देहरादून: ब्लैक फंगस बीमारी में प्रयोग होने वाले इंजेक्शन (Liposomal Amphotericin B Injection 50mg) की कालाबाजारी का मामला सामने आया है. इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे तीन आरोपियों को क्लेमेंटाउन पुलिस और एसओजी की टीम ने आज हिमालयन चौक जौलीग्रांट के पास से गिरफ्तार किया. इन सभी से 5 इंजेक्शन बरामद किये गए हैं.
8 जून को थाना क्लेमेंटाउन थाने को 112 से सूचना मिली थी कि हिमांशु शर्मा निवासी तिलक बाजार रोड सुभाष नगर की एक रिश्तेदार ब्लैक फंगस से पीड़ित है. उनको इलाज के लिए Liposomal Amphotericin B Injection 50mg एडवाइज किया गया है, जो कि बाजार मेंं उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. पीड़ित से कोई व्यक्ति मूल्य से अधिक पैसे मांगकर इंजेक्शन उपलब्ध करवाने की बात कह रहा है.
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इस सूचना पर पुलिस कॉलर के निवास स्थान पर पहुंची. परिजनों ने Liposomal Amphotericin B Injection 50mg की आवश्यकता के लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी. जिसके बाद पीड़ित को एक व्यक्ति का कॉल आया. उसने इंजेक्शन उपलब्ध करवाने की बात कही और व्हाट्सएप पर भी मैसेज भेजा. जिसमें इंजेक्शन के लिए 8,500 रुपए देने की बात कही, जो निर्धारित मूल्य से अधिक था.
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पुलिस ने तत्काल पर कार्रवाई करते हुए एसओजी के माध्यम से कॉलर द्वारा उपलब्ध कराए गए मोबाइल नंबर की लोकेशन प्राप्त की. लोकेशन जौलीग्रांट में पाई गई. एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए थाना क्लेमेंटाउन पुलिस और एसओजी की टीम ने इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए हिमालयन चौक जौलीग्रांट के पास से तीन आरोपी वसीम सिद्दीकी, राकेश थपलियाल और अनुज थपलियाल को गिरफ्तार किया. इनके पास से 05 Liposomal Amphotericin B Injection 50mg बरामद किए गए हैं.
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साथ ही ड्रग इंस्पेक्टर राजीव कुमार को भी इसकी सूचना दी गई. पूछताछ में आरोपी वसीम सिद्दीकी ने बताया कि वह इंजेक्शन अहमदाबाद से लेकर आया है. तीनों मिलकर इन्हें यहां ऊंचे दामों पर बेचने आए थे. इससे पूर्व में इन आरोपियों ने इस महामारी में कई प्रकार की दवाइयां और इंजेक्शन को बड़े-बड़े अस्पतालों के आसपास घूम कर जरूरतमंद लोगों को ऊंचे दामों पर बेचा है.