ऋषिकेश: सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड गुरुद्वारा साहिब की यात्रा 1 जून से प्रारंभ होने जा रही है. यात्रा को लेकर इस वर्ष गुरुद्वारा कमेटी ने एक अच्छी पहल की है. हेमकुंड साहिब कमेटी ट्रस्ट ने ऐसे प्लास्टिक के बैग तैयार किए हैं जो 180 दिनों के भीतर खुद ही मिट्टी में घुल जाएगा. इस इको फ्रेंडली बैग का उपयोग पूजा सामग्री को रखने में किया जाएगा.
हेमकुंड गुरुद्वारा कमेटी ट्रस्ट इस वर्ष हेमकुंड साहिब की यात्रा करने के लिए आ रहे श्रद्धालुओं को एक ऐसा प्लास्टिक नुमा बैग प्रोवाइड करवाएगा, जो प्लास्टिक का नहीं है. ये बैग स्टार्च पाउडर का बना हुआ है. इस बैग से प्रदूषण नहीं फैलेगा, बल्कि यह बैग 180 दिनों के भीतर खुद ही मिट्टी में घुल जाएगा.
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हेमकुंड गुरुद्वारा प्रबंधक दर्शन सिंह ने बताया कि इस बार की हेमकुंड साहिब की यात्रा इको फ्रेंडली यात्रा होगी. यहां आने वाले श्रद्धालुओं को जो भी सामग्री दी जाएगी, इसी बैग में दी जाएगी.
गुरुद्वारा कमेटी प्रबंधक ने बताया कि स्टार्च पाउडर का बना यह बैग देखने में प्लास्टिक के बने पॉलिथीन की तरह ही लगता है, लेकिन यह पॉलिथीन नहीं है. उन्होंने कहा कि पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए गुरुद्वारा कमेटी इस बैग का इस्तेमाल कर इको फ्रेंडली यात्रा की शुरुआत करेगी.