देहरादून: पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उन्हें राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (रि) ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद रहे. आज मुख्यमंत्री के साथ पुष्कर सिंह धामी के साथ 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. धामी मंत्रिमंडल में इस बार चंदन राम दास, प्रेमचंद अग्रवाल, सौरभ बहुगुणा को जगह दी गई है. जबकि धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, सतपाल महाराज, रेखा आर्य को फिर से कैबिनेट में रिपीट किया गया है.
रिपीट किये गये ये चेहरे-
धन सिंह रावत: धन सिंह रावत अपने कार्य करने की शैली के प्रसिद्ध हैं. इनका जन्म 7 अक्टूबर, 1971 के दिन गढ़वाल जिले के नौगांव नामक गांव में हुआ था. साल 1989 में ही धन सिंह रावत ने स्वयंसेवक के रूप में आरएसएस ज्वाइन की थी. अपनी जवानी के दिनों में धन सिंह ने छुआछूत व्यवस्था, बाल विवाह और शराब के खिलाफ अभियान चलाया था.उत्तराखंड राज्य निर्माण के लिए चलाए गए आंदोलन में भी उन्होंने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. इस दौरान उन्हें दो बार जेल भी हुई थी.
अपने छात्र जीवन में ABVP के सदस्य रहते हुए रावत ने 100 कॉलेज में 100 पेड़ लगाए थे, उत्तरकाशी और चमोली में भूकंप आने के बाद भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में 60 दिन गुजारे थे और इस दौरान लोगों की मदद की थी. रावत ने इतिहास विषय में MA किया है और राजनीति विज्ञान में पीएचडी की है. वे 2017 में पहली बार विधानसभा पहुंचे. इस बार भी वे श्रीनगर विधानसभा सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. वो पार्टी के शीर्श नेताओं में शामिल हैं.
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सुबोध उनियाल: कभी कांग्रेस (Congress) का चेहरा रहे सुबोध उनियाल पिछले कुछ समय से बीजेपी का भरोसा बने हुए हैं. उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री और शासकीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी निभा चुके सुबोध उनियाल पर फिर से पार्टी ने भरोसा जताया है. वो नरेंद्र नगर विधानसभा सीट से जीतकर आये हैं. सुबोध उनियाल का जन्म 26 जुलाई 1960 को टिहरी के नरेंद्रनगर में हुआ था. उन्होंने 12वीं की शिक्षा स्थानीय स्कूल से ली. इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की.
उनियाल 1978 में ही राजनीति में सक्रिय हो गए थे. इसके बाद उनियाल हेमवती नंदन बहुगुणा के संपर्क में आए. हेमवती नंदन बहुगुणा ने सुबोध उनियाल की सामाजिक सक्रियता को देखते हुए उन्हें राजनीति में आगे बढ़ाया. हालांकि, इसके बाद वह 1984 से 1989 तक युवा लोकदल उत्तर प्रदेश के महामंत्री भी रहे. 1989 में यूथ कांग्रेस में उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष बने. 2002 में अलग उत्तराखंड बनने के बाद सुबोध उनियाल को कांग्रेस प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी दी गई. वह 2012 में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी में प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे.
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सतपाल महाराज: चौबट्टाखाल सीट से सतपाल महाराज ने जीत दर्ज की है. वो 2017 में बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. इससे पहले तक वह कांग्रेस में थे. सतपाल महाराज आध्यात्मिक गुरू भी हैं. महाराज केंद्र की देवेगौड़ा और गुजराल सरकार में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं. धामी सरकार में वे कैबिनेट मंत्री थे. अब उन्हें फिर से जिम्मेदारी दी गई है.
रेखा आर्य: बीजेपी सरकार की एकमात्र महिला मंत्री हैं, जो अल्मोड़ा की सोमेश्वर विधानसभा का प्रतिनिधित्व करती हैं. पिछली बीजेपी सरकार में भी रेखा आर्य इकलौती महिला मंत्री के रूप में सरकार में शामिल थीं. 2003 में पहली बार जिला पंचायत सदस्य बनीं. 2012 में उन्होंने सोमेश्वर विधानसभा से चुनाव लड़ा. उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा, तब वो दूसरे नंबर पर रहीं. उसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गईं. 2014 में सोमेश्वर विधानसभा से रेखा आर्या ने कांग्रेस के टिकट पर उपचुनाव लड़ा, तब उन्होंने जीत हासिल की. 2017 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले रेखा आर्या बीजेपी में शामिल हो गईं. बीजेपी के टिकट पर विधानसभा पहुंचीं. बीजेपी ने उन्हें राज्य मंत्री बनाया. धामी सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया. अब एक बार फिर उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.
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गणेश जोशी: जोशी मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले हैं. उनका जन्म 1958 में मेरठ में हुआ था. मेरठ में उनके पिता स्वर्गीय श्याम दत्त जोशी भारतीय सेना के जवान के रूप में तैनात थे. गणेश जोशी 1976 से 1983 तक एक सैनिक के रूप में भारतीय सेना में रहे. वर्तमान में वे देहरादून के कालीदास रोड स्थित आवास में रहते हैं. वो मसूरी से विधायक हैं, यहां से लगातार जीत दर्ज करते रहे हैं. धामी के पहले कार्यकाल में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था.
नये चेहरों को जानिए-
प्रेमचंद अग्रवाल: चौथी विधानसभा के स्पीकर थे. स्पीकर पद के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया में एकमात्र नामांकन उन्होंने ही किया था. तत्कालीन प्रोटेम स्पीकर हरबंस कपूर ने सदन में उनके स्पीकर बनने की घोषणा की थी. पांचवीं विधानसभा के लिए हुए चुनावों में इन्होंने ऋषिकेश सीट से चुनाव लड़ा था.
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चंदनराम दास: चंदनराम दास बागेश्वर से विधायक हैं. वह पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे हैं. चंदनराम दास लगातार चार बार विधायक रह चुके हैं. वह अपने सरल स्वभाव के लिए जनता के बीच खासा प्रसिद्ध हैं.
सौरभ बहुगुणा: सितारंगज से विधायक हैं. वो पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे हैं. सौरभ लगातार दूसरी बार सितारगंज से विधायक चुने गए हैं. मंत्रिमंडल में उनकी पहली बार एंट्री हुई है.