देहरादून: 7 फरवरी को चमोली में आई आपदा के बाद से अबतक आपदा प्रबंधन विभाग रेस्क्यू अभियान चला रहा है. लगातार शवों को ढूंढने का काम किया जा रहा है. अबतक 204 लापता लोगों में से 70 शव मिले हैं, जिनमें से 40 लोगों की शिनाख्त हो चुकी है. वहीं, आज शोधकर्ताओं का एक दल आपदा के कारणों का स्थलीय निरीक्षक कर वापस देहरादून पहुंचा है और वहां के हालातों की जानकारी दी है.
उत्तराखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पीयूष रौतेला ने बताया कि आपदा के कारणों को लेकर सरकार द्वारा नौ अलग-अलग शोध संस्थाओं के प्रतिनिधियों की गठित की गई टीम ने चमोली आपदा के केंद्र बिंदु रैणी गांव से ऊपर जहां से आपदा की शुरुआत हुई थी वहां का स्थलीय निरीक्षण किया है और आपदा के कारणों की जांच की है. शोध संस्थाएं आपदा के अलग-अलग दृष्टिकोण पर जांच कर रही हैं और जल्द ही एक निष्कर्ष पर पहुंचकर समिति सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी.
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वहीं, पीयूष रौतेला ने बताया कि लापता लोगों को मृत घोषित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से गाइडलाइन जारी कर दी गई है, जिस पर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.