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चारधाम यात्रा में 29 स्पेशलिस्ट डॉक्टर और 182 चिकित्सक तैनात, इमरजेंसी में एयरलिफ्ट किये जायेंगे यात्री - Health department preparations for Chardham Yatra

चारधाम यात्रा के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. स्वास्थ्य विभाग ने चारधाम यात्रा में 29 विशेषज्ञ चिकित्सक और 182 चिकित्सकों की तैनाती की है. इसके साथ ही किसी भी आपात स्थिति में यात्रियों को एयर लिफ्ट किये जाने की भी व्यवस्था विभाग ने की है.

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चारधाम यात्रा
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Published : Apr 24, 2023, 3:31 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हो गई है. चारधाम यात्रा के शुरू होने के साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं को पोल खुलती नजर आई. दरअसल, पिछले दो दिनों के भीतर दो श्रद्धालुओं को हृदय गति रुकने से मौत हो गई है. अभी भी स्वास्थ्य विभाग अपनी व्यवस्थाएं मुकम्मल होने का दावा कर रहा है. दो श्रद्धालुओं की मौत के बाद स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली के जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को अलर्ट कर दिया है.

चारधाम यात्रा के दौरान किसी श्रद्धालु की अचानक तबीयत खराब होने पर या फिर आपात स्थिति में यात्रियों को एयर एम्बुलेंस के माध्यम से देहरादून और श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के साथ ही ऋषिकेश एम्स में एयर लिफ्ट किया जाएगा. जिससे समय रहते मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दी जा सके. इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश भी दे दिए हैं.

स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में श्रद्धालुओं को तत्काल एयरलिफ्ट किया जाए. श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दिए जाने को लेकर चारधाम यात्रा मार्गों पर 48 स्थाई चिकित्सा इकाई और 23 अस्थाई चिकित्सा इकाई स्थापित की गई हैं. इन सभी चिकित्सा इकाइयों पर 29 विशेषज्ञ चिकित्सक और 182 चिकित्साधिकारी तैनात किये गये हैं. इसके साथ ही 95 पीओसीटी डिवाइसेज उपलब्ध कराई गई हैं. जिससे ईसीजी के साथ ही आक्सीजन लेवल की भी जांच कर सकेंगे.
पढ़ें- 23 क्विंटल फूलों से सजेगा बाबा केदारनाथ का धाम, कपाट खुलने पर मौजूद रहेंगे राज्यपाल और सीएम

इसके साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए 272 पैरामेडिकल स्टाफ को तैनात किया गया है. इनमें 182 स्टाफ नर्स व 90 फार्मासिस्ट शामिल हैं. साथ ही चारधाम यात्रा में 96 विभागीय एम्बुलेंस और 77 आपातकालीन सेवा 108 एम्बुलेंस समेत 200 एम्बुलेंस की तैनाती की गई हैं. यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं को आपात स्थिति से निकालने के लिये 11 ब्लड बैंक व 2 ब्लड संग्रहण केन्द्र भी काम कर रहे हैं. श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कार्डियक सेंटर की स्थापना की गई है, जहां पर कार्डियोलॉजिस्ट सहित अन्य पैरामेडिकल स्टॉफ तैनात हैं.
पढ़ें-केदारनाथ धाम में दो लोगों की बिगड़ी तबीयत, प्रशासन ने किया एयरलिफ्ट

इसके अलावा, उत्तरकाशी जिला अस्पताल में कार्डियक यूनिट शुरू हो गई है. कार्डियक यूनिट में एक कार्डियोलॉजिस्ट सहित अन्य स्टाफ हर समय तैनात रहेगा. इसी तरह जानकीचट्टी मेडिकल रिलीव प्वाइंट पर एक प्रशिक्षित फिजीशियन और अन्य स्टाफ तैनात किया गया है. गंगोत्री, यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर कुल 20 हेल्थ फैसिलिटी सेंटर बनाये गये हैं, जहां पर डॉक्टर, फार्मासिस्ट सहित पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है.

आपातकालीन स्थिति के लिये जानकी चट्टी में एक कार्डियक एम्बुलेंस भी तैनात की गई है, जबकि पूरे जिले में 5 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस तथा 9 बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस के साथ ही 14 आपातकालीन एम्बुलेंस और 6 विभागीय एम्बुलेंस को तमाम जगहों पर तैनात किया गया गया है.

धन सिंह रावत, स्वास्थ्य मंत्री

केदारनाथ यात्रा मार्ग पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 14 मेडिकल रिलीव प्वाइंट बनाये गये हैं, जहां पर प्रशिक्षित चिकित्सक के साथ ही फार्मासिस्ट और अन्य पैरामेडिकल स्टॉफ की तैनाती को गई है. इसके साथ ही बदरीनाथ धाम समेत पूरे मार्ग पर भी स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है. यहां आने वाले यात्रियों के लिये आपात स्थिति में श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को बेस कैम्प बनाते हुये चिकित्सकों को अलर्ट रहने के निर्देश दिये गये हैं. इसके साथ ही श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में मेडिट्रीना ग्रुप ऑफ हास्पिटल को ओर से सीएसआर के तहत कार्डियक यूनिट संचालित की जा रही है. जहां पर विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ भी तैनाती भी की गई है.

देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हो गई है. चारधाम यात्रा के शुरू होने के साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं को पोल खुलती नजर आई. दरअसल, पिछले दो दिनों के भीतर दो श्रद्धालुओं को हृदय गति रुकने से मौत हो गई है. अभी भी स्वास्थ्य विभाग अपनी व्यवस्थाएं मुकम्मल होने का दावा कर रहा है. दो श्रद्धालुओं की मौत के बाद स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली के जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को अलर्ट कर दिया है.

चारधाम यात्रा के दौरान किसी श्रद्धालु की अचानक तबीयत खराब होने पर या फिर आपात स्थिति में यात्रियों को एयर एम्बुलेंस के माध्यम से देहरादून और श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के साथ ही ऋषिकेश एम्स में एयर लिफ्ट किया जाएगा. जिससे समय रहते मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दी जा सके. इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश भी दे दिए हैं.

स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में श्रद्धालुओं को तत्काल एयरलिफ्ट किया जाए. श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दिए जाने को लेकर चारधाम यात्रा मार्गों पर 48 स्थाई चिकित्सा इकाई और 23 अस्थाई चिकित्सा इकाई स्थापित की गई हैं. इन सभी चिकित्सा इकाइयों पर 29 विशेषज्ञ चिकित्सक और 182 चिकित्साधिकारी तैनात किये गये हैं. इसके साथ ही 95 पीओसीटी डिवाइसेज उपलब्ध कराई गई हैं. जिससे ईसीजी के साथ ही आक्सीजन लेवल की भी जांच कर सकेंगे.
पढ़ें- 23 क्विंटल फूलों से सजेगा बाबा केदारनाथ का धाम, कपाट खुलने पर मौजूद रहेंगे राज्यपाल और सीएम

इसके साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए 272 पैरामेडिकल स्टाफ को तैनात किया गया है. इनमें 182 स्टाफ नर्स व 90 फार्मासिस्ट शामिल हैं. साथ ही चारधाम यात्रा में 96 विभागीय एम्बुलेंस और 77 आपातकालीन सेवा 108 एम्बुलेंस समेत 200 एम्बुलेंस की तैनाती की गई हैं. यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं को आपात स्थिति से निकालने के लिये 11 ब्लड बैंक व 2 ब्लड संग्रहण केन्द्र भी काम कर रहे हैं. श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कार्डियक सेंटर की स्थापना की गई है, जहां पर कार्डियोलॉजिस्ट सहित अन्य पैरामेडिकल स्टॉफ तैनात हैं.
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इसके अलावा, उत्तरकाशी जिला अस्पताल में कार्डियक यूनिट शुरू हो गई है. कार्डियक यूनिट में एक कार्डियोलॉजिस्ट सहित अन्य स्टाफ हर समय तैनात रहेगा. इसी तरह जानकीचट्टी मेडिकल रिलीव प्वाइंट पर एक प्रशिक्षित फिजीशियन और अन्य स्टाफ तैनात किया गया है. गंगोत्री, यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर कुल 20 हेल्थ फैसिलिटी सेंटर बनाये गये हैं, जहां पर डॉक्टर, फार्मासिस्ट सहित पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है.

आपातकालीन स्थिति के लिये जानकी चट्टी में एक कार्डियक एम्बुलेंस भी तैनात की गई है, जबकि पूरे जिले में 5 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस तथा 9 बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस के साथ ही 14 आपातकालीन एम्बुलेंस और 6 विभागीय एम्बुलेंस को तमाम जगहों पर तैनात किया गया गया है.

धन सिंह रावत, स्वास्थ्य मंत्री

केदारनाथ यात्रा मार्ग पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 14 मेडिकल रिलीव प्वाइंट बनाये गये हैं, जहां पर प्रशिक्षित चिकित्सक के साथ ही फार्मासिस्ट और अन्य पैरामेडिकल स्टॉफ की तैनाती को गई है. इसके साथ ही बदरीनाथ धाम समेत पूरे मार्ग पर भी स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है. यहां आने वाले यात्रियों के लिये आपात स्थिति में श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को बेस कैम्प बनाते हुये चिकित्सकों को अलर्ट रहने के निर्देश दिये गये हैं. इसके साथ ही श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में मेडिट्रीना ग्रुप ऑफ हास्पिटल को ओर से सीएसआर के तहत कार्डियक यूनिट संचालित की जा रही है. जहां पर विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ भी तैनाती भी की गई है.

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