देहरादून: प्रदेश के पहाड़ी जनपदों में हो रही बारिश का असर चारधाम यात्रा पर भी पड़ा है. लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश के कई हाईवे बाधित हो गये हैं. इसके साथ ही कई राजमार्ग भूस्खलन के कारण आये दिन बंद हो रहे हैं. जिससे चारधाम यात्रा प्रभावित हो रही है. आज यात्रा के 61वें दिन कुल 123 श्रद्धालुओं को चारधाम के पास जारी किए गए. जिसमें बदरीनाथ धाम के लिए 32, केदारनाथ धाम के लिए 69, गंगोत्री धाम के लिए 12 और यमुनोत्री धाम के लिए 10 श्रद्धालुओं को पास दिये गये.
उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमन रविनाथन ने बताया कि बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम मंदिर में थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजेशन और मास्क की व्यवस्थाएं कर दी गई हैं. इसके साथ ही मंदिरों में मूर्तियों को छूना, प्रसाद वितरण पर रोक है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मदिरों की घंटियों को कपड़े से ढंका गया है. देवस्थानम बोर्ड के यात्रा मार्ग सहित बदरीनाथ धाम और केदारनाथ यात्रा मार्ग पर गुप्तकाशी और सोनप्रयाग में यात्रियों के लिए विश्राम गृहों को खोला गया है.
अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह ने बताया देवस्थानम बोर्ड द्वारा 1 जुलाई से 31 अगस्त की शाम पांच बजे तक कुल 36,442 ई-पास जारी किये जा चुके हैं. ई-पास तीर्थ यात्रियों द्वारा दी गयी तिथियों हेतु जारी किये गये हैं. ताकि यात्रियों द्वारा लिए गए समय के अनुसार वे धाम के दर्शन कर सके. वहीं देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ हरीश गौड़ ने बताया कि चारधामों में अभी तक 21,760 तीर्थ यात्री पहुंच चुके हैं. उन्होंने कहा कोरोना काल में तीर्थयात्रियों से अपेक्षा की जा रही है कि वे धामों में अनावश्यक न रुकें. यात्री दर्शन के बाद निकटवर्ती स्टेशनों तक वापस लौट आये.
चारधाम पहुंचे तीर्थ यात्रियों की संख्या
- बदरीनाथ धाम: 10899
- केदारनाथ धाम: 6491
- गंगोत्री धाम: 3837
- यमुनोत्री धाम: 533