देहरादून/काशीपुर/श्रीनगर: रूस-यूक्रेन युद्ध के चार दिन बाद भी भारतीय छात्रों की परेशानी कम नहीं हुई हैं. उत्तराखंड सरकार का छात्रों को सुरक्षित लाने का प्रयास जारी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हेल्पलाइन नंंबरों लगातार मदद के लिए संख्या बढ़ रही है. इसके लिए भारत सरकार और विदेश मंत्रालय से लगातार संपर्क जारी है. शनिवार शाम तक उत्तराखंड शासन ने 226 उत्तराखंड के नागरिकों की सूची विदेश मंत्रालय को भेजी है. वहीं आज उत्तराखंड के तीन छात्र सकुशल भारत लौटे हैं.वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारत सरकार के तमाम प्रयासों से छात्र सकुशल वापस आ रहे हैं. इनमें उत्तराखंड के तीन छात्र भी शामिल हैं. मैं पीएम मोदी और इससे जुड़े सभी अधिकारियों को धन्यवाद देता हूं. हम अन्य छात्रों के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं जिन्हें अभी वापस लाया जाना हैं.
पहली लिस्ट में 86 नागरिकों की सूचना थी, तो उसके बाद यह बढ़कर 154 हुई और अभी तक आंकड़े 226 पहुंच गया है. यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के देहरादून के 55, हरिद्वार के 41, टिहरी के 17, पौड़ी के 21, चमोली के 4, उत्तरकाशी के 7, रुद्रप्रयाग के 5, नैनीताल के 24, उधमसिंह नगर के 38, अल्मोड़ा के 1, चम्पावत के 5, पिथौरागढ़ के 3 और अन्य पांच नागरिक यूक्रेन में फंसे हैं.
यूक्रेन से लौटे उत्तराखंड के तीन छात्रों आशुतोष पाल, अदनान व खुशी सिंह का नई दिल्ली में उत्तराखंड के अपर स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा ने स्वागत किया. इस अवसर पर छात्रों के अभिभावक और राज्य के सहायक प्रोटोकॉल अधिकारी मनोज जोशी व दीपक चमोली भी उपस्थित रहे. उत्तराखंड सरकार यूक्रेन में निवासरत उत्तराखंड के सभी छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिये भारत सरकार के लगातार सम्पर्क में हैं.
वहीं यूक्रेन में रह रहे काशीपुर के भाई बहन अलग-अलग स्थानों से सफर करते हुए ल्विव (Lviv) पहुंच गए हैं. अब वह आगे का सफर साथ में तय करके रोमानिया बॉर्डर पर पहुंचेंगे, जहां से भारतीय विमानों के द्वारा वह स्वदेश वापसी करेंगे.
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यूक्रेन में फंसे अहमद शम्स और मरियम के पिता ने ईटीवी भारत को बताया कि अहमद शम्स यूक्रेन की राजधानी कीव और उसकी बहन मरियम अंसारी विनिसिया में रहकर डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे हैं. अहमद शम्स कीव से 700 किलोमीटर का सफर तय कर ल्विव (Lviv) शहर पहुंच गया है, जबकि उसकी बहन मरियम अंसारी भी विनिसिया से 250 किलोमीटर का सफर तय कर ल्विव (Lviv) पहुंच गई और अपने भाई से मिल गई है. अब दोनों भाई बहन अपने अन्य साथियों के साथ 400 किलोमीटर का सफर तय कर रोमानिया (romania border) बॉर्डर तक पहुंचेंगे.
बता दें, यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में काशीपुर के 4 छात्र छात्राओं समेत पांच लोग फंसे हैं, जिसमें मोहल्ला महेशपुरा, फ्रेंड्स कॉलोनी, मंझरा रोड काशीपुर के रहने वाले शमशुल आरिफ उर्फ गुड्डू आढ़ती का पुत्र अहमद शम्स और उनकी बहन मरियम अंसारी, परसादीलाल बाग कटोरा ताल के रहने वाले शमीम सैफी की पुत्री उंजिला सैफी, थाना आईटीआई जसपुर खुर्द के रहने वाले नरेंद्र सिंह नागरा की बेटी सुखबीर कौर और मोहल्ला मंझरा लक्ष्मीपुर पट्टी के रहने वाले अनवर अली पुत्र अकबर अली शामिल हैं.
श्रीनगर की आकांक्षा सकुशल स्वदेश पहुंचीं: यूक्रेन से 240 भारतीय छात्र बीते देर रात मुंबई सकुशल पहुंच गए हैं. इन 240 छात्रों में श्रीनगर की आकांक्षा कुमारी भी शामिल है. मुंबई पहुंचने के बाद आकांक्षा ने भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया है. इससे पहले आकांक्षा कुमारी बीते दिन यूक्रेन से रोमानिया के लिए सड़क मार्ग से निकले थे. इन सभी छात्रों को सुरक्षित पहुंचाने के लिए भारतीय विदेश मंत्रालय ने 4 बसों के जरिये 240 छात्रों को रोमानिया पहुंचाने का काम किया था.