देहरादून: उत्तराखंड में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. भारी बारिश के चलते अभी तक करीब 35 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से उत्तराखंड के तमाम रास्ते बाधित हो गए हैं. प्रशासन ने आपदा से निपटने के लिए तमाम दावे किए थे, लेकिन बंद मोर्टरमार्ग दावों की पोल खोल रहे हैं.
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं राज्य की तमाम छोटी-बड़ी नदियां अपने पूरे वेग में बह रही है. जिसके चलते नदियों के आसपास के रहने वाले लोग डर के साए में रहने को मजबूर हैं. वहीं चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे पूरी तरह से बाधित है.
मामले में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि ऐसे हालात में जागरूक होने की जरूरत है. साथ ही उन्होंने लोगों को नसीहत देते हुए कहा की आग और पानी खतरनाक हो सकता है. लिहाजा बरसाती नदी नालों में नहाने या वहां घूमने न जायें.
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आपदा प्रबंधन और न्यूनीकरण विभाग के निदेशक पीयूष रौतेला ने बताया कि बारिश के चलते अभी तक उत्तराखंड में करीब 35 लोगों की मौत हो चुकी है. साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल कम बारिश हुई है. अगर कम वर्षा होती है तो आने वाले समय में फसलों के लिए दिक्कत पैदा हो सकती है. जितनी अधिक बारिश होगी उतना ही ज्यादा भू-जल भी रिचार्ज होगा. जिससे आने वाले समय में पानी की दिक्कत भी कम होगी.