मसूरीः अंग्रेजों के जमाने 1942 में स्थापित उत्तर रेलवे द्वारा संचालित रेलवे आउट एजेंसी (Railway Out Agency of Northern Railway) अब बंद होने जा रही है. इसको लेकर उच्च अधिकारियों द्वारा निर्देश भी दिए जा चुके हैं. मामले पर मसूरी और आसपास के क्षेत्र की जनता में भारी आक्रोश है. लोगों का कहना है कि मसूरी रेलवे आउट एजेंसी के माध्यम से वह विभिन्न रेलवे की टिकट आसानी से प्राप्त कर लिया करते थे. लेकिन अब यह सुविधा उनको नहीं मिल पाएगी.
रेलवे आउट एजेंसी से बुक होते हैं ट्रेन टिकट: उन्होंने कहा कि मसूरी में बिहार और नेपाल मूल के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं जो ऑनलाइन रेलवे के टिकट बुक नहीं कर पाते हैं. ऐसे में वह मसूरी में उत्तर रेलवे द्वारा संचालित रेलवे आउट एजेंसी जाकर अपने रेलवे के टिकट बुक कराते थे. 1999 से यहां कंप्यूटराइज्ड रेलवे टिकट बुक करने की सुविधा उपलब्ध हो गई है. उन्होंने कहा कि मसूरी में रेलवे आउट एजेंसी को बंद करने का निर्णय (Mussoorie Railway Out Agency will be closed) गलत है. उन्होंने मांग की है कि रेलवे आउट को बंद न किया जाए.
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अंग्रेजों के जमाने की रेलवे आउट एजेंसी हो रही बंद: मसूरी भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने बताया कि उत्तर रेलवे के अधिकारियों द्वारा अंग्रेजों के जमाने से संचालित उत्तर रेलवे आउट एजेंसी को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं. इसको लेकर उनके द्वारा कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से मुलाकात की गई है. उन्होंने मंत्री जोशी से मांग की है कि उत्तर रेलवे और भारत रेल मंत्रालय से बात करके रेलवे आउट एजेंसी को पूर्व की भांति संचालित होने के लिए कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि उनको विश्वास है कि मंत्री गणेश जोशी मसूरी और आसपास की जनता की मांग को हर हाल में पूरा करेंगे.
पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण: मसूरी पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने रेलवे आउट एजेंसी को बंद करने के निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि मसूरी में एलबीएस अकादमी, आइटीएम, सर्वे आफ इंडिया सहित कई केंद्रीय संस्थान और दर्जनों आवासीय स्कूल हैं, जो रेलवे आउट एजेंसी का लाभ उठाते हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को आउट एजेंसी को बंद नहीं करने के लिए पुरजोर प्रयास करने चाहिए.
घाटे के कारण बंद हो रही एजेंसी: रेलवे आउट एजेंसी प्रभारी पंकज वर्मा ने बताया कि वर्तमान में दो कर्मचारी एजेंसी में कार्यरत हैं. हालांकि समय के साथ टिकट बुकिंग कम हुई है. आनलाइन टिकट बुकिंग सुविधा भी इसके पीछे का कारण है. अभी महीने में करीब आठ से 12 लाख रुपये कीमत के टिकट यहां से बुक हो रहे हैं. जबकि पहले आय कहीं अधिक होती थी. वहीं रेलवे सूत्रों की मानें तो देशभर में उन आउट एजेंसियों को बंद किया जा रहा है, जो घाटे में चल रही हैं.
उत्तर रेलवे महाप्रबंधक को पत्र जारी किया: इस संबंध में रेलवे बोर्ड के उपनिदेशक बीबी मनजेरा की ओर से उत्तर रेलवे महाप्रबंधक को पत्र जारी किया गया है. रेलवे आउट एजेंसी प्रभारी पंकज वर्मा ने बताया कि रेलवे बोर्ड से आउट एजेंसी को बंद करने का आदेश आया है, जिस पर एक दो दिन में कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी.