देहरादून: दून पुलिस ने एक ऐसे अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. जो हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गाजियाबाद उत्तर भारत के बेरोजगारों युवकों को सेना में भर्ती कराने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करते थे. ये शातिर गिरोह बाकायदा सेना भर्ती की कई औपचारिकताएं पूरी करवा कर फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर भी जारी करता था.
पुलिस ने इस मामले में हरियाणा दादरी के रहने वाले शिकायतकर्ता द्वारा दी गई तहरीर पर थाना प्रेम नगर में मुकदमा दर्ज कर 3 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. जबकि गिरोह के 2 सदस्य अभी भी फरार हैं. फरार सदस्यों की पुलिस तलाश कर रही है. पुलिस की गिरफ्त में आए शातिर गिरोह के सदस्य हरियाणा, बुलंदशहर, बागपत, गाजियाबाद जैसे आसपास वाले स्थानों के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
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पुलिस की शुरुआती जांच पड़ताल में पता चला कि मूल रूप से हरियाणा बुलंदशहर, गाजियाबाद जैसे स्थानों के युवकों को ठग गिरोह ने देहरादून आर्मी क्षेत्र में तैनाती के लिए 11 अप्रैल 2021 प्रेम नगर के झाझरा बुलाया था. जिसके बाद वे बहाना बनाकर फरार हो गये. जब सुबह से शाम तक कोई गाड़ी आर्मी की तरफ से लेने नहीं पहुंची तो युवकों को शक हुआ. ऐसे में जब गिरोह के सदस्य से पीड़ित युवकों ने फोन पर संपर्क साधकर बातचीत की तो शातिर गैंग ने जान से मारने की धमकी देते हुए सभी को घर वापस चले जाने की बात कही.
उधर इस हालत के बाद परेशान हालत में भटकर रहे हरियाणा दादरी निवासी पीड़ित दीपक ने अपने साथियों के साथ पूरे फर्जीवाड़े की शिकायत थाना प्रेम नगर पुलिस में दर्ज करायी. तहरीर के आधार पर प्रारंभिक जांच पड़ताल में आरोप सही पाए. सेना में भर्ती कराने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने वाले 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
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थाना प्रेमनगर पुलिस ने धारा 420, 467, 468, 471, 120-बी और 504 के तहत रविंद्र पुत्र, युवराज उर्फ स्वराज, पंकज उर्फ अक्षित, सोनू और रोहित के खिलाफ सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने का मुकदमा दर्ज किया है.
सेना भर्ती फर्जीवाड़े में अलग-अलग स्थानों में होती औपचारिकता ,फिर देहरादून में तैनाती का खेल
सेना में भर्ती कराने के नाम पर उत्तर भारत के लगभग 100 से अधिक बेरोजगार युवकों से प्रति आवेदक के हिसाब से ढाई लाख से 5 लाख वसूले जाते थे. पुलिस के मुताबिक रुपये हड़पने के बाद जालसाजी गिरोह बाकायदा युवकों की उनके गृह क्षेत्र में प्रारंभिक शारीरिक दक्षता जैसी औपचारिकताएं पूरी कर दिल्ली के धौलाकुआं में मेडिकल कराते थे. वहीं, इसके बाद सेना में भर्ती के नाम पर ठगी के शिकार युवकों को टिहरी गढ़वाल के शिवपुरी इलाके स्थित एक कैंप में लाकर पंकज उर्फ अक्षित द्वारा एक माह की ट्रेनिंग का पूरा नाटक भी कराया जाता था. वही, ट्रेंनिग का ड्रामा पूरा होने के बाद ठग गिरोह पीड़ित युवकों को देहरादून के आर्मी ट्यूटोरियल एरिया गढ़ी कैंट जैसे इलाकों में तैनाती देने के नाम पर बुलाकर आर्मी की गाड़ी आने का झांसा देकर फरार हो जाते थे.
गिरोह के नेटवर्क और अन्य सदस्यों की तलाश जारी
सेना में भर्ती के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के मामले में देहरादून एसएसपी डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि यह मामला बेहद ही गंभीर है. बेरोजगार युवकों से लाखों रुपए ठग कर जिस तरह से उन्हें शिकार बनाया गया है, उसी के दृष्टिगत इस अंतरराज्जीय गिरोह के अन्य नेटवर्क को सदस्य के बारे में जानकारी जुटाकर आगे की कार्रवाई जारी है. एसएसपी के मुताबिक गिरोह द्वारा जिस तरह अलग-अलग स्थानों में शारीरिक दक्षता मेडिकल व ट्रेनिंग दिए जाने की बात सामने आई है उन सभी के बारे में भी जानकारी जुटाकर कानूनी कार्रवाई जारी है.