हरिद्वार/चंपावत: एक माह के अधिमास के बाद कल से मां देवी भगवती दुर्गा को समर्पित शारदीय नवरात्र की शुरुवात हो रही है. इन नौ दिनों में देवी के सभी रूपों की पूजा की जाती है. ऐसे में जहां धर्मनगरी हरिद्वार स्थित मां मनसा देवी, मां चंडी देवी और मां माया देवी मंदिर में सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी है. वहीं, सीमांत जनपद चंपावत के टनकपुर स्थित मां पूर्णागिरी धाम में भी कल से नवरात्र मेला शुरू हो जाएगा. लिहाजा, कोरोना काल में इन मंदिरों में जुटने वाले श्रद्धालुओं से कोविड गाइडलाइन का पालन करवाना भी प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है.
बता दें कि अनलॉक-5 की प्रक्रिया के तहत चैत्र नवरात्रों में मंदिरों को खोलने की अनुमति दी गई है. ऐसे में मंदिरों में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होना लाजमी है. प्रशासन द्वारा दी गई कोविड गाइलाइन के अनुसार मंदिर परिसरों में भी सभी इंतजाम पूरे कर लिये गए हैं.
हरिद्वार के माया देवी मंदिर में तैयारियां पूरी
हरिद्वार स्थित माया देवी मंदिर के पुजारी महादेव आनंद गिरि बताते हैं कि प्रशासन द्वारा दी गई गाइडलाइन के अनुसार सभी तैयारियां कर ली गई है. किसी भी श्रद्धालु को मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा व सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्णता ध्यान रखा जाएगा. बिना मास्क के मंदिर परिसर में किसी को एंट्री नहीं दी जाएगी.
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मां पूर्णागिरि धाम में कल से नवरात्र मेला शुरू
चंपावत के टनकपुर मां पूर्णागिरि धाम में कल से नवरात्र का मेला शुरू हो रहा है. इस मेले में यूपी, बिहार, दिल्ली समेत अन्य राज्यों से हजारों लोग दर्शन को पूर्णागिरि पहुंचते हैं. ऐसे में नवरात्रों में कोरोना की रोकथाम के लिए बड़ी संख्या में लोगों की जांच प्रशासन के लिए चुनौती साबित होगा.
वहीं, धाम में शुरू होने वाले नवरात्र मेले को लेकर तहसीलदार टनकपुर ने बताया कि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक श्रद्धालुओं की जांच का लगातार प्रयास करेगा. इसमें स्थानीय लोगों को सहयोग करना होगा. वहीं, बूम, ठुलीगाड़ और बनबसा के जगबूढ़ा पुल पर जांच शिविर लगाए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन कोरोना संक्रमण रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेगा.