देहरादून: रूस-यूक्रेन जंग के बीच अभी भी उत्तराखंड के 46 छात्र फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के लिए भारत सरकार लगातार प्रयास किया जा रहा है. सरकार के मुताबिक यूक्रेन में उत्तराखंड के 286 छात्र फंसे हुए थे, जिसमें से 240 छात्रों की सकुशल घर वापसी हो चुकी है.
उत्तराखंड गृह विभाग के मुताबिक उत्तराखंड के 15 छात्र ऐसे हैं, जो अभी यूक्रेन के युद्ध क्षेत्र में फंसे हुए हैं. लेकिन 31 छात्र ऐसे यूक्रेन के पड़ोसी देश जैसे पोलैंड, रोमानिया, रूस, जर्मनी और हंगरी में है, जहां से उन्हें ऑपरेशन गंगा के तहत जल्द ही निकाल लिया जाएगा.
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उत्तराखंड गृह विभाग ने अभी भी यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों में फंसे छात्रों की जिलेवार लिस्ट जारी की है. लिस्ट के अनुसार अल्मोड़ा के चार, चमोली के चार, चंपावत के छह, देहरादून के 77, हरिद्वार के 43, नैनीताल के 29, पौड़ी गढ़वाल से 21, पिथौरागढ़ के चार, रुद्रप्रयाग के छह, टिहरी गढ़वाल के 22, उधमसिंह नगर जिले के 63 और उत्तकाशी के 7 फंसे हुए हैं.
इनमें से यूक्रेन के पड़ोसी देशों चेकोस्लोवाकिया में एक, हंगरी में चार, मोस्को में एक, पौंलेड में 17, रोमानिया में 4, बर्लिन में 1, रूस में एक और जर्मनी में दो छात्र हैं, जो जल्द ही घर पहुंचे जाएंगे.
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वहीं यूक्रेन युद्ध क्षेत्र में कुल 15 छात्र फंसे हुए हैं, जिनमें से खारकीव में एक, लवीव में दो, रोमानिया बॉर्डर पर एक, चेकोस्लोवाकिया बॉर्डर पर 1, पिसोचिन में दो, सूमी में 5, ज़ांबॉयस्टेन में 1 फंसे है. इनके अलावा दो छात्र के लोकेशन के पारे में जानकारी नहीं है.