ETV Bharat / state

'माफी मांगें मुख्यमंत्री' ऐसा क्यों बोले गणेश गोदियाल? धन सिंह रावत को करना पड़ा पलटवार

केदारनाथ उपचुनाव रोचक हो गया है. कांग्रेस ने अनुसूचित जाति स्वाभिमान सम्मेलन को लेकर बीजेपी को घेरा है. मुख्यमंत्री को माफी मांगने को कहा है.

Congress leader Ganesh Godiyal
कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल (फोटो- Ganesh Godiyal)
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : 20 hours ago

Updated : 20 hours ago

श्रीनगर: केदारनाथ उपचुनाव का प्रचार अब अपने अंतिम दौर में पहुंच गया है. ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को केदारनाथ की जनता से माफी मांगने को कहा है. साथ ही कई मामलों पर घेरा है. उधर, गोदियाल के आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार किया है.

अनुसूचित जाति सम्मेलन में किस तरह शामिल हो रहे सीएम? कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री को इसकी जानकारी तक नहीं है कि उनके मंत्रिमंडल के एक मंत्री ने चुनाव में भीड़ ना जुटा पाने के एवज में एक अनुसूचित जाति के एक अधिकारी का डिमोशन कर दिया था. इतना ही नहीं उनका ट्रांसफर तक करवा दिया. ऐसे में किस तरह से सीएम धामी अनुसूचित जाति सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं. उन्हें तो जनता से माफी मांगनी चाहिए कि उनके रहते हुए ऐसा कार्य हो गया.

कांग्रेस-बीजेपी में जुबानी वार! (वीडियो- ETV Bharat)

केदारनाथ मंदिर को लेकर घेरा: गणेश गोदियाल ने आगे कहा कि धामी सरकार के कार्यकाल में केदारनाथ से शिला दिल्ली तक पहुंच जाती है. मंदिर बनाने के लिए शिलान्यास तक हो जाता है. मुख्यमंत्री बयान देते हैं कि केदारनाथ के नाम से कोई दूसरा मंदिर नहीं बनेगा, लेकिन एक बार फिर सूचना मिल रही है कि मंदिर के नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है. अभी तक सरकार को इस बात की भनक तक नहीं लगी है.

केदारनाथ में सोना कैसे पीतल में बदला? कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने कहा कि केदारनाथ में 200 किलो से ज्यादा सोना चढ़ाने की बात को प्रचारित किया गया, लेकिन वहां 20 किलो सोना भी नहीं निकला. सोना अचानक पीतल में बदल गया. इस बात को लेकर भी जनता से मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार की करनी और कथनी में अंतर है.

केदारनाथ में जनता देगी जवाब: बीजेपी सरकार बोलती कुछ और है, जबकि करती कुछ और ही है. इस बात का जवाब सरकार को देना पड़ेगा. अगर सरकार जवाब नहीं देगी तो जनता ने सरकार को जवाब देने का मन बना लिया है. चुनाव परिणाम आने के बाद जनता के फैसले के बारे में जल्द सरकार को पता चल जाएगा.

कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत का कांग्रेस पर पलटवार: वहीं, दूसरी तरफ कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने पलटवार किया है. उनका कहना है कि कांग्रेस विकास कार्यों में बाधा डालने वाली पार्टी है. केदारनाथ में डबल इंजन की सरकार ने मंदिर निर्माण के लिए कार्य किया है, जो आज दिखाई भी पड़ रहा है. केदारनाथ में रिकॉर्ड तोड़ तीर्थयात्री आ रहे हैं.

इसके साथ ही भू कानून को लेकर भी मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बैठक होने जा रही है. जिसका कांग्रेस विरोध कर रही है, कांग्रेस विरोध की राजनीति करती है. उन्होंने कहा कि हरियाणा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस ने बीजेपी सरकार में कई आरोप लगाए. हरियाणा की जनता ने उन्हें जवाब दिया. उत्तराखंड में भी विपक्ष बौखलाया हुआ है, तभी इस तरह की बयानबाजी विपक्ष के नेता कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें-

श्रीनगर: केदारनाथ उपचुनाव का प्रचार अब अपने अंतिम दौर में पहुंच गया है. ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को केदारनाथ की जनता से माफी मांगने को कहा है. साथ ही कई मामलों पर घेरा है. उधर, गोदियाल के आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार किया है.

अनुसूचित जाति सम्मेलन में किस तरह शामिल हो रहे सीएम? कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री को इसकी जानकारी तक नहीं है कि उनके मंत्रिमंडल के एक मंत्री ने चुनाव में भीड़ ना जुटा पाने के एवज में एक अनुसूचित जाति के एक अधिकारी का डिमोशन कर दिया था. इतना ही नहीं उनका ट्रांसफर तक करवा दिया. ऐसे में किस तरह से सीएम धामी अनुसूचित जाति सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं. उन्हें तो जनता से माफी मांगनी चाहिए कि उनके रहते हुए ऐसा कार्य हो गया.

कांग्रेस-बीजेपी में जुबानी वार! (वीडियो- ETV Bharat)

केदारनाथ मंदिर को लेकर घेरा: गणेश गोदियाल ने आगे कहा कि धामी सरकार के कार्यकाल में केदारनाथ से शिला दिल्ली तक पहुंच जाती है. मंदिर बनाने के लिए शिलान्यास तक हो जाता है. मुख्यमंत्री बयान देते हैं कि केदारनाथ के नाम से कोई दूसरा मंदिर नहीं बनेगा, लेकिन एक बार फिर सूचना मिल रही है कि मंदिर के नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है. अभी तक सरकार को इस बात की भनक तक नहीं लगी है.

केदारनाथ में सोना कैसे पीतल में बदला? कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने कहा कि केदारनाथ में 200 किलो से ज्यादा सोना चढ़ाने की बात को प्रचारित किया गया, लेकिन वहां 20 किलो सोना भी नहीं निकला. सोना अचानक पीतल में बदल गया. इस बात को लेकर भी जनता से मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार की करनी और कथनी में अंतर है.

केदारनाथ में जनता देगी जवाब: बीजेपी सरकार बोलती कुछ और है, जबकि करती कुछ और ही है. इस बात का जवाब सरकार को देना पड़ेगा. अगर सरकार जवाब नहीं देगी तो जनता ने सरकार को जवाब देने का मन बना लिया है. चुनाव परिणाम आने के बाद जनता के फैसले के बारे में जल्द सरकार को पता चल जाएगा.

कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत का कांग्रेस पर पलटवार: वहीं, दूसरी तरफ कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने पलटवार किया है. उनका कहना है कि कांग्रेस विकास कार्यों में बाधा डालने वाली पार्टी है. केदारनाथ में डबल इंजन की सरकार ने मंदिर निर्माण के लिए कार्य किया है, जो आज दिखाई भी पड़ रहा है. केदारनाथ में रिकॉर्ड तोड़ तीर्थयात्री आ रहे हैं.

इसके साथ ही भू कानून को लेकर भी मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बैठक होने जा रही है. जिसका कांग्रेस विरोध कर रही है, कांग्रेस विरोध की राजनीति करती है. उन्होंने कहा कि हरियाणा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस ने बीजेपी सरकार में कई आरोप लगाए. हरियाणा की जनता ने उन्हें जवाब दिया. उत्तराखंड में भी विपक्ष बौखलाया हुआ है, तभी इस तरह की बयानबाजी विपक्ष के नेता कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें-

Last Updated : 20 hours ago
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.