ETV Bharat / state

खास मुलाकात: 51 सालों से लगातार चारधाम यात्रा पर आ रही हैं चंद्र कली देवी, उम्र 102 वर्ष - उत्तराखंड न्यूज़

चंद्र कली देवी ने बताया कि वह चारधाम यात्रा पर उस समय से आ रही हैं जब सड़क मार्ग तक नहीं हुआ करते थे. लोग घोड़ा गाड़ी के सहारे चारधाम की यात्रा पर जाया करते थे.

चंद्र कली देवी
author img

By

Published : Jun 1, 2019, 7:47 PM IST

ऋषिकेश: विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु देवभूमि पहुंच रहे हैं. इनमें से एक श्रद्धालु ऐसी भी हैं जो 102 साल की उम्र में चारधाम यात्रा के लिए पहुंची हैं. इनका नाम है चंद्र कली देवी. खास बात ये है कि वो पिछले 51 वर्षों से लगातार चारधाम यात्रा के लिए आ रही हैं. इस बार वो 54वीं बार बदरीनाथ धाम दर्शन करने के लिए जा रही हैं. वो 8 बार केदार धाम के दर्शन भी कर चुकी हैं.

पढ़ें- मेरे घरवाले मेरी मर्जी के खिलाफ शादी कर रहे हैं, जबकि मैं किसी और से प्यार करती हूं... पत्र लिखकर IIT की छात्रा लापता

उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद की रहने वाली 102 वर्षीय चंद्र कली देवी से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. चंद्र कली देवी ने बताया कि वह चारधाम यात्रा पर उस समय से आ रही हैं जब सड़क मार्ग तक नहीं हुआ करते थे. लोग घोड़ा गाड़ी के सहारे चारधाम की यात्रा पर जाया करते थे. चंद्र कली देवी बताती हैं कि पहले गाड़ियां चमोली और भटवाड़ी तक जाया करती थी, जिसके बाद वहां से पैदल ही यात्रा करनी पड़ती थी. लेकिन धीरे-धीरे समय बदलता गया और आजतक चारधाम यात्रा मार्ग सड़क से जुड़ चुके हैं.

चंद्र कली देवी

चंद्र कली देवी अभीतक 51 बार बदरीनाथ धाम के दर्शन कर चुकी हैं. वे 8 बार केदारनाथ धाम के भी दर्शन कर चुकी हैं. चंद्रकली देवी अपने बेटे और बहू को भी यात्रा करवा चुकी है. इसके अलावा चंद्र कली तुंगनाथ मंदिर के दर्शन भी कर चुकी हैं. चारधाम यात्रा के साथ वो रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, देवप्रयाग और सोनप्रयाग के अलावा सभी चट्टियों के भी दर्शन भी कर चुकी हैं. चंद्र कली देवी ने बताया कि जब वे पहली बार जब ऋषिकेश आई थीं तो उस समय ऋषिकेश में मंदिर, आश्रम और धर्मशालाएं हुआ करती थीं लेकिन अब ऋषिकेश बहुत बदल गया है.

ऋषिकेश: विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु देवभूमि पहुंच रहे हैं. इनमें से एक श्रद्धालु ऐसी भी हैं जो 102 साल की उम्र में चारधाम यात्रा के लिए पहुंची हैं. इनका नाम है चंद्र कली देवी. खास बात ये है कि वो पिछले 51 वर्षों से लगातार चारधाम यात्रा के लिए आ रही हैं. इस बार वो 54वीं बार बदरीनाथ धाम दर्शन करने के लिए जा रही हैं. वो 8 बार केदार धाम के दर्शन भी कर चुकी हैं.

पढ़ें- मेरे घरवाले मेरी मर्जी के खिलाफ शादी कर रहे हैं, जबकि मैं किसी और से प्यार करती हूं... पत्र लिखकर IIT की छात्रा लापता

उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद की रहने वाली 102 वर्षीय चंद्र कली देवी से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. चंद्र कली देवी ने बताया कि वह चारधाम यात्रा पर उस समय से आ रही हैं जब सड़क मार्ग तक नहीं हुआ करते थे. लोग घोड़ा गाड़ी के सहारे चारधाम की यात्रा पर जाया करते थे. चंद्र कली देवी बताती हैं कि पहले गाड़ियां चमोली और भटवाड़ी तक जाया करती थी, जिसके बाद वहां से पैदल ही यात्रा करनी पड़ती थी. लेकिन धीरे-धीरे समय बदलता गया और आजतक चारधाम यात्रा मार्ग सड़क से जुड़ चुके हैं.

चंद्र कली देवी

चंद्र कली देवी अभीतक 51 बार बदरीनाथ धाम के दर्शन कर चुकी हैं. वे 8 बार केदारनाथ धाम के भी दर्शन कर चुकी हैं. चंद्रकली देवी अपने बेटे और बहू को भी यात्रा करवा चुकी है. इसके अलावा चंद्र कली तुंगनाथ मंदिर के दर्शन भी कर चुकी हैं. चारधाम यात्रा के साथ वो रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, देवप्रयाग और सोनप्रयाग के अलावा सभी चट्टियों के भी दर्शन भी कर चुकी हैं. चंद्र कली देवी ने बताया कि जब वे पहली बार जब ऋषिकेश आई थीं तो उस समय ऋषिकेश में मंदिर, आश्रम और धर्मशालाएं हुआ करती थीं लेकिन अब ऋषिकेश बहुत बदल गया है.

Intro:feed send on LU

ऋषिकेश--विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं लेकिन एक ऐसी भी श्रद्धालु है जो कि 102 वर्ष की होने के बावजूद भी यात्रा करने पहुंची है खास बात यह है कि पिछले 51 वर्षों से लगातार चार धाम यात्रा के लिए आ रहे हैं चंद्र कली नाम की 102 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने 54 बार बद्रीनाथ धाम के दर्शन किए हैं वहीं आठ बार केदारनाथ धाम के दर्शन किए हैं।


Body:वी/ओ-- उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद की रहने वाली 102 वर्षीय चंद्र कली देवी से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की चंद कली देवी ने बताया कि वह पिछले 51 वर्षों से लगातार चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड आ रही हैं उन्होंने बताया कि वह चार धाम यात्रा उस समय से आ रही हैं जब चार धाम यात्रा तक सड़क मार्ग नहीं हुआ करता था और ना ही किसी प्रकार की घोड़ा गाड़ी चला करती थी चंद्र कली देवी ने बताया कि शुरुआती यात्रा काल में गाड़ियां चमोली और भटवाड़ी तक जाया करती थी जिसके बाद वहां से पैदल ही यात्रा करना पड़ता था लेकिन धीरे-धीरे समय बदलता गया और संविधान तक सड़के पहुंच गई और अब मोटर गाड़ी पहुंचने लगी है।


ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में चंद्र कली देवी ने बताया कि वह अभी तक 51 बार बद्रीनाथ धाम के दर्शन कर चुकी हैं वही 8 बार केदारनाथ धाम भी दर्शन करने गई हैं,चंद्रकली देवी ने अपने साथ साथ अपने बेटे और बहू को भी यात्रा करवा चुकी है वहीं उन्होंने अपने साथ अपने आस पास के कई गांवों के लोगों को चारधाम यात्रा के लिए लेकर आ चुकी हैं,उन्होंने बताया कि चारधाम के साथ साथ तुंगनाथ के दर्शन करने के लिए जा चुकी हैं,इसके साथ ही यात्रा मार्गों ओर पड़ने वाले चारों प्रयाग रुद्र प्रयाग,कर्ण प्रयाग, देव प्रयाग और सोन प्रयाग के अलावा सभी चट्टियों के भी दर्शन किये हैं।

चद्रकली देवी ने बताया कि जब वे पहली बार ऋषिकेश आई थी तो उस समय ऋषिकेश में मंदिर,आश्रम और धर्मशालाएँ हुआ करती थी लेकिन वर्तमान समय मे उस समय के अपेक्षा काफी कुछ बदलाव हो गया है ऋषीकेश के साथ पूरा क्षेत्र काफी विकसित हो गया है,वहीं चंद्रकली बताती है कि यह यात्रा उनकी अंतिम यात्रा है अब वे यात्रा करने नही आएंगी।


Conclusion:वी/ओ--चंद्रकली देवी के साथ यात्रा करने के लिए पंहुच शांति देवी ने बताया कि हम लोग इनके साथ पिछले 10 वर्षों से यात्रा करने के लिए आरही हैं,उनका कहना था हम लोग चंद्रकली देवी के साथ यात्रा करने आते हैं तो काफी कुछ जानने को मिलता है क्योंकि इनके पास चारधाम यात्रा के बारे हर तरह की जानकारी है और इनके पास काफी अनुभव है।

वन टू वन--चंद्रकली देवी
बाईट--शांति देवी(श्रद्धालु)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.