री मिले हैं.
आतिशी ने कहा कि दोनों ही पार्टियों ने यहां के युवाओं और महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया. हालात यह हैं कि प्रदेश के युवाओं के लिए नौकरियां नहीं हैं और उन्हें रोजगार के लिए पलायन करने पर विवश होना पड़ता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य की स्थिति यह है कि एक लाख महिलाओं में से करीब सौ महिलाओं की जर्जर स्वास्थ्य व्यवस्था से मृत्यु हो जाती है. आलम यह है कि 21 साल बाद भी एक महिला सुरक्षित रूप से बच्चे को जन्म नहीं दे सकती है. क्योंकि यहां के नेता अपना स्वार्थ सिद्ध करने में दलबदल करते रहते हैं, और उन्हें प्रदेश की जनता की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश को लूटकर यह सभी नेता आज भोग विलासिता का जीवन जी रहे हैं. आतिशी का कहना है कि कांग्रेस और भाजपा मिली जुली सरकार चलाते आ रहे हैं, और प्रदेश में दोनों पार्टियां गंदी राजनीति करती आ रही हैं. इनके नेता टिकट के लिए कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा में शामिल हो जाते हैं.
आतिशी ने हरक सिंह रावत और हरीश रावत के ताजा घटनाक्रम को लेकर भी बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि अपने आप को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने के लिए हरीश रावत राहुल गांधी से मिलने चले जाते हैं और कहते हैं कि मुझे मुख्यमंत्री चेहरा चुना जाए. उत्तराखंड में विधायक, मंत्री और नेता अपने ही विकास मॉडल पर काम करते है. उन्हें उत्तराखंड से कोई लेना-देना नहीं है.
भाजपा और कांग्रेस के नेताओं को एक ही चिंता सताती है कि उनका विकास आखिर कैसे हो सकता है? उन्होंने हरक सिंह, हरीश रावत और प्रीतम सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि यह नेता इस बात पर कभी आवाज नहीं उठाते कि प्रदेश में महिलाओं की प्रसव पीड़ा से मौत हो जाती है. वह इस पर भी हाथापाई नहीं करते हैं कि बच्चों के लिए स्कूल में बैठने के लिए कुर्सी टेबल नहीं हैं. रोजगार पर यह नेता कभी आवाज उठाते पर नजर नहीं आते हैं. इन्हें सिर्फ अपनी कुर्सी, अपने टिकट और मुख्यमंत्री पद की लड़ाई करते हुए देखा जा सकता है. यही वजह है कि राज्य बने 21 वर्ष हो गए उसके बावजूद यहां के लोगों को अभी तक कुछ नहीं मिला है.
काशीपुर में मातृ शक्ति संवाद: आप ने उधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में मातृ शक्ति संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया था. यहां उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल का वादा है उत्तराखंड अगर उनकी सरकार बनी तो यहां हर मोहल्ले में मोहल्ला क्लीनिक बनेगा. इसके अलावा 18 साल के ऊपर की हर महिला को हर महीने एक हजार रुपए भी दिए जाएंगे. दिल्ली में आम आदमी पार्टी को महिलाओं ने जिताया है. उत्तराखंड की महिलाओं ने भी दिल्ली के महिलाओं की तरह मन बना लिया है कि वह आम आदमी पार्टी को वोट देकर उत्तराखंड में बदलाव लाएंगी.