देहरादून: भारतीय सैन्य अकादमी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण देने वाले संस्थान में शुमार है. यही कारण है कि यहां न केवल देश बल्कि विदेशी कैडेट्स भी प्रशिक्षण लेने आते हैं. ऐसे ही 84 विदेशी कैडेट्स आज यहां से पास आउट हुए. पास आउट होने के बाद इन विदेशी कैडेट्स ने यहां बिताये गये पलों को याद किया. उन्होंने अपनी इस गौरवशाली यात्रा के अनुभवों को बेहद ही गर्व के साथ साझा किया. जिसमें उन्होंने भारतीय जेंटलमैन कैडेट्स का साथ सहयोग की बात को प्रमुखता से रखा.
भारतीय सैन्य अकादमी से इस बार 84 विदेशी जेंटलमैन कैडेट्स पास आउट हुए. बता दें कि इस वक्त कुल 222 जेंटलमैन कैडेट्स फर्स्ट सेकंड और थर्ड टर्म में यहां पर प्रशिक्षण ले रहे हैं. जिसमें 84 विदेशी जेंटलमैन कैडेट्स ने आज थर्ड टर्म पूरा करते हुए अपना प्रशिक्षण पूरा कर लिया है. भारतीय सैन्य अकादमी ने अब तक दो हजार से ज्यादा विदेशी जेंटलमैन कैडेट्स को प्रशिक्षण दिया है.
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इनमें से कई ऐसे हैं जो अपने देशों में जाकर सेना के सर्वोच्च पद पर पहुंचे हैं. मित्र देशों जिसमें अफगानिस्तान, भूटान कजाकिस्तान, मालदीव, मॉरिशिस, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, तजाकिस्तान, तंजानिया, तुर्किस्तान, वियतनाम और टोंगा जैसे देश शामिल हैं. इसमें टोंगा देश का एक कैडेट इस बार पहली पास आउट हुआ है. इन देशों के प्रशिक्षण लेने वाले जेंटलमैन कैडेट्स अब अपने देशों की सेनाओं में शामिल होंगे.
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खास बात यह है कि भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट होने वाले यह विदेशी कैडेट्स भी अकादमी के बेहतर प्रशिक्षण का बखान करते हुए नहीं थकते. वे कहते हैं कि ये दुनिया का सबसे बेहतर सैन्य प्रशिक्षण संस्थान है. उन्हें यहां बहुत कुछ सीखने को मिला है.
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पासिंग आउट परेड के दौरान अभिभावकों को अकादमी में आने की अनुमति नहीं थी. जिसके कारण अकादमी के अफसरों ने ही विदेशी कैडेट्स से संवाद कर उन्हें उज्जवल भविष्य को लेकर शुभकामनाएं दी.