देहरादून : उत्तराखंड सरकार ने एक जुलाई से उत्तराखंड चारधाम यात्रा को प्रदेश स्तर पर शुरू कर दिया है. जिसके बाद बुधवार से चारो धामों में आवाजाही शुरू हो गयी है. इसी क्रम में पहले दिन कुल 422 श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन किये, जिसमें बदरीनाथ धाम में 154, केदारनाथ धाम में 165, गंगोत्री धाम में 55 और यमुनोत्री धाम में 48 श्रद्धालु पहुंचे.
चारधाम के दर्शन करने के लिए जाने वाले यात्री उत्तराखंड देवस्थानम् प्रबंधन बोर्ड की वेबसाइट www.badrinath-kedarnath.gov.in पर रजिस्टर कर ई-पास प्राप्त कर सकते हैं.
उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमन रविनाथन ने बताया कि बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम मंदिर में थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजेशन और मास्क की व्यवस्थाएं की गई हैं. इसके साथ ही मंदिरों में मूर्तियों को छूना, प्रसाद वितरण पर रोक है. यही नहीं, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को देखते हुए घंटियों को कपड़े से ढका गया है.
देवस्थानम् बोर्ड के यात्रा मार्ग सहित बदरीनाथ धाम और केदारनाथ यात्रा मार्ग पर गुप्तकाशी एवं सोनप्रयाग में यात्री विश्राम गृहों को यात्रियों के आवासीय प्रयोजन के लिए खोला जा चुका है. वहीं, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी के निर्देश के अनुसार बदरीनाथ धाम एवं केदारनाथ धाम में यात्रा व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया गया है. यही नहीं, देवस्थानम् बोर्ड से आवश्यकतानुसार स्टाफ की भी तैनाती की गई है.
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साथ ही व्यवस्थाओं को व्यवस्थित करने के लिए जिला प्रशासन से भी समन्वय स्थापित किया जा रहा है. यही नहीं, प्रदेश सरकार का प्रयास है कि चारों धामों में धीरे-धीरे तीर्थ यात्रियों की आमद हो ताकि पर्यटन एवं तीर्थाटन को गति मिल सके.