चंपावत: टनकपुर में प्रशासन द्वारा किरोडा नाले में रिवर ट्रेनिंग कर नाले को चैनलाइज करने के प्रयास को तगड़ा झटका लगा है. जहां कार्य शुरू करने से पहले एसडीएम ने नाले के करीब मौजूद गैंडाखाली और थ्वाल खेड़ा गांव के लोगों के साथ बैठक की. आम सहमति को लेकर की गई बैठक में ग्रामीणों ने इसका पुरजोर विरोध किया. जिसके चलते एसडीएम टनकपुर दयानंद सरस्वती को बैठक को बीच में ही छोड़ कर जाना पड़ा.
मामले में ग्रामीणों का कहना है कि इससे पहले भी प्रशासन द्वारा किरोडा नाले में खनन का विरोध वो कर चुके हैं, लेकिन सरकार बार-बार कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से किरोडा नाले में रिवर ट्रेनिंग की आड़ में खनन कराना चाहती है. इसके साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि अगर रिवर ट्रेनिंग की आड़ में इस बरसाती नाले में खनन होता है तो गैंडा खाली, थ्वाल खेड़ा, नायक गौठ और उचौलीगौठ गांवों का अस्तित्व खतरे में पड़ जायेगा.
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वहीं दूसरी तरफ टनकपुर एसडीएम दयानंद सरस्वती बरसाती किरोडा नाले की वर्तमान स्थिति को भयवाह बता उसमें रिवर ट्रेनिंग के कार्य को आवश्यक बता रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीणों को लिखित शिकायत देने को कहा है ताकि वो उसे उच्च अधिकारियों को भेज सकें.