देहरादून: देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई में भी अब उत्तराखंड का अपना भवन बनकर तैयार हो गया है. नवी मुंबई में 60 करोड़ की लागत से तैयार हुए इस शानदार पांच मंजिला इमारत को अक्टूबर माह में उद्घाटन के बाद खोल दिया जाएगा. इसका उद्घाटन सीएम त्रिवेंद्र करेंगे. साल 2003-04 से लंबित इस भवन में बहुत सी खास बाते हैं.
उत्तराखंड की पहली निर्वाचित एनडी तिवारी सरकार ने साल 2003-04 में नवी मुंबई में जिस उत्तराखंड भवन प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी, वो बन कर तैयार हो गया है. इस इमारत के निर्माण की चाल शुरुआती सालों में भले ही काफी सुस्त रही हो लेकिन साल 2009 के बाद इसके निर्माण में तेजी आई थी. बता दें, अक्टूबर में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भवन का लोकार्पण करेंगे. जिसके बाद अब उत्तराखंड से मुंबई जाने वाले माननीयों के अलावा तमाम राज्य अतिथियों को होटलों में नहीं बल्कि अपने प्रदेश की शैली में बने इस भवन में रहने का मौका मिलेगा.
उत्तराखंड भवन कई मायनो में खास
नवी मुंबई में बनकर तैयार हुआ उत्तराखंड भवन बेहद खास इसलिए है, क्योंकि इसमें उत्तराखंड की संस्कृति की झलक दिखती है. मुख्यमंत्री आवास की ही तरह इस भवन की निर्माण की शैली भी पूरी तरह से पहाड़ी है. भवन का ऊपरी पोर्च हनोल में स्थित महासू देवता के मंदिर से प्रेरणा लेकर बनाया गया है. भवन की छत और खंभे भी उत्तराखंड के मंदिरों की शैली से लिए गए हैं. भवन का टॉप बद्रीनाथ मंदिर की तरह दिखता है, जबकि दीवारें पहाड़ी शैली की तरह बनाई गई हैं.
भवन में 40 कमरे
इस इमारत में टॉप फ्लोर में सारे स्वीट्स मौजूद हैं, जोकि केवल मुख्यमंत्री, गवर्नर, मुख्य सचिव सहित बेहद खास मेहमानों के लिए है. इसी फ्लोर पर ही एक कॉन्फ्रेंस हॉल भी है. इसके अलावा बड़े आयोजनों के लिए बिल्डिंग में एक और हॉल मौजूद है. भवन में कुल 40 कमरे हैं और अब उत्तराखंड राज्य संपत्ति के पास मुंबई उत्तराखंड भवन के रूप में एक और संपत्ति जुड़ गई है.
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इस संस्था ने तैयार किया है उत्तराखंड भवन
मुंबई में राज्य अतिथि गृह का निर्माण केंद्रीय कार्यदायी संस्था नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी यानी एनबीसीसी द्वारा किया गया है. एनबीसीसी केंद्र की PSU यानी पब्लिक सेक्टर यूनिट है. बता दें, साउथ दिल्ली में मौजूद सभी सरकारी भवन इसी कंपनी द्वारा बनाए गए हैं.