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गन्ना भुगतान न होने से गुस्साए किसानों ने किया प्रदर्शन, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

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Published : Jan 25, 2020, 2:52 PM IST

डोईवाला शुगर मिल पर पिछले सत्र का 10 करोड़ 72 लाख रुपया बकाया चल रहा है. भुगतान न होने से किसानों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है.

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डोईवाला शुगर मिल

डोईवालाः गन्ने के बकाया भुगतान के इंतजार में किसानों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है. किसानों ने बकाया भुगतान को लेकर धरना- प्रदर्शन किया. किसानों का डोईवाला शुगर मिल पर 10 करोड़ 72 लाख रुपया बकाया चल रहा है. किसानों का कहना है कि शुगर मिल पर पिछले सत्र का ही 10 करोड़ 72 लाख रुपया बकाया चल रहा है, जबकि गन्ने की नए पेराई सत्र को चलते हुए 2 महीने हो गए हैं. वहीं भुगतान न होने से किसानों को आर्थिक परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है.

बकाया न मिलने से किसानों में नाराजगी.

किसान नेता उम्मेद बोरा ने बताया कि किसानों का पिछले सत्र का गन्ने का भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है. किसानों का 10 करोड़ 72 लाख रुपया बकाया चल रहा है. भुगतान न होने से किसानों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है.

गन्ने के बकाया भुगतान के लिए अब सड़कों पर उतरना पड़ रहा है, जबकि शुगर मिल प्रशासन ने किसानों को पेराई सत्र के दौरान एक हफ्ते के अंदर गन्ने का भुगतान करने का वादा किया था. गन्ना विकास समिति के अध्यक्ष मनोज नौटियाल ने बताया कि सरकार किसानों के प्रति उदासीन रवैया अपना रही है. किसान आज भुखमरी की कगार पर हैं और उन्हें पिछले साल का पैसा अभी तक नहीं मिल पाया है, जबकि नए गन्ना पेराई सत्र को शुरू हुए 2 महीने हो गए हैं .

यह भी पढ़ेंः अब एक क्लिक पर मिलेगी कोर्ट केस और क्रिमिनल हिस्ट्री, राजधानी में हुआ ई-प्रॉसिक्यूशन डिजिटल पोर्टल का शुभारंभ

किसान नेता सुरेंद्र सजवाण ने कहा कि सरकार किसानों से झूठे वादे कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर जनवरी माह में किसानों का गन्ने का भुगतान न किया तो किसान पूरे प्रदेश में आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगे.

वहीं शुगर मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने कहा कि नए पेराई सत्र का 14 दिसंबर तक का भुगतान कर दिया गया है और पुराना भुगतान जो किसानों का रह गया है उसे भी जल्दी देने की कोशिश की जा रही है.

डोईवालाः गन्ने के बकाया भुगतान के इंतजार में किसानों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है. किसानों ने बकाया भुगतान को लेकर धरना- प्रदर्शन किया. किसानों का डोईवाला शुगर मिल पर 10 करोड़ 72 लाख रुपया बकाया चल रहा है. किसानों का कहना है कि शुगर मिल पर पिछले सत्र का ही 10 करोड़ 72 लाख रुपया बकाया चल रहा है, जबकि गन्ने की नए पेराई सत्र को चलते हुए 2 महीने हो गए हैं. वहीं भुगतान न होने से किसानों को आर्थिक परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है.

बकाया न मिलने से किसानों में नाराजगी.

किसान नेता उम्मेद बोरा ने बताया कि किसानों का पिछले सत्र का गन्ने का भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है. किसानों का 10 करोड़ 72 लाख रुपया बकाया चल रहा है. भुगतान न होने से किसानों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है.

गन्ने के बकाया भुगतान के लिए अब सड़कों पर उतरना पड़ रहा है, जबकि शुगर मिल प्रशासन ने किसानों को पेराई सत्र के दौरान एक हफ्ते के अंदर गन्ने का भुगतान करने का वादा किया था. गन्ना विकास समिति के अध्यक्ष मनोज नौटियाल ने बताया कि सरकार किसानों के प्रति उदासीन रवैया अपना रही है. किसान आज भुखमरी की कगार पर हैं और उन्हें पिछले साल का पैसा अभी तक नहीं मिल पाया है, जबकि नए गन्ना पेराई सत्र को शुरू हुए 2 महीने हो गए हैं .

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किसान नेता सुरेंद्र सजवाण ने कहा कि सरकार किसानों से झूठे वादे कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर जनवरी माह में किसानों का गन्ने का भुगतान न किया तो किसान पूरे प्रदेश में आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगे.

वहीं शुगर मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने कहा कि नए पेराई सत्र का 14 दिसंबर तक का भुगतान कर दिया गया है और पुराना भुगतान जो किसानों का रह गया है उसे भी जल्दी देने की कोशिश की जा रही है.

Intro:डोईवाला
गन्ने के बकाया भुगतान को लेकर किसानों को प्रदर्शन डोईवाला शुगर मिल पर किसानों का 10 करोड़ 72 लाख रुपिया बकाया ।

गन्ने के बकाया भुगतान के इंतजार में किसानों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है किसानों ने शनिवार को गन्ने की बकाया भुगतान को लेकर धरना प्रदर्शन किया किसानों का डोईवाला शुगर मिल पर 10 करोड़ 72 लाख रुपया बकाया चल रहा है । किसानों का कहना है कि डोईवाला शुगर मिल पर किसानों का पिछले सत्र का ही 10 करोड 72 लाख रुपया बकाया चल रहा है जबकि गन्ने के नए पेराई सत्र को चलते हुए 2 महीने हो गए हैं अब किसानों को भुगतान ना होने से अनेकों परेशानी झेलनी पड़ रही है ।



Body:किसान नेता उम्मेद बोरा ने बताया कि किसानों का पिछले सत्र का गन्ने का भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है और अभी तक किसानों का 10 करोड 72 लाख रुपया बकाया चल रहा है भुगतान ना होने से किसानों को परिवार चलाना मुश्किल हो गया है वही किसानों को अपने गन्ने के बकाया भुगतान के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है । जबकि शुगरमिल प्रशासन ने किसानों को पेराई सत्र के दौरान एक हफ्ते के अंदर गन्ने का भुगतान करने का वादा किया था ।

गन्ना विकास समिति के अध्यक्ष मनोज नौटियाल ने बताया कि सरकार किसानों के प्रति उदासीन रवैया अपना रही है किसान आज भुखमरी के कगार पर है और किसानों का पिछले साल का पैसा अभी तक नहीं मिल पाया है जबकि नए गन्ना पेराई सत्र को चलते हुए 2 महीने हो गए हैं ।
किसान नेता सुरेंद्र सजवाण ने कहा कि सरकार किसानों से झूठे वादे कर रही है । जबकि किसान भुखमरी के कगार पर है । उन्होंने कहा कि अगर जनवरी माह में किसानों का गन्ने का भुगतान ना किया तो किसान पूरे प्रदेश में आंदोलन करने को बाध्य हो जायेगे ।



Conclusion:वही शुगर मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने कहा कि नए पेराई सत्र का 14 दिसंबर तक का भुगतान कर दिया गया है । और पुराना भुगतान जो किसानों का रह गया है उसे जल्दी देने की कोशिश की जा रही है ।
बाईट उम्मेद बोरा किसान नेता
बाईट सुरेन्द्र सजवाण किसान नेता ।
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