देहरादूनः उत्तराखंड में साइबर क्राइम के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं. मंगलवार को साइबर पुलिस स्टेशन में एक साथ अलग-अलग मामलों में एक दर्जन साइबर ठगों के खिलाफ 12 मुकदमे दर्ज किए गए. इन मुकदमों में से 8 मुकदमे उत्तराखंड आर्थिक अपराध शाखा में दर्ज किए गए हैं. इन 12 मुकदमों में 23 लाख 66 हजार रुपये की ठगी सामने आई है. साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज मुकदमे देहरादून जिले से लेकर उधम सिंह नगर के सितारगंज और रुद्रपुर से सामने आए हैं.
HDFC लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के नाम पर ठगी
पहला मुकदमा देहरादून के थाना डालनवाला क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति ने देहरादून साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया. शिकायतकर्ता ने बताया कि उसे एक अज्ञात व्यक्ति ने खुद को HDFC लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का कर्मचारी बताया. साथ ही पॉलिसी प्रीमियम भुगतान और उस पॉलिसी को रिवाइज करने के नाम पर फर्जी दस्तावेज भेजे. 13 लाख 54 हजार रुपये बैंक खातों में जमा कराकर साइबर ठग ने धोखाधड़ी कर दी.
QR कोड स्कैन करना पड़ा महंगा
दूसरा मामला थाना कोतवाली क्षेत्र देहरादून मातावाला बाग लक्ष्मण चौक से सामने आया है. यहां शिकायतकर्ता ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को तहरीर देते हुए बताया कि उसने ओएलएक्स पर बेड बेचने का विज्ञापन डाला था. जिसके संबंध में उसे एक अज्ञात व्यक्ति ने बेड खरीदने के पेमेंट संबंधी क्यूआर कोड स्कैन करने को कहा. क्यूआर कोड स्कैन करते ही उसके बैंक खाते से 89 हजार रुपए उड़ गए.
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Amazon अधिकारी बताकर की ठगी
तीसरा मामला देहरादून के आकाशदीप कॉलोनी थाना वसंत विहार क्षेत्र का है. यहां शिकायतकर्ता ने साइबर पुलिस स्टेशन को तहरीर देते हुए बताया कि उसको एक अज्ञात व्यक्ति ने खुद को Amazon का अधिकारी बताकर लकी ड्रा जीतने की बात बताते हुए उसके खाते से 51 हजार 300 की धोखाधड़ी की.
ATM कार्ड बंद होने की बात कहकर ठगी
वहीं, चौथा मामला देहरादून के डोभालवाला कोतवाली क्षेत्र का है. यहां शिकायतकर्ता ने साइबर पुलिस को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उसे अज्ञात व्यक्ति ने खुद को एसबीआई बैंक का मैनेजर बताकर एटीएम कार्ड बंद होने और उसे पुनः चालू करने की बात कही. जिसके बाद झांसे में आकर बैंक डिटेल दे दिया. जिसके बाद खाते से 74 हजार 367 रुपये की धोखाधड़ी हो गई.
इंश्योरेंस पॉलिसी प्रीमियम जमा कराने के नाम उड़ाए पैसे
पांचवां मामला उधम सिंह नगर के किच्छा से सामने आया है. यहां शिकायतकर्ता ने साइबर पुलिस स्टेशन कुमाऊं परिक्षेत्र को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उन्हें एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर खुद को रिलायंस कंपनी का कर्मचारी बताते हुए इंश्योरेंस पॉलिसी प्रीमियम जमा करने के नाम पर 99 हजार की धोखाधड़ी की.
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जूता ऑर्डर और कैंसिल करना पड़ा महंगा
वहीं, साइबर क्राइम का छठा मामला जनपद उधम सिंह नगर के रुद्रपुर से सामने आया है. यहां साइबर पुलिस स्टेशन कुमाऊं परिक्षेत्र को शिकायत दर्ज कर शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने ऑनलाइन फ्लिपकार्ट कंपनी से जूता खरीदने का आर्डर दिया था. किन्हीं कारणों से उन्होंने अपना ऑर्डर कैंसिल कर दिया. ऐसे में कुछ समय बाद उनके पास कंपनी के नाम से पैसे वापस करने को लेकर एक फोन आया. कंपनी के अज्ञात व्यक्ति ने रुपये वापस करने के लिए एनीडेस्क एप डाउनलोड करने की बात कही. जैसे ही रुपये वापस लेने के लिए इस ऐप को डाउनलोड किया गया, उसके खाते से 1 लाख 15 हजार 400 उड़ गए.
रुद्रपुर में Phone Pay अधिकारी बनकर की ठगी
सातवां मामला भी उधम सिंह नगर के रुद्रपुर से सामने आया है. यहां शिकायतकर्ता ने साइबर पुलिस स्टेशन कुमाऊं परिक्षेत्र को बताया कि उन्हें एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया. जिसमें उसने खुद को Phone Pay का अधिकारी बताया. अज्ञात व्यक्ति ने गिफ्ट वाउचर रिडीम करने के लिए एनीडेस्क ऐप डाउनलोड करने की बात कही. जैसे ही इस ऐप को डाउनलोड किया तो उसके बैंक खाते से 65 हजार 179 की धनराशि निकल गई.
लिंक क्लिक करते ही उड़े रुपये
वहीं, आठवां मामला भी उधम सिंह नगर जिले से सामने आया है. यहां शिकायतकर्ता ने साइबर पुलिस को बताया कि फोन नंबर बंद होने की बात बताई गई. उस नंबर को एक्टिवेट करने के नाम पर एक लिंक पर क्लिक करने की बात कही गई. जैसे ही लिंक को क्लिक किया तो उसके बाद एक ओटीपी नंबर सामने आया. ओटीपी देते ही खाते से 1 लाख 37000 ठग लिए.
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OLX पर स्कूटी का विज्ञापन पड़ा महंगा
रुद्रपुर से एक और मामला सामने आया है. पीड़ित ने ओएलएक्स में एक्टिवा गाड़ी का विज्ञापन देखा. इस विज्ञापन को देखने के बाद गाड़ी खरीदने के लिए जैसे ही संबंधित नंबर पर संपर्क किया. ठग ने खुद को भारतीय सेना में कार्यरत बताकर ट्रांसफर होने के चलते गाड़ी बेचने की बात बताई. गाड़ी का सौदा ऑनलाइन तय होने के बाद गाड़ी को कोरियर डाक सेवा से भेजने की बात कही. इसी सौदेबाजी के दौरान ऑनलाइन पेमेंट का झांसा देकर ₹90 हजार की साइबर ठगी की गई.
फेसबुक से लोन के नाम पर ठगी
उधम सिंह नगर के सितारगंज से भी एक मामला कुमाऊं परिक्षेत्र साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ. इस मामले में शिकायतकर्ता ने तहरीर देते हुए बताया कि उन्होंने फेसबुक पर 20 लाख रुपये का लोन दिए जाने का विज्ञापन देखा. विज्ञापन देखने के बाद लोन देने वाले नंबर पर संपर्क किया. जिसके बाद अज्ञात व्यक्ति ने लोन दिए जाने के एवज में रजिस्ट्रेशन फीस व अन्य टैक्स के रूप में झांसे में लेकर ₹56,658 की साइबर धोखाधड़ी को अंजाम दिया.
किच्छा में ऐसे की ठगी
एक मामला उधम सिंह नगर के किच्छा क्षेत्र से सामने आया है. शिकायतकर्ता ने कुमाऊं परिक्षेत्र साइबर पुलिस स्टेशन को तहरीर देते हुए बताया कि ठग ने कंपनी के नाम पर मुंबई स्थित ब्रांच से एक खाता खुलवाया. कुछ दिनों बाद किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनके ऑनलाइन बैंक खाते को हैक कर उनके खाते से एक लाख 60 हजार की धोखाधड़ी अलग-अलग जगह ट्रांसफर की.
फेसबुक पर रिश्तेदार बनकर की ठगी
वहीं, एक और मामला उधम सिंह नगर के रुद्रपुर से साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ है. इस मामले में रुद्रपुर निवासी शिकायतकर्ता ने तहरीर देते हुए बताया कि उसे एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर अपना रिश्तेदार बताया. साथ ही खाते में ऑनलाइन पैसे जमा करने की बात कही. अज्ञात व्यक्ति की बात पर विश्वास करते हुए संपर्क किया. झांसे में लाकर उनके खाते से ₹75000 धोखाधड़ी कर निकाल दिए.