ETV Bharat / state

ऑनलाइन खरीददारी करना पड़ा महंगा, लिंक पर क्लिक करते ही उड़े 2 लाख रुपये

देहरादून में फेक नापतौल कंपनी से ऑनलाइन डिनर सेट के लिए 2 रुपये के लिंक पर क्लिक करते ही एक युवक के खाते से दो लाख रुपये उड़ गए.

online fraud
ऑनलाइन ठगी
author img

By

Published : Jun 21, 2020, 3:58 PM IST

Updated : Jun 21, 2020, 4:31 PM IST

देहरादूनः राजधानी दून में एक व्यक्ति को ऑनलाइन खरीददारी करना महंगा पड़ गया. ताजा मामला नेहरू कॉलोनी का है. जहां एक व्यक्ति ने नापतौल कंपनी से ऑनलाइन डिनर सेट खरीदने के लिए 2 रुपये वाली लिंक पर क्लिक कर दिया. प्रक्रिया पूरी करते ही पीड़ित के खाते से दो लाख रुपये उड़ गए. जिसके बाद पीड़ित ने आनन-फानन में साइबर क्राइम पुलिस को शिकायत दर्ज कराई है.

जानकारी के मुताबिक, नेहरू कॉलोनी निवासी अमित कुमार ने फेक नापतौल कंपनी के माध्यम से ऑनलाइन डिनर सेट मंगाया था. जिसमें कंपनी के लिंक में 2 रुपये पेमेंट का लिंक आया था. जिस पर कंपनी की ओर से उसे लिंक को एक्सेप्ट करने के लिए कहा गया. जैसे ही अमित ने लिंक एक्सेप्ट करने के बाद ओटीपी कंपनी को दी. उसके बाद उसके खाते से दो लाख रुपये निकल गए. जिसे देख उसके होश उड़ गए.

ये भी पढ़ेंः रुद्रप्रयाग: व्यापारियों को अभी तक नहीं मिला मुआवजा, उठने लगे विरोध के स्वर

वहीं, पीड़ित अमित ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम को दी. जहां जांच करने के बाद साइबर पुलिस ने केस थाना नेहरू कॉलोनी में ट्रांसफर कर दिया है. थाना नेहरू कॉलोनी प्रभारी दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि साइबर पुलिस से थाने में अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया. साथ ही पुलिस मामले की कार्रवाई में जुट गई है. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) से कैसे बचें?

  • फोन पर किसी को भी अपनी बैंक डिटेल न दें.
  • अपना ATM पिन, CVV नंबर, डेबिट पासवर्ड और अकाउंट नंबर किसी को भी शेयर न करें.
  • किसी और का बताया पासवर्ड न बनाएं.
  • ओटीपी (OTP) किसी को भी शेयर न करें.
  • इंटरनेट पर आनी वाली साइटों पर अपनी निजी जानकारी न डालें.
  • किसी भी फ्री और डिस्काउंट के लालच में आकर लिंक पर क्लिक न करें.
  • कुछ महीनों के अंतराल पर अपना पासवर्ड बदलते रहें.
  • एटीएम वैलिडिटी एक्सपायर से संबंधित आने वाले कॉल और मैसेज का जबाव न दें.
  • बैंक के कर्मचारी फोन या ई-मेल पर आपकी पर्सनल जानकारी नहीं मांगते.
  • बैंक के कर्मचारी कभी भी एटीएम की वैलिडिटी खत्म होने पर कॉल नहीं करते हैं.
  • डेबिट कार्ड से शॉपिंग करते समय पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल न करें.
  • लेनदेन करने के बाद रसीद जरूर लें.
  • ऑनलाइन शॉपिंग के बाद अपना बैंक स्टेटमेंट जरूर चेक करें.

ऑनलाइन फ्रॉड होने पर क्या करें?

  • फ्रॉड का शिकार होने के बाद आपको बैंक में तीन दिन के भीतर इसकी जानकारी देनी होगी.
  • बैंक जांच करेगा कि पैसे आपकी गलती के कारण किसी दूसरे खाते में ट्रांसफर हुए हैं या आप धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं या फिर किसी ने निकाल लिए हैं.
  • साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर बैंक चोरी हुए पैसों की भरपाई करेगा, लेकिन ये भरपाई कुछ शर्तों पर ही होगी.
  • सबसे पहले अपने अकाउंट, कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग को बंद कराएं. इसके बाद पुलिस में फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराएं.
  • बैंक में एफआईआर की कॉपी लेकर जाएं. इसके आधार पर बैंक फ्रॉड की जांच करेगा.
  • कस्टमर सात दिनों के बाद बैंक के पास फ्रॉड की शिकायत लेकर जाता है तो बैंक इस पर निर्णय लेगा.

देहरादूनः राजधानी दून में एक व्यक्ति को ऑनलाइन खरीददारी करना महंगा पड़ गया. ताजा मामला नेहरू कॉलोनी का है. जहां एक व्यक्ति ने नापतौल कंपनी से ऑनलाइन डिनर सेट खरीदने के लिए 2 रुपये वाली लिंक पर क्लिक कर दिया. प्रक्रिया पूरी करते ही पीड़ित के खाते से दो लाख रुपये उड़ गए. जिसके बाद पीड़ित ने आनन-फानन में साइबर क्राइम पुलिस को शिकायत दर्ज कराई है.

जानकारी के मुताबिक, नेहरू कॉलोनी निवासी अमित कुमार ने फेक नापतौल कंपनी के माध्यम से ऑनलाइन डिनर सेट मंगाया था. जिसमें कंपनी के लिंक में 2 रुपये पेमेंट का लिंक आया था. जिस पर कंपनी की ओर से उसे लिंक को एक्सेप्ट करने के लिए कहा गया. जैसे ही अमित ने लिंक एक्सेप्ट करने के बाद ओटीपी कंपनी को दी. उसके बाद उसके खाते से दो लाख रुपये निकल गए. जिसे देख उसके होश उड़ गए.

ये भी पढ़ेंः रुद्रप्रयाग: व्यापारियों को अभी तक नहीं मिला मुआवजा, उठने लगे विरोध के स्वर

वहीं, पीड़ित अमित ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम को दी. जहां जांच करने के बाद साइबर पुलिस ने केस थाना नेहरू कॉलोनी में ट्रांसफर कर दिया है. थाना नेहरू कॉलोनी प्रभारी दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि साइबर पुलिस से थाने में अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया. साथ ही पुलिस मामले की कार्रवाई में जुट गई है. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) से कैसे बचें?

  • फोन पर किसी को भी अपनी बैंक डिटेल न दें.
  • अपना ATM पिन, CVV नंबर, डेबिट पासवर्ड और अकाउंट नंबर किसी को भी शेयर न करें.
  • किसी और का बताया पासवर्ड न बनाएं.
  • ओटीपी (OTP) किसी को भी शेयर न करें.
  • इंटरनेट पर आनी वाली साइटों पर अपनी निजी जानकारी न डालें.
  • किसी भी फ्री और डिस्काउंट के लालच में आकर लिंक पर क्लिक न करें.
  • कुछ महीनों के अंतराल पर अपना पासवर्ड बदलते रहें.
  • एटीएम वैलिडिटी एक्सपायर से संबंधित आने वाले कॉल और मैसेज का जबाव न दें.
  • बैंक के कर्मचारी फोन या ई-मेल पर आपकी पर्सनल जानकारी नहीं मांगते.
  • बैंक के कर्मचारी कभी भी एटीएम की वैलिडिटी खत्म होने पर कॉल नहीं करते हैं.
  • डेबिट कार्ड से शॉपिंग करते समय पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल न करें.
  • लेनदेन करने के बाद रसीद जरूर लें.
  • ऑनलाइन शॉपिंग के बाद अपना बैंक स्टेटमेंट जरूर चेक करें.

ऑनलाइन फ्रॉड होने पर क्या करें?

  • फ्रॉड का शिकार होने के बाद आपको बैंक में तीन दिन के भीतर इसकी जानकारी देनी होगी.
  • बैंक जांच करेगा कि पैसे आपकी गलती के कारण किसी दूसरे खाते में ट्रांसफर हुए हैं या आप धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं या फिर किसी ने निकाल लिए हैं.
  • साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर बैंक चोरी हुए पैसों की भरपाई करेगा, लेकिन ये भरपाई कुछ शर्तों पर ही होगी.
  • सबसे पहले अपने अकाउंट, कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग को बंद कराएं. इसके बाद पुलिस में फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराएं.
  • बैंक में एफआईआर की कॉपी लेकर जाएं. इसके आधार पर बैंक फ्रॉड की जांच करेगा.
  • कस्टमर सात दिनों के बाद बैंक के पास फ्रॉड की शिकायत लेकर जाता है तो बैंक इस पर निर्णय लेगा.
Last Updated : Jun 21, 2020, 4:31 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.