खटीमाः चंपावत के टनकपुर में भारत नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बने पिलर को क्षतिग्रस्त करने का मामला सामने आया है. जहां ब्रह्मदेव बॉर्डर पर स्थापित सीमा निर्धारण पिलर संख्या 809/2 को तोड़ दिया गया है. इतना ही नहीं सीमा पिलर पर अंकित स्तंभ संख्या को भी मिटाने का प्रयास किया गया. फिलहाल, मामले में एसएसबी ने अज्ञात के खिलाफ टनकपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया है.
चंपावत पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा ने बताया कि भारत नेपाल सीमा पर स्थापित पिलर संख्या 809/2 को कुछ अज्ञात लोगों की ओर से नुकसान की जानकारी मिली है. सुरक्षाबलों को गश्त के दौरान पिलर क्षतिग्रस्त मिला है. जिस पर सशस्त्र सीमा बल (Sashastra Seema Bal) ने टनकपुर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस प्रशासन व अन्य सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुट गई हैं.
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साल 2020-21 में नो मैंस लैंड पर हो चुका अतिक्रमणः स्थानीय सूत्रों की मानें निर्जन स्थान में स्थापित इस सीमा पिलर से दो से तीन दिन पूर्व छेड़छाड़ की गई है. गौर हो कि इससे पहले भी अगस्त 2020 में कुछ नेपाली नागरिकों ने टनकपुर से लगी सीमा पर भारतीय क्षेत्र में तारबाड़ लगा कर अतिक्रमण करने की कोशिश की थी. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इस हरकत के पीछे भी कुछ ऐसे ही अराजक तत्वों का हाथ होगा.
गृह मंत्रालय को भेजी जाएगी रिपोर्टः अप्रैल 2021 में भी खटीमा प्रशासन ने मेलाघाट क्षेत्र में भारत नेपाल सीमा पर नो मैंस लैंड पिलर संख्या-16 के पास हुए अतिक्रमण को हटवाया था. फिलहाल, भारत नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी की ओर से घटना की जानकारी भारतीय प्रशासन के साथ नेपाली प्रशासन को भी दे दी गई है. मामले की पूरी रिपोर्ट जल्द ही गृह मंत्रालय को भेज दी जाएगी.