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उत्तराखंड में आफत की बारिश: शारदा बैराज से छोड़ा गया पानी, यूपी में अलर्ट

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Published : Aug 6, 2019, 10:40 PM IST

Updated : Aug 6, 2019, 11:41 PM IST

हर साल मॉनसून सीजन में पहाड़ों पर होने वाली मूसलाधार बारिश से उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है. इस बार भी कुछ इसी तरह के हालत देखने को मिल रहे हैं.

शारदा बैराज से छोड़ा गया पानी,

चंपावत: उत्तराखंड में बीते दो दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है. जिसमें उत्तराखंडवासियों की मुश्किलें बढ़ा दी है. कई जगहों पर बाढ़ के हालत बन गए है. चम्पावत जिले में भारत-नेपाल सीमा पर बहने वाली शारदा नदी अपने उफान पर है. मंगलवार सुबह बनबसा बैराज से उत्तर प्रदेश की ओर लगभग 1 लाख 27 क्यूसेक प्रति सेकेंड की रफ्तार से पानी छोड़ा गया. साथ ही बनबसा शारदा बैराज पर रेड अर्लट घोषित कर दिया. प्रशासन ने शारदा नदी से लगे घाट और भवनों को खाली करने के निर्देश दे दिए हैं.

हर साल मॉनसून सीजन में पहाड़ों पर होने वाली मूसलाधार बारिश से उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है. इस बार भी कुछ ऐसे ही हालत देखने को मिल रहे हैं. बनबसा में भारत-नेपाल सीमा को जोड़ने वाले बिट्रिश कालीन शारदा बैराज से काफी मात्रा में पानी छोड़ा है. इसी वजह से बैराज प्रबंधन ने यूपी के बरेली और लखनऊ से संचालित बैराज पर हाई अर्लट घोषित कर दिया है.

उत्तराखंड में आफत की बारिश

पढ़ें- देहरादून: मौसम विभाग की चेतावनी के बाद बुधवार को बंद रहेंगे 12वीं तक के सभी स्कूल

जलस्तर को देखते हुए बैराज से लगभग 1 लाख 27 हजार क्यूसेक पानी प्रति सेकेंड आगे पास किया जा रहा है जो अब सीधे उत्तर प्रदेश के सीमांत नगरों का रुख करेगा. बढ़ते जलस्तर को देखते हुए भारत-नेपाल को जोड़ने वाले बैराज पुल पर भारी वाहनों का आवागमन भी रोक दिया जाता है.

टनकपुर शहर का आधा हिस्सा जलमग्न
पहाड़ों में हुई मूसलाधार बारिश का असर मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है. टनकपुर शहर का आधा हिस्सा जलमग्न हो गया. ज्ञानखेड़ा, बोरागोठ, आमबाग, बिचई व छीनीगोठ गांव के साथ शहर से लगे हिस्से पानी से लबालब भर गये. जल भराव होने से कई घरों में पानी घुस गया.

sharda barrage
कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालत बने.

ककरालीगेट-पूणागिरि मार्ग बंद
एनएच पर पिथौरागढ़ चुंगी और पीलीभीत चुंगी के पास भी जल भराव के कारण बाढ़ जैसे हालत बने हुए है. उधर बारिश के कारण किरोड़ा नाला उफान पर आ गया. जिससे कई गांवों को संपर्क टनकपुर शहर से कट गया. बाटनागाड़ में पानी के साथ बड़े बोल्डर और मलबा जमा हो गया. जिससे ककरालीगेट-पूणागिरि मार्ग बंद हो गया था. बारिश बंद होने के करीब पांच घंटे बाद मार्ग यातायात के लिए सुचारू हो पाया.

पढ़ें- कुमाऊं रेजिमेंट को मिले 188 जवान, भारतीय सेना का बने हिस्सा

चंपावत विधायक कैलाश गहतोड़ी ने भी क्षेत्र का दौरा किया और स्थानीय लोगों की समस्या सुनी. विधायक ने मौके पर दो जेसीबी मशीनें मंगवाकर पानी को अवरूद्ध करने वाले अतिक्रमण को हटाया. लोगों की शिकायत पर विधायक ने एसडीएम को एनएच के किनारे किए गये अतिक्रमण को हटाने व हाईवे की देखरेख कर रही संस्था एनएच को सड़क के दोनों और जल निकास नालियां बनवाने के लिए निर्देश देने को कहा.

चंपावत: उत्तराखंड में बीते दो दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है. जिसमें उत्तराखंडवासियों की मुश्किलें बढ़ा दी है. कई जगहों पर बाढ़ के हालत बन गए है. चम्पावत जिले में भारत-नेपाल सीमा पर बहने वाली शारदा नदी अपने उफान पर है. मंगलवार सुबह बनबसा बैराज से उत्तर प्रदेश की ओर लगभग 1 लाख 27 क्यूसेक प्रति सेकेंड की रफ्तार से पानी छोड़ा गया. साथ ही बनबसा शारदा बैराज पर रेड अर्लट घोषित कर दिया. प्रशासन ने शारदा नदी से लगे घाट और भवनों को खाली करने के निर्देश दे दिए हैं.

हर साल मॉनसून सीजन में पहाड़ों पर होने वाली मूसलाधार बारिश से उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है. इस बार भी कुछ ऐसे ही हालत देखने को मिल रहे हैं. बनबसा में भारत-नेपाल सीमा को जोड़ने वाले बिट्रिश कालीन शारदा बैराज से काफी मात्रा में पानी छोड़ा है. इसी वजह से बैराज प्रबंधन ने यूपी के बरेली और लखनऊ से संचालित बैराज पर हाई अर्लट घोषित कर दिया है.

उत्तराखंड में आफत की बारिश

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जलस्तर को देखते हुए बैराज से लगभग 1 लाख 27 हजार क्यूसेक पानी प्रति सेकेंड आगे पास किया जा रहा है जो अब सीधे उत्तर प्रदेश के सीमांत नगरों का रुख करेगा. बढ़ते जलस्तर को देखते हुए भारत-नेपाल को जोड़ने वाले बैराज पुल पर भारी वाहनों का आवागमन भी रोक दिया जाता है.

टनकपुर शहर का आधा हिस्सा जलमग्न
पहाड़ों में हुई मूसलाधार बारिश का असर मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है. टनकपुर शहर का आधा हिस्सा जलमग्न हो गया. ज्ञानखेड़ा, बोरागोठ, आमबाग, बिचई व छीनीगोठ गांव के साथ शहर से लगे हिस्से पानी से लबालब भर गये. जल भराव होने से कई घरों में पानी घुस गया.

sharda barrage
कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालत बने.

ककरालीगेट-पूणागिरि मार्ग बंद
एनएच पर पिथौरागढ़ चुंगी और पीलीभीत चुंगी के पास भी जल भराव के कारण बाढ़ जैसे हालत बने हुए है. उधर बारिश के कारण किरोड़ा नाला उफान पर आ गया. जिससे कई गांवों को संपर्क टनकपुर शहर से कट गया. बाटनागाड़ में पानी के साथ बड़े बोल्डर और मलबा जमा हो गया. जिससे ककरालीगेट-पूणागिरि मार्ग बंद हो गया था. बारिश बंद होने के करीब पांच घंटे बाद मार्ग यातायात के लिए सुचारू हो पाया.

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चंपावत विधायक कैलाश गहतोड़ी ने भी क्षेत्र का दौरा किया और स्थानीय लोगों की समस्या सुनी. विधायक ने मौके पर दो जेसीबी मशीनें मंगवाकर पानी को अवरूद्ध करने वाले अतिक्रमण को हटाया. लोगों की शिकायत पर विधायक ने एसडीएम को एनएच के किनारे किए गये अतिक्रमण को हटाने व हाईवे की देखरेख कर रही संस्था एनएच को सड़क के दोनों और जल निकास नालियां बनवाने के लिए निर्देश देने को कहा.

Intro:शारदा बैराज पर रेड अलर्ट
स्थान - बनबसा जिला चम्पावत , उत्तराखंड
एंकर- उत्तराखण्ड के पहाड़ी क्षेत्रो में दो दिन से हो रही लगातार बारिश से चम्पावत जिले की भारत-नेपाल सीमा पर बहने वाली शारदा नदी अपने उफान पर है। इसी के चलते आज सुबह से बनबसा बैराज से उत्तर प्रदेश की और लगभग 1 लाख 27 क्यूसेक प्रति सेकेण्ड की रफतार से पानी छोडा गया है। साथ ही बनबसा शारदा बैराज पर रेड अर्लट घोषित कर दिया गया है। प्रशासन ने शारदा नदी से लगे घाट और भवनों को खाली करने के निर्देश दे दिए है।
वीओ-1-हर वर्ष बरसात के मौसम में पहाडों में होने वाली बारिश से उत्तर प्रदेश तक बाढ का खतरा बना रहता है। शारदा नदी में बढते जलस्तर से उत्तराखंड के साथ कुछ निशान उत्तर प्रदेश के चेहरे पर भी लग ही जाते है इस बार भी हालत कुछ ऐसे हो सकते हैं। उत्तराखंड के चंपावत जिले में शारदा नदी के उफान के चलते बनबसा में भारत-नेपाल सीमा को जोडने वाले बिट्रिश कालीन शारदा बैराज में भारी मात्रा में पानी आने के कारण बैराज प्रबन्धन {यु.पी.के बरेली और लखनऊ से संचालित बैराज पर हाई अर्लट घोषित कर दिया है। बैराज में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बैराज से लगभग 1 लाख 27 हजार क्यूसेक पानी प्रति सेकेण्ड आगे पास किया जा रहा है जो अब सीधे उत्तर प्रदेश के सीमांत नगरो का रुख करेगा, वही शारदा बैराज के कर्मचरियों का कहना है कि पहाडो व तराई में हो रही लगातार बरसात के कारण शारदा नदी में भारी मात्रा में पानी आया है। जिस कारण शारदा बैराज में रेड अर्लट घोषित कर दिया है। बैराज में 1 लाख क्यूसेक से अधिक पानी आने पर शारदा बैराज में रेड अर्लट घोषित कर दिया जाता है साथ भारत नेपाल को जोड़ने वाले बैराज पुल पर भारी वाहनों का अवागमन भी रोक दिया जाता है, वर्तमान में 1 लाख 27 क्यूसेक के लगभग पानी की निकासी की जा रही है। इस बैराज से हुई पानी की निकासी उत्तर प्रदेष के लिए खतरे की घंटी है क्योकि गौरतलब है कि शारदा बैराज से छोडा गया पानी पूर्व में भी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में तबाही मचाता रहा है।

बाइट-1- संजय सिंह - जेई शारदा बैराज बनबसा



Body:शारदा बैराज पर रेड अलर्ट
स्थान - बनबसा जिला चम्पावत , उत्तराखंड
एंकर- उत्तराखण्ड के पहाड़ी क्षेत्रो में दो दिन से हो रही लगातार बारिश से चम्पावत जिले की भारत-नेपाल सीमा पर बहने वाली शारदा नदी अपने उफान पर है। इसी के चलते आज सुबह से बनबसा बैराज से उत्तर प्रदेश की और लगभग 1 लाख 27 क्यूसेक प्रति सेकेण्ड की रफतार से पानी छोडा गया है। साथ ही बनबसा शारदा बैराज पर रेड अर्लट घोषित कर दिया गया है। प्रशासन ने शारदा नदी से लगे घाट और भवनों को खाली करने के निर्देश दे दिए है।
वीओ-1-हर वर्ष बरसात के मौसम में पहाडों में होने वाली बारिश से उत्तर प्रदेश तक बाढ का खतरा बना रहता है। शारदा नदी में बढते जलस्तर से उत्तराखंड के साथ कुछ निशान उत्तर प्रदेश के चेहरे पर भी लग ही जाते है इस बार भी हालत कुछ ऐसे हो सकते हैं। उत्तराखंड के चंपावत जिले में शारदा नदी के उफान के चलते बनबसा में भारत-नेपाल सीमा को जोडने वाले बिट्रिश कालीन शारदा बैराज में भारी मात्रा में पानी आने के कारण बैराज प्रबन्धन {यु.पी.के बरेली और लखनऊ से संचालित बैराज पर हाई अर्लट घोषित कर दिया है। बैराज में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बैराज से लगभग 1 लाख 27 हजार क्यूसेक पानी प्रति सेकेण्ड आगे पास किया जा रहा है जो अब सीधे उत्तर प्रदेश के सीमांत नगरो का रुख करेगा, वही शारदा बैराज के कर्मचरियों का कहना है कि पहाडो व तराई में हो रही लगातार बरसात के कारण शारदा नदी में भारी मात्रा में पानी आया है। जिस कारण शारदा बैराज में रेड अर्लट घोषित कर दिया है। बैराज में 1 लाख क्यूसेक से अधिक पानी आने पर शारदा बैराज में रेड अर्लट घोषित कर दिया जाता है साथ भारत नेपाल को जोड़ने वाले बैराज पुल पर भारी वाहनों का अवागमन भी रोक दिया जाता है, वर्तमान में 1 लाख 27 क्यूसेक के लगभग पानी की निकासी की जा रही है। इस बैराज से हुई पानी की निकासी उत्तर प्रदेष के लिए खतरे की घंटी है क्योकि गौरतलब है कि शारदा बैराज से छोडा गया पानी पूर्व में भी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में तबाही मचाता रहा है।

बाइट-1- संजय सिंह - जेई शारदा बैराज बनबसा



Conclusion:शारदा बैराज पर रेड अलर्ट
स्थान - बनबसा जिला चम्पावत , उत्तराखंड
एंकर- उत्तराखण्ड के पहाड़ी क्षेत्रो में दो दिन से हो रही लगातार बारिश से चम्पावत जिले की भारत-नेपाल सीमा पर बहने वाली शारदा नदी अपने उफान पर है। इसी के चलते आज सुबह से बनबसा बैराज से उत्तर प्रदेश की और लगभग 1 लाख 27 क्यूसेक प्रति सेकेण्ड की रफतार से पानी छोडा गया है। साथ ही बनबसा शारदा बैराज पर रेड अर्लट घोषित कर दिया गया है। प्रशासन ने शारदा नदी से लगे घाट और भवनों को खाली करने के निर्देश दे दिए है।
वीओ-1-हर वर्ष बरसात के मौसम में पहाडों में होने वाली बारिश से उत्तर प्रदेश तक बाढ का खतरा बना रहता है। शारदा नदी में बढते जलस्तर से उत्तराखंड के साथ कुछ निशान उत्तर प्रदेश के चेहरे पर भी लग ही जाते है इस बार भी हालत कुछ ऐसे हो सकते हैं। उत्तराखंड के चंपावत जिले में शारदा नदी के उफान के चलते बनबसा में भारत-नेपाल सीमा को जोडने वाले बिट्रिश कालीन शारदा बैराज में भारी मात्रा में पानी आने के कारण बैराज प्रबन्धन {यु.पी.के बरेली और लखनऊ से संचालित बैराज पर हाई अर्लट घोषित कर दिया है। बैराज में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बैराज से लगभग 1 लाख 27 हजार क्यूसेक पानी प्रति सेकेण्ड आगे पास किया जा रहा है जो अब सीधे उत्तर प्रदेश के सीमांत नगरो का रुख करेगा, वही शारदा बैराज के कर्मचरियों का कहना है कि पहाडो व तराई में हो रही लगातार बरसात के कारण शारदा नदी में भारी मात्रा में पानी आया है। जिस कारण शारदा बैराज में रेड अर्लट घोषित कर दिया है। बैराज में 1 लाख क्यूसेक से अधिक पानी आने पर शारदा बैराज में रेड अर्लट घोषित कर दिया जाता है साथ भारत नेपाल को जोड़ने वाले बैराज पुल पर भारी वाहनों का अवागमन भी रोक दिया जाता है, वर्तमान में 1 लाख 27 क्यूसेक के लगभग पानी की निकासी की जा रही है। इस बैराज से हुई पानी की निकासी उत्तर प्रदेष के लिए खतरे की घंटी है क्योकि गौरतलब है कि शारदा बैराज से छोडा गया पानी पूर्व में भी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में तबाही मचाता रहा है।

बाइट-1- संजय सिंह - जेई शारदा बैराज बनबसा



Last Updated : Aug 6, 2019, 11:41 PM IST
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