देहरादूनः उत्तराखंड में अब 5 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों का भी आयुष्मान कार्ड बनेगा. सरकार ने सभी लोगों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने और शत प्रतिशत लोगों की आभा यानी आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता बनाने का लक्ष्य रखा है. जिसके तहत राज्य सरकार ने 5 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने का निर्णय लिया है. वहीं, राज्य सरकार आयुष्मान भव अभियान के तहत प्रदेश में आयुष्मान कार्ड और शत प्रतिशत आभा आईडी बनाने के कार्य में तेजी ला रही है.
9 लाख 11 हजार मरीजों का हुआ फ्री इलाज, खर्च हुए 1,720 करोड़ रुपएः स्वास्थ्य विभाग की मानें तो आयुष्मान योजना के तहत अभी तक उत्तराखंड में करीब 9 लाख 11 हजार मरीज का इलाज किया जा चुका है. हालांकि, इस इलाज पर राज्य सरकार ने करीब 1,720 करोड़ रुपए खर्च किए हैं. स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है, जिसके लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही तमाम स्वास्थ्य योजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है.
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उत्तराखंड में 52 लाख 66 हजार लोगों का बना आयुष्मान कार्डः इसी के चलते अभी तक 9 लाख 11 हजार लोगों का आयुष्मान भारत योजना के तहत निशुल्क इलाज किया जा चुका है. इसके अलावा प्रदेश के करीब 2,800 मरीज का कोविड और ब्लैक फंगस का इलाज भी आयुष्मान योजना के तहत किया गया है. जिस पर राज्य सरकार का करीब 27.5 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. अभी तक करीब 52 लाख 66 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुके हैं.
62 लाख लोगों का बनी आभा (ABHA) आईडीः लिहाजा, राज्य सरकार ने मार्च 2024 से पहले प्रदेश में 5 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा है. इसके साथ ही अभी तक प्रदेश में 62 लाख लोगों का आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट यानी आभा आईडी बनाई जा चुकी है. इसके अलावा स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रदेश में करीब 2.50 लाख लोगों ने रक्तकोष पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराया है.
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