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चम्पावत: छात्रवृति में एक और घोटाला आया सामने, फर्जी कॉलेज खोलकर मारा 221 छात्रों का हक

देवभूमि विद्यापीठ कॉलेज ने कागजों में अपने को तीन विश्वविद्यालयों से मान्यता प्राप्त बताया. जिसमें नॉर्थ इस्ट फ्रन्टियर यूनिवर्सिटी(आन्ध्रप्रदेश) का सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया. अन्य दो विश्वविद्यालय, जिसमें हिमगिरि जी यूनिवर्सिटी (देहरादून) और संस्कृत महाविद्यालय (हरिद्वार) के सर्टिफिकेट की जांच की जा रही है.

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छात्रवृति पाने के लिए खोला गया फर्जी कॉलेज
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Published : Dec 15, 2019, 9:17 PM IST

Updated : Dec 16, 2019, 7:48 AM IST

चम्पावत: जिले में छात्रवृति का एक बड़ा घोटाला सामने आया है. कैग की रिपोर्ट में 2015-16 में उत्तराखंड छात्रवृति आवंटन में बरती अनिमियतत्ता पर नैनीताल हाईकोर्ट में रिट पिटिशन दायर की गई थी. जिसके बाद चम्पावत जिले में छात्रवृति वितरण की जांच करने के लिए एसपी धीरेन्द्र गुन्ज्याल की देखरेख में एक एसआईटी गठित की गई थी. इस टीम ने जांच में पाया कि मामले में एक फर्जी कॉलेज खोला गया. जिसमें फर्जी तरीके से 221 एससी-एसटी छात्र-छात्राओं का दाखिला कराया गया. जिनके नाम पर विद्यालय प्रबंधन ने 39.52 लाख रुपये की छात्रवृति का गबन किया.

जांच में यह भी सामने आया कि समाज कल्याण विभाग ने जब काॅलेज का निरीक्षण किया तो उसने भी अपनी रिपोर्ट में काॅलेज संचालन और 221 छात्र-छात्राओं का अध्यनरत होने की रिपोर्ट शासन को भेजी. जबकि, एसआईटी जांच में पाया गया कि काॅलेज एक महीने भी संचालित नहीं हुआ. जांच में यह भी उजागर हुआ कि काॅलेज प्रबन्धन ने स्थानीय बिचौलिये के माध्यम से छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क डिग्री मिलने और छात्रवृति देने की बात कह कुछ दिन काॅलेज बुलाया था.

पढ़ें-इस शिवधाम में पूर्णाहुति देते ही होने लगती है बारिश, जानिए रोचक कथा

ये कॉलेज बनबसा में एक किराए के मकान में चल रहा था. बनबसा बैंक ऑफ बड़ौदा में यहां के सभी छात्र-छात्राओं के फर्जी तरीके से खाते खुलवाये गये थे. जिसमें विद्यालय प्रबन्धन ने एटीएम के माध्यम से उनके खाते से छात्रवृति निकाली. एसआई टीम ने जांच में 25 छात्र-छात्राओं से पूछताछ की जिसमें. जिसमें सभी ने यह जानकारी दी.

पढ़ें-स्विफ्ट कार लूट मामले में चार गिरफ्तार, आरोपियों से मिले दो तमंचे

देवभूमि विद्यापीठ कॉलेज ने कागजों में अपने को तीन विश्वविद्यालयों से मान्यता प्राप्त बताया. जिसमें नॉर्थ इस्ट फ्रन्टियर यूनिवर्सिटी (आन्ध्रप्रदेश) का सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया. अन्य दो विश्वविद्यालय, जिसमें हिमगिरि जी यूनिवर्सिटी (देहरादून) और संस्कृत महाविद्यालय (हरिद्वार) के सर्टिफिकेट की जांच की जा रही है. कॉलेज प्रबन्धक चैरब जैन, अनिल गोयल, विवेक शर्मा, गौरव जैन और तात्कालीन सहायक समाज कल्याण अधिकारी गोपाल सिंह राणा बिचौलिए मुकेश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की कार्रवाई के लिए टीम रवाना हो गयी है.

चम्पावत: जिले में छात्रवृति का एक बड़ा घोटाला सामने आया है. कैग की रिपोर्ट में 2015-16 में उत्तराखंड छात्रवृति आवंटन में बरती अनिमियतत्ता पर नैनीताल हाईकोर्ट में रिट पिटिशन दायर की गई थी. जिसके बाद चम्पावत जिले में छात्रवृति वितरण की जांच करने के लिए एसपी धीरेन्द्र गुन्ज्याल की देखरेख में एक एसआईटी गठित की गई थी. इस टीम ने जांच में पाया कि मामले में एक फर्जी कॉलेज खोला गया. जिसमें फर्जी तरीके से 221 एससी-एसटी छात्र-छात्राओं का दाखिला कराया गया. जिनके नाम पर विद्यालय प्रबंधन ने 39.52 लाख रुपये की छात्रवृति का गबन किया.

जांच में यह भी सामने आया कि समाज कल्याण विभाग ने जब काॅलेज का निरीक्षण किया तो उसने भी अपनी रिपोर्ट में काॅलेज संचालन और 221 छात्र-छात्राओं का अध्यनरत होने की रिपोर्ट शासन को भेजी. जबकि, एसआईटी जांच में पाया गया कि काॅलेज एक महीने भी संचालित नहीं हुआ. जांच में यह भी उजागर हुआ कि काॅलेज प्रबन्धन ने स्थानीय बिचौलिये के माध्यम से छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क डिग्री मिलने और छात्रवृति देने की बात कह कुछ दिन काॅलेज बुलाया था.

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ये कॉलेज बनबसा में एक किराए के मकान में चल रहा था. बनबसा बैंक ऑफ बड़ौदा में यहां के सभी छात्र-छात्राओं के फर्जी तरीके से खाते खुलवाये गये थे. जिसमें विद्यालय प्रबन्धन ने एटीएम के माध्यम से उनके खाते से छात्रवृति निकाली. एसआई टीम ने जांच में 25 छात्र-छात्राओं से पूछताछ की जिसमें. जिसमें सभी ने यह जानकारी दी.

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देवभूमि विद्यापीठ कॉलेज ने कागजों में अपने को तीन विश्वविद्यालयों से मान्यता प्राप्त बताया. जिसमें नॉर्थ इस्ट फ्रन्टियर यूनिवर्सिटी (आन्ध्रप्रदेश) का सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया. अन्य दो विश्वविद्यालय, जिसमें हिमगिरि जी यूनिवर्सिटी (देहरादून) और संस्कृत महाविद्यालय (हरिद्वार) के सर्टिफिकेट की जांच की जा रही है. कॉलेज प्रबन्धक चैरब जैन, अनिल गोयल, विवेक शर्मा, गौरव जैन और तात्कालीन सहायक समाज कल्याण अधिकारी गोपाल सिंह राणा बिचौलिए मुकेश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की कार्रवाई के लिए टीम रवाना हो गयी है.

Intro:स्लग- छात्रवृति घोटाला
- चम्पावत में समाज कल्याण विभाग की मिलीभगत से हुवा लाखों का छात्रवृति घोटाला
- पुलिस ने सहायक समाज कल्याण अधिकारी के साथ फर्जी काॅलेज संचालश्क के खिलाफ किया मामला दर्ज

एंकर- चम्पावत जिले में छात्रवृति का एक बडा घोटाला सामने आया है। कैग की रिपोर्ट में 2015-16 में उत्तराखंड छात्रवृति आबंटन में बरती अनिमियत्ता पर उच्च न्यायालय नैनिताल मे रिट पिटिशन 33/19 के आदेश के क्रम में चम्पावत जिले में छात्रवृति वितरण की जांच करने के लिए एसपी धीरेन्द्र गुन्ज्याल की देखरेख में एक एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए थे। जिस पर एसपी धीरेन्द्र गुन्ज्याल की अध्यक्षता में टीम गठित कर जांच की गयी।
Body:जांच में पाया गया कि चम्पावत जिले क बनबसा में देवभूमि विद्यापीठ नाम से एक फर्जी काॅलेज खोला गया जिसमें फर्जी तरीके से 221 एससी एसटी छात्र-छात्राओं का दाखिला कराया गया और उनके नाम विद्यालय प्रबधन ने 39.52 लाख रूपये की छात्रवृति का गबन किया। जांच में यह भी सामने आया कि समाज कल्याण विभाग द्वारा जब काॅलेज का निरिक्षण किया तो अपनी रिपोर्ट में काॅलेज के लगातार संचालन होने तथा 221 छात्र-छात्राओं का अध्यनरत होने की रिपोर्ट शासन को भेजी गयी। जबकि एसआईटी जांच में पाया गया कि काॅलेज एक माह भी नहीं संचालित हुवा। जांच में यह भी उजागर हुवा कि काॅलेज प्रबन्धन ने स्थानीय बिचैलिये के माध्यम से छा़त्र-छात्राओं को निशुल्क डिग्री मिलने और साथ में छात्रवृती देने की बात कह कर कुछ दिन छा़त्र-छात्राओं काॅलेज भी बुलाया । काॅलेज बनबसा में एक किराए के भवन में चल रहा था। सभी छा़़त्र.-छात्राओं के फर्जी तरीके से बनबसा बैंक आॅफ बडौदा में खाता खुलवाया गया और बाद में विद्यालय प्रबन्धन ने एटीएम के माध्यम से उनके खाते से छा़त्रवृति भी निकाल ली। एसआई टीम ने जांच के 25 छात्र-छात्राओं से बात की जिसमें सभी ने यह जानकारी दी। Conclusion:देवभूूमि विद्यापीठ काॅलेज ने अपने को तीन विश्व विद्यालयों से मान्यता होने का प्रमाण प़त्र भी लगाया जिसमें नार्थ इस्ट फ्रन्टियर यूनिवर्सिटी आन्ध्रप्रदेश का सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया अन्य दो जिसमे हिमगिरि जी यूनिवर्सिटी देहरादून और संस्कृत महाविद्यालय हरिद्वार के सर्टिफिकेट की जांच की जा रही है। काॅलेज प्रबन्धक चैरब जैन, अनिल गोयल, विवेक शर्मा, गौरव जैन तात्कालिन सहायक समाज कल्याण अधिकारी गोपाल सिंह राणा बिचैलिए मुकेश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफतारी की कार्यवाही के लिए टीम रवाना हो गयी है। एसपी धीरेन्द्र गुन्ज्याल ने बताया कि विस्तार से जांच आगे बढने पर और भी गिरफतारीयां हो सकती हैं।
बाइट 1-एसपी धीरेन्द्र गुन्ज्याल
Last Updated : Dec 16, 2019, 7:48 AM IST
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