ऋषिकेश: ऋषिकेश में राफ्टिंग करने आने वालों के लिए अच्छी खबर नहीं है. यहां राफ्टिंग कैम्पिंग करवाने वाले 25 गाइड कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. ये आंकड़ा और बढ़ने की आशंका है. राफ्टिंग कैम्पिंग में कुल मिलाकर 700 गाइड कार्य करते हैं.
दरअसल, एक माह पहले सरकार ने अनलॉक में साहसिक खेल गतिविधियों को छूट दी, जिसमें तीर्थनगरी ऋषिकेश क्षेत्र के कौड़ियाला-मुनिकीरेती राफ्टिंग जोन में भी व्हाइट वाटर राफ्टिंग को सशर्त हरी झंडी दी गई. राफ्टिंग शुरू होते ही आसपास के राज्यों से भारी तादाद में पर्यटक भी लुत्फ उठाने के लिए पहुंचने लगे. इसके साथ ही कैम्पिंग भी शुरू हुआ. एक माह में ही यह व्यवसाय काफी हद तक पटरी पर आता दिखाई दे रहा है, लेकिन राफ्टिंग व्यवसाय से जुड़े करीब 25 गाइड कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जिसके चलते जिला प्रशासन भी अब पूरी तरह से सतर्क नजर आ रहा है.
टिहरी की डीएम ईवा आशीष ने स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय अधिकारियों को आदेश जारी कर राफ्टिंग कैम्पिंग कारोबार से जुड़े तकरीबन 700 लोगों का कोविड-19 टेस्ट करने का निर्देश दिया है, जिसकी पुष्टि नरेंद्र नगर के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जगदीश जोशी ने की है. टेस्टिंग में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका है. ऐसे में इस व्यवसाय से जुड़े लोगों में कोरोना की पुष्टि बड़े पैमाने पर होती है तो सीधे तौर पर यह व्यवसाय प्रभावित होगा और कहीं न कहीं इससे जुड़े लोगों के सामने एक बार फिर से रोजी-रोटी का संकट भी खड़ा हो सकता है.
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राफ्टिंग-कैम्पिंग यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि शनिवार और रविवार को अत्याधिक भीड़ रहती है. इन 2 दिनों में कोरोना जांच की वजह से उनके लिए दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं.