चंपावत: इंडो-नेपाल बॉर्डर पर फंसे नेपाली मजदूरों को लंबे समय बाद घर वापसी करेंगे. भारत सरकार की वार्ता और जिला प्रशासन के निर्देशों पर दो महीने बाद नेपाली मजदूर घर वापसी कर रहे हैं. जिसे लेकर फंसे नेपाली मजदूरों ने भारत सरकार का धन्यवाद किया. इससे पहले बॉर्डर पर नेपाल सरकार के खिलाफ फंसे नेपाली मजदूरों ने जमकर प्रदर्शन भी किया था.
चंपावत जिला प्रशासन और नेपाल प्रशासन दोनों ही नेपाली नागरिकों के बॉर्डर क्रॉस कराने को लेकर निर्णय नहीं ले पा रहे थे. उत्तराखंड सरकार, जिला प्रशासन और गृह मंत्रालय की कई दौर की वार्ता के बाद आखिरकार नेपाली नागरिकों को अपने घर जाने का अवसर मिल ही गया. नेपाली नागरिक दो महीने से जिला प्रशासन लिए आफत बन गए थे.
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वहीं, इस पूरे मामले में जिला चंपावत के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों ही सरकारों की वार्ता के बाद दो हजार नेपाली प्रवासी मजदूरों को भेजा जा रहा है.