देहरादून: उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. 24 मई तक उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के 118 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं, 9 मरीजों की मौत भी हो चुकी है. इसे देखते हुए सरकार ने 12 अस्पतालों को ब्लैक फंगस मरीजों के इलाज के लिए अधिकृत किया गया है.
मंगलवार को मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुए कहा कि ब्लैक फंगस के मरीजों के उपचार के लिए प्रदेश में संचालित 12 डेडिकेटेड कोविड-19 हॉस्पिटल को अधिकृत किया जाता है. इसको लेकर सभी संबंधित जिलों के सीएमओ को निर्देश दिया गया है कि वह ब्लैक फंगस के मरीजों के समुचित उपचार की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित करें.
इन अस्पतालों में होगा इलाज
- महंत इंद्रेश हॉस्पिटल देहरादून.
- ओएनजीसी अस्पताल देहरादून.
- सीएमआई हॉस्पिटल देहरादून.
- दून मेडिकल कॉलेज.
- ऋषिकेश एम्स.
- हिमालयन जौलीग्रांट अस्पताल.
- मैक्स हॉस्पिटल देहरादून.
- विनय विशाल अस्पताल देहरादून
- मिलिट्री हॉस्पिटल देहरादून.
- सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी.
- वीर चंद्र सिंह गढ़वाली मेडिकल हॉस्पिटल श्रीनगर.
- मैक्सवेल हॉस्पिटल देहरादून.
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उत्तराखंड में ब्लैक फंगस की स्थिति
उत्तराखंड में कोरोना के साथ अब ब्लैक फंगस भी कहर बरपा रहा है. उत्तराखंड में बड़ी संख्या में ब्लैक फंगस के मरीज सामने आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार उत्तराखंड में अब तक म्यूकोमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के 118 मामले सामने आ चुके हैं. इसके साथ ही राज्य में अब तक ब्लैक फंगस से 9 लोगों की मौत हो चुकी है.