देहरादून: नई दिल्ली में फर्जी कॉल सेंटर और बेवसाइट चलाकर नौकरी का लालच देने वाले शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इंटरनेट बैंकिंग द्वारा लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले 2 महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. एसटीएफ ने मौके से लैपटॉप, कंप्यूटर सिस्टम, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड, फर्जी आधार कार्ड, तीन सोने के सिक्के और एक सोने की चेन बरामद की है.
इसके साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी टाटा क्लिक से संपर्क कर पीड़ित के 6 लाख 56 हजार रुपए वापस कराए गए हैं. वहीं, डीआईजी ने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं. जिसके चलते आईटी पार्क निवासी मलिन चंद्र दास द्वारा शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि अज्ञात व्यक्तियों द्वारा नौकरी का झांसा देकर लाखों इंटरनेट बैंकिंग, यूजर आईडी और पासवर्ड को हैक करके खाते से 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई.
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पीड़ित मलिन चंद्र दास की शिकायत के आधार पर एसटीएफ ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. एसटीएफ द्वारा बैंक के खाताधारकों का सत्यापन करने कोटक महिंद्रा बैंक में एक संदिग्ध पाया गया. सूचना मिलने पर मंसाराम नई दिल्ली में एक फर्जी को सेंटर संचालित किए जाने की जानकारी मिली जो कि इस तरह से लोगों से धोखाधड़ी कर लाखों रुपए की ठगी कर रहे हैं.
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सूचना पर एसटीएफ की टीम द्वारा दिल्ली में संचालित कॉल सेंटर पर दबिश दी गई, जिसमें 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. जिसमें दो महिलाएं खुशबू त्यागी और सिम्मी धवन सहित 3 आरोपी तुषार, मयंक और मोनू को गिरफ्तार किया. एसटीएफ ने बताया कि आरोपियों को न्यायालय के सामने पेश किया जाएगा. इनपर अन्य राज्यों में भी धोखाधड़ी करने का आरोप है.