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देहरादून: दशहरे की तैयारियां जोरों पर, 62 फुट ऊंचा रावण रहेगा आकर्षण का केंद्र

देहरादून के बन्नू समुदाय ने इस बार बेहद खास रावण का निर्माण करवाया है, जिसकी ऊंचाई 62 फीट रहेगी. वहीं, पहली बार रावण को हंस रूपी झांकी पर खड़ा किया गया है. साथ ही लंका के भीतर विशेष तरह की लाइटें लगाी गई हैं.

इस दशहरा खास रहेगा रावण दहन
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Published : Oct 4, 2019, 8:03 PM IST

Updated : Oct 4, 2019, 8:44 PM IST

देहरादून: दशहरा में इस बार 62 फीट का रावण आकर्षण का केंद्र रहेगा. 72 सालों से दशहरा पर्व मनाते आ रही बन्नू बिरादरी ने इस बार 62 फुट का रावण, 55 फीट का मेघनाथ और 50 फीट का कुंभकरण तैयार करवाया है, जिसे देहरादून के परेड ग्राउंड में लगाया जाएगा. इस दिन लगभग 10 हजार की संख्या से ज्यादा लोग इसे देखने आएंगे.

दशहरा कमेटी के अध्यक्ष हरीश विरमानी.

इस बार का यह रावण कई मायनों में खास रहेगा. पहली बार रावण को हंस रूपी झांकी पर खड़ा किया गया है. वहीं, लंका के भीतर विशेष तरह की लाइटें लगाी गई हैं. जिसकी रोशनियां लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेंगी. बन्नू बिरादरी के दशहरा कमेटी के अध्यक्ष हरीश विरमानी के मुताबिक आयोजकों ने इस बार प्लास्टिक को कम से कम उपयोग किया है. जिससे प्लास्टिक मुक्त शहर का सपना पूरा हो सके.

पढे़ं- AIIMS निदेशक से मिले सतपाल महाराज, केंद्र सरकार से मांगा 1000 बेड के अस्पताल का बजट

वहीं, उन्होंने कहा कि पटाखों की वजह से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए अगली बार इको फ्रेंडली पटाखे लाए जाएंगे. अगर, ऐसे पटाखे नहीं मिलेंगे तो इलेक्ट्रिक पटाखों के जरिए आतिशबाजी की जाएगी. आयोजकों के मुताबिक, बन्नू बिरादरी ने इस बार कारीगरों को दिल्ली से बुलवाया था. रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों के साथ ही रावण की लंका बनाने में भी कारीगरों ने पूरे एक महीने की मेहनत की है. हालांकि, पुतलों को परेड ग्राउंड में खड़ा करना एक बहुत बड़ी तकनीकी चुनौती होगा. जिसके लिए परेड ग्राउंड में दशहरे से तीन दिन पहले जेसीबी की मदद से कारीगर सभी पुतलों को खड़ा करेंगे.

देहरादून: दशहरा में इस बार 62 फीट का रावण आकर्षण का केंद्र रहेगा. 72 सालों से दशहरा पर्व मनाते आ रही बन्नू बिरादरी ने इस बार 62 फुट का रावण, 55 फीट का मेघनाथ और 50 फीट का कुंभकरण तैयार करवाया है, जिसे देहरादून के परेड ग्राउंड में लगाया जाएगा. इस दिन लगभग 10 हजार की संख्या से ज्यादा लोग इसे देखने आएंगे.

दशहरा कमेटी के अध्यक्ष हरीश विरमानी.

इस बार का यह रावण कई मायनों में खास रहेगा. पहली बार रावण को हंस रूपी झांकी पर खड़ा किया गया है. वहीं, लंका के भीतर विशेष तरह की लाइटें लगाी गई हैं. जिसकी रोशनियां लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेंगी. बन्नू बिरादरी के दशहरा कमेटी के अध्यक्ष हरीश विरमानी के मुताबिक आयोजकों ने इस बार प्लास्टिक को कम से कम उपयोग किया है. जिससे प्लास्टिक मुक्त शहर का सपना पूरा हो सके.

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वहीं, उन्होंने कहा कि पटाखों की वजह से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए अगली बार इको फ्रेंडली पटाखे लाए जाएंगे. अगर, ऐसे पटाखे नहीं मिलेंगे तो इलेक्ट्रिक पटाखों के जरिए आतिशबाजी की जाएगी. आयोजकों के मुताबिक, बन्नू बिरादरी ने इस बार कारीगरों को दिल्ली से बुलवाया था. रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों के साथ ही रावण की लंका बनाने में भी कारीगरों ने पूरे एक महीने की मेहनत की है. हालांकि, पुतलों को परेड ग्राउंड में खड़ा करना एक बहुत बड़ी तकनीकी चुनौती होगा. जिसके लिए परेड ग्राउंड में दशहरे से तीन दिन पहले जेसीबी की मदद से कारीगर सभी पुतलों को खड़ा करेंगे.

Intro: देहरादून में बीते 72 सालों से दशहरा पर्व मनाते आ रही बन्नू बिरादरी ने इस बार 62 फुट का रावण तैयार करवाया है।राजधानी के परेड ग्राउंड मे यहां की जनता को दशहरे के दिन हंस रूपी झांकी में खड़े हुए रावण के पुतले की झलक देखने को मिलेगी। इसके अलावा मेघनाथ का 55 फुट और कुंभकरण का 50 फुट का पुतला परेड ग्राउंड में देखने को मिलेगा।


Body: दरअसल बन्नू बिरादरी ने इस बार रावण की लंका बहुत ही सुंदर तरीके से बनवाई है। पहली बार लंका के भीतर लगाईं गई विशेष रोशनियां लोगों को अपनी और आकर्षित करेंगी। आयोजकों ने रावण की लंका बेहद ही सुंदर तरीके से बनवाई है। वहीं बन्नू बिरादरी की दशहरा कमेटी के अध्यक्ष हरीश विरमानी के मुताबिक आयोजकों ने इस बार प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने के बाद यह तय किया था कि इस बार दशहरे में प्लास्टिक का कम से कम प्रयोग हो क्योंकि इस बार समय का अभाव होने के कारण आयोजकों की इच्छा थी कि दशहरे में प्लास्टिक का उपयोग सौ फ़ीसदी ना किया जाए। लेकिन कोशिश की जाएगी कि प्लास्टिक का उपयोग कम से कम हो। मगर आतिशबाजी की वजह से प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए अगले वर्ष से यदि आयोजकों को इको फ्रेंडली आतिशबाजी नहीं मिली तो अगले वर्ष से आतिशबाजी का प्रदर्शन करने की बजाय इलेक्ट्रॉनिक तरीके से आतिशबाजी का उपयोग किया जाएगा ताकि इससे बच्चे और बड़े सभी खुश रहें और साथ ही प्लास्टिक मुक्त देहरादून का सपना साकार किया जा सके।

बाईट- हरीश विरमानी ,अध्यक्ष ,दशहरा कमेटी, बन्नू बिरादरी


Conclusion: आयोजकों के मुताबिक बन्नू बिरादरी ने इस बार निपुण कारीगरों को दिल्ली से बुलवाया था। यहां बन्नू स्कूल में तैयार किए जा चुके रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों के साथ ही रावण की लंका बनाने में कारीगरों ने पूरे एक महीने अथक मेहनत की थी। हालांकि पुतलों को परेड ग्राउंड में खड़ा करना एक बहुत बड़ी तकनीकी चुनौती है इसलिए परेड ग्राउंड में दशहरे से तीन दिन पूर्व जेसीबी की मदद से कारीगर सभी पुतलों को खड़ा करेंगे जिसमे काफी मेहनत लगेगी
Last Updated : Oct 4, 2019, 8:44 PM IST
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