देहरादून: कुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के साथ ही वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचाने को लेकर मेला प्रशासन लगातार तमाम व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने में जुटा हुआ है. इसी क्रम में हरिद्वार के घाटों पर अत्यधिक भीड़ इकट्ठा ना हो इसके साथ ही यात्रियों को वाहन पार्किंग से घाटों तक पहुंचने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो, इसके लिए मेला प्रशासन मेला क्षेत्र में 850 बसों की सुविधा शुरू करने जा रहा है, जो निशुल्क यात्रियों को मेला क्षेत्र से बाहर ले जाने का कार्य करेगी.
गौर हो कि महाशिवरात्रि पर्व पर भी शटल सेवा की 100 बसों का संचालन किया जाना था, लेकिन मेला प्रशासन की लापरवाही के चलते बसों का संचालन नहीं हो सका था. ऐसे में अब 12 और 14 अप्रैल को होने वाले शाही स्नानों को लेकर शटल सेवा की 850 बसें चलाई जाएंगी. यह सभी बस किन रूटों पर संचालित होंगी. इसका निर्देश आईजी कुंभ मेला द्वारा निर्धारित किया जाएगा. इसके लिए, मेला प्रशासन ने उत्तराखंड परिवहन निगम के हरिद्वार डिपो के अधिकारियों से 850 बसों की सूची समेत चालकों परिचालकों की तमाम जानकारियां उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए हैं.
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मेला अधिकारी दीपक रावत ने बताया कि जो श्रद्धालु हरिद्वार कुंभ में आना चाहते हैं उन सभी का स्वागत है, बशर्ते कोविड-19 का पूर्ण रुप से पालन करें. कोविड-19 राज्य सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है. ऐसे में सभी के सहयोग की जरूरत है, ताकि कुंभ में शामिल होने वाले श्रद्धालु में संक्रमण का खतरा न बढ़े.
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शाही स्नान से पहले ही हरिद्वार के सभी होटल और धर्मशालाएं बुक हो जाती हैं, ऐसे में शाही स्नान के दिन आने वाले यात्रियों को ठहरने की व्यवस्था उपलब्ध नहीं हो पाती है. जिसे देखते हुए तमाम जगहों पर 2000 के रैन बसेरे भी बनाए गए हैं. इसके अतिरिक्त शौचालय और पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्थाएं भी की गई हैं. यही नहीं श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए 850 बसों की भी व्यवस्था की गई है, ताकि श्रद्धालुओं को ज्यादा दूर तक पैदल न चलना पड़े. 12 और 14 अप्रैल को 850 बसों की शटल सेवा का संचालन किया जाएगा.
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कुंभ में अपने निजी वाहनों से आने वाले सभी यात्रियों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है. ऐसे में उस पार्किंग स्थल से घाटों तक पहुंचने में इन यात्रियों को परेशानी ना हो इस को ध्यान में रखते हुए बसों के संचालन की व्यवस्था की गई है.