चंपावत/मसूरीः कुमाऊं में पारंपरिक तरीके से होली मनाई जाती है. जिसका आगाज हो चुका है. बैठकी होली के बाद अब खड़ी होली चीर बंधन के साथ शुरू हो गई है. लोहाघाट में श्रीराम सेवा सांस्कृतिक रामलीला कमेटी के तत्वावधान में दो दिवसीय होली रंग महोत्सव शुरू हो गया है. महोत्सव को लेकर होल्यारों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. वहीं, पहले दिन होल्यारों ने रिमझिम बारिश के बीच शानदार होली का गायन कर दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी.
कुमाऊं में तीन महीने तक चलती है होली, रागों का है विशेष महत्व
माना जाता है कि 16वीं सदी में चंद शासन के दौरान खड़ी होली की शुरुआत हुई थी. कुमाऊं में होली पूरे उल्लास और परंपरा के अनुरूप मनाई जाती है. यहां होली तीन महीने तक चलती है. होली की ये विधा पौष माह के प्रथम रविवार से गणपति वंदना के साथ शुरू होती है, जो माघ व फाल्गुन में अपने रंग में रंग जाती है. कुमाऊं की होली में रागों का अपना महत्व है. धमार राग होली गायन की परंपरा है.
पीलू, जंगलाकाफी, सहाना, विहाग, जैजवंती, जोगिया, झिझोटी, भीम पलासी, खयाज और बागेश्वरी रागों में होली गाई जाती है. वहीं, दोपहर में अलग तो शाम को अलग रागों में महफिल सजती है. पौष मास के पहले रविवार से होली गायन शुरू हो जाता है. यह सिलसिला फाल्गुन पूर्णिमा तक लगातार चलता है.
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मसूरी में AAP ने आयोजित की होली मिलन समारोह, जमकर थिरके लोग
मसूरी में एक होटल के सभागार में आम आदमी पार्टी की ओर से होली मिलन समारोह आयोजित किया गया. समारोह में जहां रंगों व गुलाल की होली खेली गई तो वहीं, सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने जमकर समां बांधा. इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने भी जमकर नृत्य किया.