ETV Bharat / state

चमोली: विश्व के एकमात्र कुबेर मंदिर का होगा जीर्णोंद्धार, विधि-विधान से संपन्न हुआ भूमि पूजन - god kuber news

जोशीमठ विकासखंड के पांडुकेश्वर में विश्वभर में एकमात्र कुबेर जी के मंदिर का जीर्णोंद्धार एवं भूमिपूजन का कार्यक्रम पूरी विधि-विधान से संपन्न हो गया. भूमिपूजन से पूर्व ग्रामीणों ने भगवान बदरीनाथ के शीतकालीन पूजास्थल योगध्यान में उद्दव एवं भगवान बासुदेव मंदिर में पूजा अर्चना की.

etv bharat
कुबेर मंदिर का होगा जीर्णोंद्धार
author img

By

Published : Feb 5, 2020, 10:58 AM IST

Updated : Feb 5, 2020, 1:01 PM IST

चमोली: जोशीमठ विकासखंड के पांडुकेश्वर में विश्वभर में एकमात्र कुबेर जी के मंदिर का जीर्णोंद्धार एवं भूमिपूजन का कार्यक्रम पूरी विधि-विधान से संपन्न हो गया. भूमिपूजन से पूर्व ग्रामीणों ने भगवान बदरीनाथ के शीतकालीन पूजास्थल योगध्यान में उद्दव एवं भगवान बासुदेव मंदिर में पूजा अर्चना की. जिसके बाद नंदा देवी मंदिर में कुबेर, घंटाकर्ण और नंदा के पस्वाओं ने अवतरित होकर कुबेर मंदिर के जीर्णोंद्धार और भूमिपूजन को सफल बनाने का आशीर्वाद दिया.

कुबेर मंदिर का होगा जीर्णोंद्धार

बता दें कि पौराणिक कुबेर मंदिर जीर्णशीर्ण हो चुका था. जिसके बाद इस मंदिर के जीर्णोंद्धार बदरीनाथ मंदिर समिति, ग्रामीणों और दानियों की मदद से किया जा रहा था. वहीं, मंगलवार को कुबेर मंदिर जीर्णोंद्वार एवं भूमि पूजन के बाद सायंकाल में गाड़ू घड़ा भी हुआ. कार्यक्रम में गांव की महिला मंगलदल की महिलाओं और युवा मंगल दल के युवाओं द्वारा भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया गया.

ये भी पढ़े: दिल्ली का दंगलः सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत बोले- अकेले दम पर बीजेपी बनाएगी सरकार

जीर्णोंद्वार और भूमिपूजन कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए गांव की कुबेर मंदिर देवरा समिति द्वारा पूर्व में योजना बनाई गई थी. जिसके बाद बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने कुबेर मंदिर देवरा समिति को कार्यक्रम स्थल पर 30 लाख का चेक भी दिया. वहीं, मंदिर में लगने वाले सभी नक्कासीदार पत्थर बदरीनाथ के बालक योगेश्वर नाथ महाराज जी द्वारा दिए जाएंगे. साथ इस कार्यक्रम में महाराज घनानंद जी ने सात लाख रुपए दान दिए हैं.

वहीं, कुबेर जी को भगवान बदरी विशाल का मुख्य खजांची तथा बदरीश पंचायत का मुख्य देवता माना जाता तथा पांडुकेश्वर और बामणी गांव के ग्रामीण कुबेर जी को अपने आराध्य देवता के रूप में पूजते हैं. मान्यता है कि क्षेत्र में भगवान कुबेर के निवास और कृपा से कभी धन की कमी नहीं होती है.

ये भी पढ़े: मीराबाई ने जीता स्वर्ण, तोड़ा अपना ही नेशनल रिकॉर्ड

इस अवसर पर बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी बीड़ी सिंह, बीकेटीसी के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, अपर धर्माधिकारी सत्य प्रकाश चमोला, घंटाकर्ण पस्वा संजीव भंडारी, कुबेर देवता के पस्वा अखिल पंवार, नन्दा माता के पस्वा भगत सिंह मेहता आदि ग्रामीण मौजूद रहे.

चमोली: जोशीमठ विकासखंड के पांडुकेश्वर में विश्वभर में एकमात्र कुबेर जी के मंदिर का जीर्णोंद्धार एवं भूमिपूजन का कार्यक्रम पूरी विधि-विधान से संपन्न हो गया. भूमिपूजन से पूर्व ग्रामीणों ने भगवान बदरीनाथ के शीतकालीन पूजास्थल योगध्यान में उद्दव एवं भगवान बासुदेव मंदिर में पूजा अर्चना की. जिसके बाद नंदा देवी मंदिर में कुबेर, घंटाकर्ण और नंदा के पस्वाओं ने अवतरित होकर कुबेर मंदिर के जीर्णोंद्धार और भूमिपूजन को सफल बनाने का आशीर्वाद दिया.

कुबेर मंदिर का होगा जीर्णोंद्धार

बता दें कि पौराणिक कुबेर मंदिर जीर्णशीर्ण हो चुका था. जिसके बाद इस मंदिर के जीर्णोंद्धार बदरीनाथ मंदिर समिति, ग्रामीणों और दानियों की मदद से किया जा रहा था. वहीं, मंगलवार को कुबेर मंदिर जीर्णोंद्वार एवं भूमि पूजन के बाद सायंकाल में गाड़ू घड़ा भी हुआ. कार्यक्रम में गांव की महिला मंगलदल की महिलाओं और युवा मंगल दल के युवाओं द्वारा भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया गया.

ये भी पढ़े: दिल्ली का दंगलः सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत बोले- अकेले दम पर बीजेपी बनाएगी सरकार

जीर्णोंद्वार और भूमिपूजन कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए गांव की कुबेर मंदिर देवरा समिति द्वारा पूर्व में योजना बनाई गई थी. जिसके बाद बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने कुबेर मंदिर देवरा समिति को कार्यक्रम स्थल पर 30 लाख का चेक भी दिया. वहीं, मंदिर में लगने वाले सभी नक्कासीदार पत्थर बदरीनाथ के बालक योगेश्वर नाथ महाराज जी द्वारा दिए जाएंगे. साथ इस कार्यक्रम में महाराज घनानंद जी ने सात लाख रुपए दान दिए हैं.

वहीं, कुबेर जी को भगवान बदरी विशाल का मुख्य खजांची तथा बदरीश पंचायत का मुख्य देवता माना जाता तथा पांडुकेश्वर और बामणी गांव के ग्रामीण कुबेर जी को अपने आराध्य देवता के रूप में पूजते हैं. मान्यता है कि क्षेत्र में भगवान कुबेर के निवास और कृपा से कभी धन की कमी नहीं होती है.

ये भी पढ़े: मीराबाई ने जीता स्वर्ण, तोड़ा अपना ही नेशनल रिकॉर्ड

इस अवसर पर बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी बीड़ी सिंह, बीकेटीसी के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, अपर धर्माधिकारी सत्य प्रकाश चमोला, घंटाकर्ण पस्वा संजीव भंडारी, कुबेर देवता के पस्वा अखिल पंवार, नन्दा माता के पस्वा भगत सिंह मेहता आदि ग्रामीण मौजूद रहे.

Intro:चमोली में स्थित जोशीमठ विकासखंड के पांडुकेश्वर में विश्वभर में एकमात्र कुबेर जी के मंदिर का जीर्णोद्धार एवं भूमिपूजन का कार्यक्रम रीति-नीति से संपन्न हुआ। भूमिपूजन से पूर्व गांव के ग्रामीणों ने भगवान बदरीनाथ के शीतकालीन पूजास्थल योगध्यान में उद्दव एवं भगवान बासुदेव मंदिर में पूजा अर्चना की। गांव में स्थित नंदा देवी मंदिर में देव पस्वाओं कुबेर, घंटाकर्ण और नंदा के पस्वाओं ने अवतरित होकर कुबेर मंदिर के जीर्णोद्धार और भूमिपूजन को सफल बनाने के आशीर्वाद दिया। गांव में कुबेर चौक के समीप पौराणिक कुबेर मंदिर जो कि जीर्ण-शीर्ण हो चुका था उसके निर्माण को लेकर लंबे समय से योजना प्रस्तावित थी जिसे ग्रामीणों, बदरीनाथ मंदिर समिति तथा दानियों की मदद से बनाया जा रहा है।
उनयाणी के पस्वा मनीष चौहान, भ्यूंडार नंदा माता के पस्वा संजय रावत, कुबेर देवरा समिति के अध्यक्ष अनूप भण्डारी, किशोर पंवार, रामनारायण मेहता, राजेश मेहता जयश्री डांडी, रमा भंडारी, विमला देवी समेत कई सम्मिलित थे।

बाईट-जयदीप भंडारी-हकहकूकधारी।
बाईट-राजेश मेहता-हकहकूकधारी।Body:जीर्णोद्वार और भूमिपूजन कार्यक्रम को भब्य बनाने के लिए गांव की कुबेर मंदिर देवरा समिति द्वारा पूर्व से ही योजना बनायी गयी थी। मंदिर निर्माण के लिये बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने कुबेर मंदिर देवरा समिति को कार्यक्रम स्थल पर 30 लाख का चैक भी दिया इसके अतिरिक्त मंदिर पर लगने वाले सभी नक्कासीदार पत्थर बदरीनाथ के बालक योगेश्वर नाथ महाराज जी देंगे, 7 लाख महाराज घनानंद जी महाराज देंगे और गांव वालों ने भी भब्य मंदिर बनाने के लिये नगद सहायता दी है। Conclusion:कुबेर मंदिर जीर्णोद्वार एवं भूमि पूजन के बाद सायंकाल में गाडू घड़ा भी हुआ जिस अवसर पर भारी संख्या में ग्रामीण और भक्तगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम में गांव की महिला मंगलदल की महिलाओं और युवा मंगल दल के युवाओं भजन-कीर्तन का भी शानदार आयोजन किया और भगवान कुबेर और भगवान बदरीनाथ जी के भजनों पर भक्तगण खूब झूमे। कुबेर जी को भगवान बदरी विशाल का मुख्य खजांची तथा बदरीश पंचायत का मुख्य देवता माना जाता तथा पांडुकेश्वर और बामणी गांव के ग्रामीण कुबेर जी को अपने आराध्य देवता के रूप में।पूजते है। मान्यता है कि क्षेत्र में भगवान कुबेर के निवास और कृपा से कभी धन की कमी नहीं होती है। इस अवसर पर बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी बीड़ी सिंह, बीकेटीसी के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, अपर धर्माधिकारी सत्य प्रकास चमोला, घंटाकर्ण पस्वा संजीव भंडारी, कुबेर देवता के पस्वा अखिल पंवार, नन्दा माता के पस्वा भगत सिंह मेहता, आदि ग्रामीण मौजूद थे।
Last Updated : Feb 5, 2020, 1:01 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.