बनबसा: सरकार द्वारा बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी जिलों के अधिकारियों को कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराए जाने के निर्देश दिया जा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ चंपावत जिले के बनबसा स्थित नेपाल सीमा पर तैनात अधिकारी और कर्मचारी कोरोना गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियां उड़ाते दिखाई दिए.
इन दिनों चंपावत जनपद के बनबसा से लगे नेपाल बॉर्डर से रोजाना आने वाले 300- 400 नेपाली नागरिकों के पपत्रों की जांच बनबसा आवर्जन विभाग द्वारा की जा रही है. लेकिन आवर्जन कर्मियों द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं किया रहा है. अधिकारी और कर्मचारी कोई भी प्रपत्रों की जांच के दौरान न ही हैंड ग्लव्स का इस्तेमाल कर रहे हैं और न ही सोशल-डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है.
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हैरत की बात ये है कि कोरोना सैंपलिंग कर रही स्वास्थ्य विभाग की टीम बार-बार आवर्जन अधिकारियों और कर्मचारियों से निवेदन भी कर चुके हैं कि पहले नेपाल से आने वाले लोगों की कोरोना सैंपलिंग होने दी जाएं. वहीं नेगेटिव आने के बाद आवर्जन अधिकारी उनके प्रपत्रों की जांच करें, लेकिन उनकी बातों को भी नजरअंदाज किया जा रहा है. ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है.
बता दें कि शनिवार को जिन नेपाली नागरिको के प्रमाण पत्रों की आवर्जन कर्मचारियों ने जांच की उनमें से 4 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले. वहीं, जिले के सीएमओ आरपी खंडूडी इस मसले में किसी भी तरह की लापरवाही से इनकार कर रहे हैं. उनका कहना है कि आवर्जन अधिकारियों द्वारा सही काम किया जा रहा है.