डोईवाला: भानेवाला स्थित वेडिंग प्वॉइंट में राष्ट्रीय सैनिक संस्था का 16वां राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजन किया गया. इस दौरान अधिवेशन में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रि) गुरमीत सिंह सहित कई राज्यों से पूर्व सैनिकों ने शिरकत की. इस मौके पर राज्यपाल ने कहा राष्ट्रीय सैनिक संस्था ने जो आज संकल्प लिए हैं, उससे राष्ट्र का नव निर्माण होगा. वहीं, कार्यक्रम में बेहतर कार्य करने वाले पूर्व फौजियों को राज्यपाल ने सम्मानित किया.
उन्होंने कहा फौज के प्रत्येक सिपाही की कर्तव्यनिष्ठा, प्रशिक्षण, अनुशासन और ईमानदारी के कारण ही देश का नाम पूरे विश्व में गूंज रहा है. आज देश में करीब 20 लाख ऐसे पूर्व सैनिक मौजूद हैं, जो मुख्य धारा से मिलकर देश की प्रगति में सहयोग दे सकते हैं. राष्ट्रीय सैनिक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर चक्र से सम्मानित कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी ने कहा देश में व्याप्त भ्रष्टाचार भी एक आपदा बन चुका है. इसे कम करने का सबसे अच्छा सबसे तेज और सबसे प्रभावी रास्ता है कि नीचे से ऊपर तक प्रत्येक विभाग में एक गौरव सेनानी को सांकेतिक वेतन देकर नियुक्त कर दिया जाए. भ्रष्टाचार स्वत: ही समाप्त हो जाएगा.
ये भी पढ़ें: Recruitment in Medical Colleges: उत्तराखंड के मेडिकल कॉलेजों को शीघ्र मिलेंगे 171 असिस्टेंट प्रोफेसर
अधिवेशन के दौरान पूर्व सैनिकों ने राज्यपाल गुरमीत सिंह के सामने अपनी प्रमुख मांगों और सुझावों को रखा. जिसमें छत्रपति शिवाजी के जन्मदिन पर उनकी मां जीजा बाई के नाम में एक प्रशस्ति पत्र प्रत्येक अग्निवीर की मां को भेजा जाए. उत्तराखंड से पलायन रोकने के लिए एक ब्लॉक में एक स्कूल के अंदर छोटे-छोटे स्कूलों का विलय कर दिया जाए.
वहीं, नजदीक में ही एक छोटा क्लिनिक या अस्पताल बनवा दिया जाए. एक गांव में दो हलधर, दो ग्राम प्रहरी और एक कंपाउंडर की नियुक्त की जाए. गांव के जन्मदिन मनाने की प्रथा को बढ़ावा दिया जाए. पूर्व सैनिकों को पंजाब की 'Guardians of Governance' स्कीम की तरह गांव के स्तर से राज्य के स्तर तक नियुक्त किया जाए.