ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में भर्ती कोरोना वायरस संक्रमित हेल्थ केयर वर्कर की स्थिति में सुधार है. मरीज का विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में सघन उपचार चल रहा है. एम्स प्रशासन ने इस मरीज के संपर्क में आए सभी 69 लोगों को क्वारंटीन कर दिया है. इनमें अधिकांश की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, जबकि पांच की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है.
एम्स की ओर से सोमवार को जारी बयान में संकायाध्यक्ष अस्पताल प्रशासन प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया कि कोविड-19 संक्रमित नर्सिंग ऑफिसर की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है. उसे आइसोलेशन वार्ड में चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है. उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित उक्त हेल्थ केयर वर्कर बीते मार्च माह में एक से पांच तारीख में बनारस की पांच दिन की यात्रा पर गया था. जबकि 16 से 18 मार्च को गंगानगर ऋषिकेश में अपने मित्र से मिलने गया था. संभवत: वह इसी यात्रा के दौरान किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया हो.
प्रो. मिश्रा ने बताया कि संक्रमित हेल्थ केयर वर्कर इस यात्रा के बाद से एम्स अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग व अन्य विभागों से जुड़े जिन लोगों के संपर्क में आया है, उन सभी लोगों की कोविड-19 स्क्रीनिंग ओपीडी में जांच व सैंपलिंग की गई है.
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साथ ही उसके गंगानगर में एक मित्र के भी संपर्क में आने की बात सामने आई है, उस व्यक्ति का भी कोविड स्क्रीनिंग ओपीडी में सैंपल लिया गया है. इन सभी लोगों को प्राइमरी कांट्रेक्ट व सेकेंड्री कांट्रेक्ट के तौर पर ग्रुप में बांटा गया था. उन्होंने बताया कि इनमें से 64 लोगों के नमूनों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, जबकि पांच लोगों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है.
उन्होंने बताया कि यूरोलॉजी आईपीडी वार्ड को क्वारंटाइन वार्ड घोषित कर दिया गया है. साथ ही इस वार्ड से जुड़े सभी सीनियर व जूनियर रेजिडेंट्स चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ, अन्य स्टाफ व मरीजों को ऐहतियातन क्वारंटीन किया गया है.